सारकोट की युवा प्रधान प्रियंका नेगी को मुख्यमंत्री धामी ने दी बधाई, गांव को बनाया जाएगा आदर्श ग्राम

देहरादून/चमोली, 1 अगस्त 2025 Young Pardhan of Sarkot Priyanka Negi मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के गैरसैंण क्षेत्र अंतर्गत सारकोट ग्राम पंचायत की नव-निर्वाचित 21 वर्षीय प्रधान प्रियंका नेगी को फोन कर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा एक पढ़ी-लिखी युवा महिला को ग्राम प्रधान चुनने के फैसले की सराहना करते हुए इसे सामाजिक जागरूकता की मिसाल बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सारकोट को एक आदर्श ग्राम के रूप में विकसित कर रही है और इसके लिए जल्द ही सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) सारकोट का अध्ययन दौरा करेंगे। उन्होंने बताया कि सारकोट मॉडल के आधार पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी आदर्श गांव विकसित किए जाएंगे, जहां कृषि, पशुपालन और महिला स्वरोजगार जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने प्रियंका नेगी को देहरादून आने का आमंत्रण भी दिया और गांव के समग्र विकास पर चर्चा करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान प्रियंका नेगी ने सारकोट को गोद लिए जाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि गांव में पहले की तुलना में अब कई बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी हैं और वह सरकार के सहयोग से विकास कार्यों को और गति देंगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंचायत चुनावों में युवाओं और शिक्षित प्रतिनिधियों का चयन लोकतंत्र के लिए सकारात्मक संकेत है। राज्य सरकार त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली को मजबूत करने हेतु हरसंभव सहयोग देगी ताकि ग्राम स्तर पर विकास को और मजबूती मिले। यह भी पढ़े….

उत्तराखंड के किसानों के लिए खुशखबरी! पीएम मोदी 2 अगस्त को देंगे बड़ा गिफ्ट

Uttarakhand Kisan Samman Nidhi 2025

Uttarakhand Kisan Samman Nidhi 2025: किसानों को मिलेगी 20वीं किस्त की सौगात Uttarakhand Kisan Samman Nidhi 2025 की 20वीं किस्त से 8 लाख से ज्यादा किसानों को मिलेगा लाभ देहरादून: उत्तराखंड में किसानों के लिए एक और खुशखबरी है। आगामी 2 अगस्त को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किश्त जारी की जाएगी।उत्तराखंड Kisan Samman Nidhi 2025 के तहत प्रदेश के 8,28,787 किसानों को 184.25 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की जाएगी। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के बनारस से सुबह 10 से 12 बजे तक यह किश्त देशभर के किसानों को वितरित करेंगे।उत्तराखंड में इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित अन्य मंत्री व विधायक भी शामिल होंगे। अब तक प्रदेश के किसानों को 19 किश्तों में कुल 3111.49 करोड़ रुपये की राशि दी जा चुकी है। 20वीं किश्त के लिए राज्य स्तरीय कार्यक्रम देहरादून के हरवंश कपूर मेमोरियल हॉल, गढ़ी कैंट में आयोजित होगा। साथ ही ब्लॉक स्तर, ग्राम स्तर व अन्य केंद्रों पर भी कार्यक्रम होंगे, जहाँ प्रधानमंत्री से लाइव संवाद की व्यवस्था भी रहेगी। 📊 जिलेवार लाभान्वित किसानों की संख्या और राशि जिला लाभार्थी किसान (संख्या) राशि (करोड़ रुपये) अल्मोड़ा 1,05,088 23.62 बागेश्वर 49,882 8.68 चमोली 47,262 9.77 चंपावत 37,699 8.21 देहरादून 44,873 12.07 हरिद्वार 1,03,062 23.03 नैनीताल 54,849 12.06 पौड़ी गढ़वाल 58,532 12.94 पिथौरागढ़ 60,822 13.27 रुद्रप्रयाग 39,987 9.01 टिहरी गढ़वाल 1,09,570 24.26 उधम सिंह नगर 76,592 16.51 उत्तरकाशी 49,469 10.83 FAQ Uttarakhand Kisan Samman Nidhi 2025 Q1. Uttarakhand Kisan Samman Nidhi 2025 की 20वीं किश्त कब जारी होगी?2 अगस्त 2025 को सुबह 10 से 12 बजे के बीच किश्त जारी की जाएगी। Q2. इस बार उत्तराखंड में कितने किसानों को लाभ मिलेगा?8,28,787 किसानों को कुल ₹184.25 करोड़ की राशि मिलेगी। Q3. राज्य स्तर पर मुख्य कार्यक्रम कहाँ होगा?देहरादून के हरवंश कपूर मेमोरियल हॉल, गढ़ी कैंट में। Q4. अब तक कितनी राशि दी जा चुकी है?19 किश्तों में कुल ₹3111.49 करोड़ की राशि किसानों को दी जा चुकी है। यह भी पढ़े….

छोटे से गांव की बेटी ने कर दिखाया बड़ा कारनामा! देश पाई 86वीं रैंक, बनीं नर्सिंग अधिकारी

Shreya Negi Chamoli News

श्रेया नेगी : उत्तराखंड की बेटी ने नर्सिंग अधिकारी बनकर किया प्रदेश का नाम रोशन Chamoli News – उत्तराखंड की होनहार बेटियां आज शिक्षा के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल कर अपने परिजनों का मान बढ़ा रही हैं। इन बेटियों की कामयाबी प्रदेश के हर घर में उम्मीद और गर्व की नई कहानी लिख रही है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक उपलब्धि हासिल की है चमोली जिले की Shreya Negi ने, जो हाल ही में चंडीगढ़ मेडिकल कॉलेज एवं गवर्नमेंट हॉस्पिटल में नर्सिंग अधिकारी के पद पर चयनित हुई हैं। श्रेया नेगी को मिली 86वीं रैंक, परिजनों में खुशी का माहौल मूल रूप से चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लॉक के सिंद्रवाणी गांव, गौचर की रहने वाली Shreya Negi ने चंडीगढ़ मेडिकल कॉलेज एवं गवर्नमेंट हॉस्पिटल में नर्सिंग अधिकारी के लिए आयोजित परीक्षा में देशभर में 86वीं रैंक हासिल की है। बीते 29 जून को आयोजित परीक्षा में सफलता पाकर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। इससे पहले श्रेया हरिद्वार में CHO के पद पर कार्यरत थीं। श्रेया के चाचा देवेंद्र सिंह नेगी के अनुसार श्रेया शुरू से ही पढ़ाई में तेज रही हैं। उन्होंने राजकीय नर्सिंग कॉलेज टिहरी से बीएससी नर्सिंग की डिग्री हासिल की और अब नर्सिंग अधिकारी के रूप में चयनित होकर परिवार के साथ-साथ पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया। श्रेया की इस कामयाबी के बाद से रिश्तेदारों, मित्रों और शुभचिंतकों की ओर से बधाइयों का सिलसिला लगातार जारी है। परिजनों के चेहरे पर भी खुशी साफ झलक रही है। ❓ FAQ Q1.श्रेया नेगी कहां की रहने वाली हैं?Shreya Negi उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग ब्लॉक के सिंद्रवाणी गांव, गौचर की रहने वाली हैं। Q2. श्रेया नेगी को किस पद के लिए चयनित किया गया?Shreya Negi का चयन चंडीगढ़ मेडिकल कॉलेज एवं गवर्नमेंट हॉस्पिटल में नर्सिंग अधिकारी के पद पर हुआ है। Q3. श्रेया नेगी ने कितनी रैंक हासिल की?Shreya Negi ने देशभर में 86वीं रैंक हासिल की है। Q4. श्रेया नेगी की शिक्षा पृष्ठभूमि क्या है?Shreya Negi ने राजकीय नर्सिंग कॉलेज टिहरी से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई की है और पहले हरिद्वार में CHO के पद पर कार्यरत थीं। यह भी पढ़े….

गृह प्रवेश में किन्नर का भेष धारण कर पहुंचे 3 युवक, पुलिस जांच में खुलासा

Kinnar ke vesh mein teen yuvak

Kinnar ke vesh mein teen yuvak : पटेलनगर में गृह प्रवेश के बहाने पहुंची टोली पर मचा हड़कंप Kinnar ke vesh mein teen yuvak पहुंचे गृह प्रवेश पर, पुलिस को देख भागे – एक ढोल वाला पकड़ा गया देहरादून: पटेलनगर की साईं लोक कॉलोनी में मंगलवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया, जब गृह प्रवेश की बधाई मांगने पहुंचे कुछ संदिग्ध लोगों की हरकतों पर स्थानीय लोगों को शक हुआ और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। जानकारी के मुताबिक, नए मकान के गृह प्रवेश पर चार लोग पहुंचे थे। इनमें से दो युवक Kinnar ke vesh mein थे, एक असली किन्नर था और उनके साथ एक ढोल वाला भी था। मकान मालिक से इन्होंने पैसों की मांग की। तभी किसी ने इनकी गतिविधियों पर संदेह जताया और पुलिस को खबर कर दी। पुलिस के पहुंचते ही तीन युवक भाग निकले। मौके पर सिर्फ ढोल वाला पकड़ा गया, जिसकी पहचान यासीन निवासी सहारनपुर के रूप में हुई है। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, फरार तीनों युवक भी उसी समुदाय से हैं, जिनमें से दो Kinnar ke vesh mein थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के ज़रिए उनकी तलाश कर रही है। फिलहाल पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि ये लोग वाकई सिर्फ बधाई मांगने आए थे या जबरन वसूली की नीयत से पहुंचे थे। पूछताछ और जांच के बाद पूरी सच्चाई सामने आएगी। ❓ FAQ Kinnar ke vesh mein teen yuvak Q1: क्या तीनों युवक असली किन्नर थे? पुलिस जांच में सामने आया है कि इनमें से दो युवक किन्नर के वेश में थे और एक असली किन्नर था। Q2: पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है? पुलिस ने मौके से ढोल वाला युवक पकड़ा है और फरार तीनों युवकों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। Q3: क्या यह मामला ठगी या वसूली का है? पुलिस अभी जांच कर रही है कि ये लोग वाकई बधाई मांगने आए थे या जबरन वसूली की नीयत से। Q4: क्या Kinnar ke vesh mein teen yuvak वाकई किन्नर थे? जानकारी के अनुसार, इनमें से दो युवक किन्नर के वेश में थे और एक असली किन्नर था। यह भी देखें……

DM दरबार में बुजुर्ग की फरियाद सुनते ही बड़ा एक्शन! कानूनगो सस्पेंड, दफ्तरों में मचा हड़कंप!

Dehradun DM Savin Bansal action

Dehradun DM Savin Bansal action: आदेशों की अनदेखी पर कानूनगो निलंबित जनता दर्शन में बुजुर्ग की फरियाद पर तुरंत कार्रवाई, लापरवाह कर्मचारियों में मचा हड़कंप Dehradun DM Savin Bansal action का असर एक बार फिर देखने को मिला जब जिलाधिकारी सविन बंसल ने शासकीय आदेशों की अवहेलना और वर्षों तक फाइल दबाए रखने पर संबंधित राजस्व कानूनगो को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस कड़ी कार्रवाई से सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है और लापरवाह कर्मचारियों को साफ संदेश मिला कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। पूरा मामला क्या है? जनता दर्शन कार्यक्रम में गांधी रोड निवासी बुजुर्ग रविन्द्र सिंह ने जिलाधिकारी सविन बंसल के सामने अपनी समस्या रखी। रविन्द्र सिंह ने बताया कि 16 मई 2018 को कलक्टर द्वारा भूमि के धारा 28 अंतर्गत आदेश पारित हुए थे, जिसका परवाना तहसील में प्राप्त हुआ और आर-6 रिकॉर्ड में 2023 में दर्ज भी हो गया। इसके बावजूद दिसंबर 2023 में कानूनगो माजरा को प्राप्ति देने के बाद भी अब तक नक्शा दुरुस्त नहीं किया गया था। बार-बार तहसील के चक्कर लगाने के बाद भी सुनवाई न होने पर बुजुर्ग ने DM के सामने गुहार लगाई। जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से कानूनगो राहुल देव को निलंबित करने के आदेश दिए और तहसीलदार सदर को पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए। Dehradun DM Savin Bansal action से क्या संदेश गया? इस कार्रवाई से साफ हो गया कि आम जनता की फरियाद को नज़रअंदाज़ करना अब भारी पड़ेगा। देहरादून DM सविन बंसल का यह एक्शन न सिर्फ सिस्टम में पारदर्शिता लाएगा, बल्कि अन्य कर्मचारियों को भी समय पर काम करने की सीख देगा। FAQ Dehradun DM Savin Bansal action Q1: देहरादून DM ने किस कारण से कानूनगो को निलंबित किया?जनता दर्शन में बुजुर्ग की भूमि संबंधी फरियाद पर आदेशों की वर्षों से अनदेखी और फाइल लंबित रखने के कारण। Q2: इस कार्रवाई से क्या संदेश गया?अब लापरवाह कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होगी और आम जनता को समय पर न्याय मिलेगा। Q3: कानूनगो का नाम क्या है?राहुल देव, जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। यह भी पढ़े…..पति की मौत के बाद तड़पती रही विधवा…आख़िरकार DM ने सुनी फरियाद, फिर हुआ बड़ा एक्शन

पति की मौत के बाद तड़पती रही विधवा…आख़िरकार DM ने सुनी फरियाद, फिर हुआ बड़ा एक्शन

Loan Insurance Fraud Against Widow

देहरादून में Loan Insurance Fraud Against Widow पर डीएम की बड़ी कार्रवाई Loan Insurance Fraud Against Widow मामला: बैंक शाखा सील, संपत्ति कुर्क और जल्द नीलामी चार बच्चियों की मां प्रिया को मिला न्याय, जनमानस में बढ़ा प्रशासन पर भरोसा देहरादून: Loan Insurance Fraud Against Widow – डीएम सविन बंसल का कड़ा एक्शन देहरादून–डीएम सविन बंसल लगातार जनमानस के साथ धोखाधड़ी करने वाले बैंकों और फाइनेंस कंपनियों पर कड़ा रुख अपना रहे हैं। आए दिन निजी बैंकों द्वारा जनता को परेशान करने के मामले सामने आते हैं। डीएम बंसल जनहित में लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं और आदेशों की अवहेलना करने वालों पर सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। हाल ही में Loan Insurance Fraud Against Widow का मामला डीएम के सामने आया, जिसमें प्रिया नाम की विधवा महिला ने गुहार लगाई कि पति की मृत्यु के बाद भी बैंक ने बीमा क्लेम की रकम नहीं दी और पिछले एक साल से बैंक कर्मचारी चक्कर कटवा रहे थे। विधवा प्रिया के दर्द को देख डीएम का सख्त फैसला विगत 11 जुलाई 2025 को चार बच्चियों की मां प्रिया ने डीएम सविन बंसल के समक्ष गुहार लगाई कि उनके पति स्व. विकास कुमार ने 6.50 लाख का लोन लिया था, जिसे बैंक के कहने पर बीमा भी करवाया गया था। पति की 12 जुलाई 2024 को आकस्मिक मृत्यु के बाद बैंक एक साल से बीमा की रकम नहीं दे रहा था और घर के कागज़ भी जब्त कर लिए थे। डीएम ने तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए बैंक प्रबंधक के विरुद्ध 7.15 लाख रुपये की आरसी काट दी और बैंक को रकम देने का आदेश दिया। बावजूद इसके बैंक ने आदेश का पालन नहीं किया और नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी नहीं दिया। आदेशों की अवहेलना पर बैंक पर गिरी गाज Loan Insurance Fraud Against Widow मामले में बैंक की ज़िद और नाफरमानी पर डीएम सविन बंसल ने राजपुर रोड स्थित सी.एस.एल. फाइनेंस लिमिटेड की शाखा को सील कर उसकी संपत्ति कुर्क कर दी। कुर्क की गई चल संपत्ति की कीमत कम होने पर बैंक के खाते भी कुर्क कर दिए गए। जल्द ही बैंक की चल-अचल संपत्ति की नीलामी कर पूरी रकम वसूली की जाएगी। चार बच्चियों की मां को मिला न्याय विधवा महिला प्रिया पिछले एक साल से न्याय के लिए दर-दर भटक रही थी। बैंक के बार-बार चक्कर और दस्तावेज ज़ब्त किए जाने के कारण उसकी परेशानियां और बढ़ गई थीं। आखिरकार, Loan Insurance Fraud Against Widow मामले में डीएम की कार्रवाई से उसे राहत मिली और बैंक की मनमानी पर रोक लगी। जिला प्रशासन के सख्त फैसले से जनता में खुशी डीएम सविन बंसल ने इस कार्रवाई से यह साफ कर दिया कि जनता को धोखा देने या परेशान करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के बाद जनमानस में खुशी की लहर है और प्रशासन पर भरोसा भी मजबूत हुआ है। मामले की पूरी कहानी पॉइंट में : FAQ Q1: Loan Insurance Fraud Against Widow मामले में डीएम ने क्या कदम उठाया?A1: डीएम सविन बंसल ने बैंक शाखा को सील कर संपत्ति और खाते कुर्क किए। Q2: प्रिया को कितनी रकम का बीमा क्लेम मिलना था?A2: 6.50 लाख रुपये का लोन बीमा क्लेम और कुल 7.15 लाख की आरसी जारी हुई थी। Q3: बैंक की संपत्ति क्यों कुर्क की गई?A3: आदेश के बावजूद बैंक ने बीमा की रकम और नो ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं दिया था। Q4: आगे क्या होगा?A4: कुर्क की गई संपत्ति और खाते की नीलामी से पूरी रकम वसूली की जाएगी। निष्कर्ष: Loan Insurance Fraud Against Widow – देहरादून डीएम सविन बंसल ने साहसिक कार्रवाई कर पीड़ित महिला को न्याय दिलाया और बैंक की मनमानी पर नकेल कसी। इससे पूरे जिले में प्रशासन की साख और जनता का भरोसा और मजबूत हुआ। यह भी पढ़े….

सीएम धामी ने दिए प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में भीड़ प्रबंधन और सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने के निर्देश

श्रद्धालुओं के पंजीकरण और चरणबद्ध दर्शन व्यवस्था अनिवार्य होगी देहरादून, 28 जुलाई 2025। सीएम धामी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। सीएम धामी ने हरिद्वार के मनसा देवी और चंडी देवी मंदिर, टनकपुर स्थित पूर्णागिरि धाम, नैनीताल के कैंची धाम, अल्मोड़ा के जागेश्वर मंदिर और पौड़ी के नीलकंठ महादेव मंदिर सहित अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में भीड़ प्रबंधन, श्रद्धालु पंजीकरण, पैदल मार्गों और सीढ़ियों के चौड़ीकरण, अतिक्रमण हटाने तथा मूलभूत सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता पर बल दिया। सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित दर्शन अनुभव प्रदान किया जाए। इसके लिए दर्शन व्यवस्था को चरणबद्ध रूप में लागू किया जाए और पंजीकरण की व्यवस्था को अनिवार्य बनाया जाए, ताकि श्रद्धालुओं की संख्या नियंत्रित रह सके और भीड़भाड़ से कोई असुविधा न हो। सीएम धामी ने निर्देश दिए कि गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के आयुक्तों की अध्यक्षता में एक समिति गठित की जाए। इसमें संबंधित जिलों के जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्ष एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। सीएम धामी ने विशेष रूप से मनसा देवी मंदिर परिसर और अन्य बड़े मंदिर परिसरों के सुनियोजित विकास, धारण क्षमता में वृद्धि और दुकान प्रबंधन को व्यवस्थित करने पर जोर दिया। बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगौली, एस.एन. पाण्डेय, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते और अपर सचिव बंशीधर तिवारी भी उपस्थित रहे।

हिमालयन पीजी कॉलेज की छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा, अब रखेंगी राष्ट्रीय मंच पर कदम

डॉ. पी.डी.बी. हिमालयन पीजी कॉलेज की छात्राएं श्वेता और अंकिता का राष्ट्रीय वित्तीय साक्षरता प्रतियोगिता के लिए चयन पौड़ी/कोटद्वार। राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान (NISM), मुंबई द्वारा आयोजित राष्ट्रीय वित्तीय साक्षरता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता–2025 के नॉर्थ ज़ोन चरण में कोटद्वार के डॉ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल हिमालयन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की दो छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन कर राष्ट्रीय स्तर के लिए अपनी जगह सुनिश्चित कर ली है। एम.ए. अर्थशास्त्र की छात्राएं श्वेता बेंजवाल और अंकिता नेगी ने प्रतियोगिता के अंतिम चरण में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए चयन हासिल किया। यह प्रतियोगिता 26 और 27 जुलाई को एमिटी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम में आयोजित की गई थी, जिसमें नॉर्थ ज़ोन की कुल 55 टीमों ने प्रतिभाग किया। कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डी.एस. नेगी ने जानकारी दी कि प्रतियोगिता की तैयारी हेतु सितंबर 2024 में महाविद्यालय के कैरियर काउंसलिंग एंड प्लेसमेंट सेल और आई.क्यू.ए.सी. के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें 107 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इसके बाद डॉ. ऋचा जैन (संयोजक, प्लेसमेंट सेल), डॉ. प्रवीन जोशी (संयोजक, आईक्यूएसी) एवं अर्थशास्त्र विभाग के प्रभारी डॉ. भगवत सिंह रावत के निर्देशन में विद्यार्थियों को प्रतियोगिता की तैयारी करवाई गई। कॉलेज स्तर पर आयोजित चयन प्रक्रिया में स्नातक वर्ग से नंदिनी गुप्ता (बी.कॉम) और कपिल कुमार (बी.एड), जबकि स्नातकोत्तर वर्ग से श्वेता और अंकिता का चयन किया गया था। डॉ. ऋचा जैन ने बताया कि श्वेता और अंकिता ने एमिटी यूनिवर्सिटी में हुई नॉर्थ ज़ोन प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित होने का गौरव प्राप्त किया है। कॉलेज के इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर समस्त प्राध्यापकगण और छात्र-छात्राओं ने हर्ष और बधाई प्रकट की है। अब यह छात्राएं NISM द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में उत्तर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

मनसा देवी हादसा: माता के दरबार में मची भगदड़, 8 की दर्दनाक मौत! असली वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!

Mansa Devi Hadsa

📰 Mansa Devi Hadsa: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भीषण भगदड़, छह श्रद्धालुओं की मौत Mansa Devi Hadsa: भारी भीड़ के चलते हादसा, करंट से मची अफरा-तफरी हरिद्वार: हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। रविवार सुबह दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस Mansa Devi Hadsa में 8 श्रद्धालुओं की मौत पुष्टि हो गई है, जबकि 35 लोग घायल बताए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंदिर के पैदल मार्ग पर बिजली के टूटे हुए तार से करंट फैल गया, जिससे अचानक अफरा-तफरी मच गई। लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे। मौके पर स्थानीय पुलिस प्रशासन और राहत-बचाव दल तुरंत पहुंचा। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने न्यूज एजेंसी को बताया, “मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ के कारण भगदड़ की घटना हुई है। फिलहाल छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मैं खुद घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं। विस्तृत जानकारी जल्द सामने आएगी।” फिलहाल मंदिर परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बिजली आपूर्ति भी नियंत्रित कर दी गई है ताकि आगे कोई हादसा न हो। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। घटना की विस्तृत रिपोर्ट का इंतज़ार है। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हादसे को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री ने लिखा, “हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि SDRF, उत्तराखंड पुलिस, स्थानीय पुलिस और अन्य राहत-बचाव दल मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल होने की प्रार्थना करते हुए श्रद्धालुओं से भी शांति बनाए रखने की अपील की है। 📝 FAQs: Mansa Devi Hadsa Q1: Mansa Devi Hadsa कब और कहां हुआ?हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह दर्शन के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। Q2: Mansa Devi Hadsa में कितने लोगों की मौत हुई?इस हादसे में अब तक 6 से 8 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं। Q3: Mansa Devi Hadsa की वजह क्या बताई जा रही है?प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मंदिर के रास्ते में बिजली के टूटे तार से करंट फैलने के कारण भगदड़ मची। Q4: हादसे के बाद क्या कदम उठाए गए?स्थानीय प्रशासन और राहत-बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। Q5: Mansa Devi Hadsa की जांच कौन कर रहा है?गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने खुद घटनास्थल के लिए रवाना होकर जांच के आदेश दिए हैं। विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है। यह भी पढ़े…..

उत्तराखण्ड में पहली बार सीबीडीसी के माध्यम से कृषकों को मिलेगा अनुदान

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने दी जानकारी, “पोर्टल अगस्त अंत तक होगा लॉन्च” देहरादून, 25 जुलाई। उत्तराखण्ड कृषि क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल करने जा रहा है। अब प्रदेश में किसानों को अनुदान राशि सीबीडीसी (सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) के माध्यम से प्रदान की जाएगी। यह व्यवस्था मिशन एप्पल और कीवी मिशन के तहत लागू की जा रही है। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज अपने कैंप कार्यालय में इन दोनों मिशनों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि 6 मार्च 2025 को मंत्री जोशी की अध्यक्षता में हुई 8वीं सामान्य बैठक में दिए गए निर्देशों के क्रम में अब अनुदान वितरण की पूरी प्रक्रिया डिजिटल भुगतान प्रणाली पर आधारित होगी। इसके लिए ‘अपुणि सरकार’ पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। सभी उद्यान विभाग के कार्मिकों को लॉगिन आईडी उपलब्ध करा दी गई है और आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। देश का पहला राज्य बनेगा उत्तराखण्ड इस योजना की सबसे खास बात यह है कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य होगा, जहाँ किसानों को अनुदान प्रोग्रामेबल सीबीडीसी (PCBDC) के ज़रिये मिलेगा। इस प्रणाली में किसानों को कार्य प्रारंभ होने से पहले ही अनुदान राशि उपलब्ध करा दी जाएगी, जिसे केवल चिन्हित कार्यदायी संस्थाओं अथवा प्रमाणित पौधशालाओं में ही खर्च किया जा सकेगा। यह पूरी प्रणाली आरबीआई, नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और विभिन्न बैंकों के सहयोग से उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद द्वारा विकसित की जा रही है, जो अब अंतिम चरण में है। पूरी प्रक्रिया होगी पेपरलेस मंत्री गणेश जोशी ने तैयारियों पर संतोष जताते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रणाली की प्रगति की साप्ताहिक रिपोर्ट उन्हें दी जाए। उन्होंने कहा कि अगस्त माह के अंत तक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस पोर्टल का लोकार्पण करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस नई प्रणाली से आवेदन, अनुमोदन और भुगतान की सभी प्रक्रियाएं पूरी तरह पेपरलेस, पारदर्शी और त्वरित हो जाएंगी, जिससे योजनाओं का क्रियान्वयन अधिक प्रभावी और बजट का समुचित उपयोग सुनिश्चित होगा। बैठक में मिशन निदेशक महेन्द्रपाल और उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र यादव भी उपस्थित रहे।