पौड़ी पुलिस ने डीज़ल चोरी का 24 घंटे में किया पर्दाफाश

तीन अभियुक्त गिरफ्तार, 70 लीटर डीज़ल, जैरकेन और वाहन बरामद लैंसडाउन। वादी की शिकायत पर दर्ज हुआ मुकदमा दिनांक 25 अगस्त 2025 को विनय सिंह भदौरिया निवासी सतपुली ने कोतवाली लैंसडाउन में तहरीर दी कि विकास निवासी बिजनौर द्वारा उनकी पोकलैंड मशीन व अन्य प्राइवेट मशीनों से डीज़ल चोरी किया गया। मामले में कोतवाली लैंसडाउन में मुकदमा पंजीकृत किया गया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सुरागरसी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली लैंसडाउन के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल व आसपास से जानकारी जुटाई। लगातार मेहनत और सुरागरसी से चोरी में शामिल तीन अभियुक्तों—विकास, मोनू और कमल—की पहचान की गई। गिरफ्तारी और बरामदगी दिनांक 26 अगस्त 2025 को पुलिस टीम ने गुमखाल तिराहा, जयहरीखाल के पास से तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से चोरी किया गया 70 लीटर डीज़ल, 4 खाली जैरकेन और एक वैगनार कार (UK 08 AL 3385) बरामद की गई। गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण विकास (21 वर्ष) पुत्र गिरीराज, निवासी ग्राम रामजीवाला, थाना मण्डावर, जिला बिजनौर (उ.प्र.) मोनू (32 वर्ष) पुत्र छत्रपाल, निवासी ग्राम छकड़ी, थाना मण्डावर, जिला बिजनौर (उ.प्र.) कमल (20 वर्ष) पुत्र उत्तम, निवासी ग्राम छड़का, थाना मण्डावली, जिला बिजनौर (उ.प्र.) बरामद माल का विवरण 70 लीटर डीज़ल (02 जैरकेन में) 04 खाली जैरकेन एक वैगनार कार (वाहन संख्या UK 08 AL 3385) पुलिस टीम वरिष्ठ उपनिरीक्षक अमित कुमार हे.का. 83 नापु. चेतन सिंह हे.का. 110 नापु. सम्पूर्ण सिंह हे.का. 103 नापु. सतेन्द्र सिंह का. 01 नापु. विवेक कुमार

देहरादून में मेट्रो नहीं, अब चलेंगी बाई-आर्टिकुलेटेड इलेक्ट्रिक बसें…जानिए कैसे बदलेगा राजधानी का ट्रांसपोर्ट सिस्टम!

Bi-articulated Electric Buses

Bi-articulated Electric Buses: देहरादून के ट्रांजिट सिस्टम में नया बदलाव उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अब मेट्रो या रोपवे की जगह Bi-articulated Electric Buses चलाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UKMRC) ने स्विस कंपनी HESS के साथ समझौता कर लिया है, जो इस तकनीक की विशेषज्ञ है। क्या हैं Bi-articulated Electric Buses? Bi-articulated Electric Buses दो जुड़े हुए डिब्बों वाली इलेक्ट्रिक बसें होती हैं, जो बैटरी से चलती हैं और तेजी से चार्ज हो जाती हैं (फ्लैश चार्जिंग टेक्नोलॉजी)। इनकी गति 30–40 किमी/घंटा होती है और ये पर्यावरण के लिए अनुकूल हैं। क्यों लिया गया ये फैसला? UKMRC ने पहले मेट्रो लाइट (2019), रोपवे (2020) और नियो मेट्रो (2022) के लिए DPR तैयार की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने 2025 में नियो मेट्रो के प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया कि यातायात को ई-बसों और BRTS से बेहतर ढंग से संभाला जा सकता है। इसके बाद स्विस कंपनी HESS ने UKMRC को Bi-articulated Electric Buses का प्रस्ताव दिया, जो कि कई यूरोपीय देशों और ऑस्ट्रेलिया में पहले से चल रही हैं। प्रस्तावित रूट और कवरेज फेज 1 – मुख्य कॉरिडोर 🔹 42 वार्ड कवर होंगे🔹 40% आबादी सीधे लाभान्वित🔹 विक्रम, मैजिक आदि को जोड़कर 75% तक सेवाएं फेज 2 – विस्तार कॉरिडोर लागत तुलना (प्रति किमी) सिस्टम लागत अनुमान (₹ करोड़/किमी) मेट्रो लाइट 91 – 110 रोपवे 103 – 126 मेट्रो नियो 40 – 50 Bi-articulated Electric Buses ~50 – 60* सटीक लागत DPR रिपोर्ट के बाद तय होगी, लेकिन संचालन खर्च मेट्रो और नियो मेट्रो से कम होगा। अंतरराष्ट्रीय अनुभव FAQ – Bi-articulated Electric Buses Q1. Bi-articulated Electric Buses क्या होती हैं? यह दो जुड़े हुए कोच वाली इलेक्ट्रिक बसें होती हैं, जो फ्लैश चार्जिंग से तेज़ी से चार्ज होती हैं और ज्यादा यात्रियों को ढोने की क्षमता रखती हैं। Q2. क्या ये मेट्रो से सस्ती होंगी? हां, अनुमानतः प्रति किलोमीटर लागत मेट्रो से कम और संचालन खर्च भी कम रहेगा। लेकिन यह रोपवे से थोड़ी महंगी हो सकती है। Q3. इसका लाभ देहरादून को कैसे मिलेगा? ये सिस्टम शहर के 75% तक आबादी को जोड़ सकता है, जिससे भीड़ कम होगी, प्रदूषण घटेगा और ट्रैफिक मैनेजमेंट बेहतर होगा। Q4. कब से शुरू हो सकती है योजना? शासन से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव केंद्र को जाएगा। 2026 तक योजना का कार्यान्वयन शुरू हो सकता है। 🔚 निष्कर्ष Bi-articulated Electric Buses देहरादून के लिए एक आधुनिक, किफायती और पर्यावरण-हितैषी विकल्प बनकर सामने आई हैं। यदि शासन और केंद्र से मंजूरी मिलती है, तो यह पहल राजधानी के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में क्रांति ला सकती है। देश अपडेट न्यूज़

विधवा माँ पर बेटों का क्रूर अत्याचार डीएम सविन बंसल ने तुरंत की कार्रवाई, जानिए पूरा मामला!

Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun

Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun: Gunda Act Ke Tahat Tez Karyavahi देहरादून: देहरादून जिले में Vidhwa mahila utpeedan Dehradun के मामले में जिलाधिकारी सविन बंसल ने तेजी से गुंडा अधिनियम 1970 के तहत कार्रवाई शुरू की है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के खिलाफ गंभीर है। Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun Ka Vivaran विधवा महिला विजय लक्ष्मी पंवार, निवासी भागीरथपुरम, बंजारावाला ने अपनी सुरक्षा के लिए Vidhwa mahila utpeedan Dehradun के तहत जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनके दोनों पुत्र नशे के आदी हैं और वे लगातार उन्हें मारते-पीटते हैं, जान से मारने की धमकी देते हैं और पैसे की मांग करते हैं। महिला ने बताया कि बेटे अक्सर अफीम, गांजा और शराब के नशे में रहते हैं। Jila Adhikari Ki Karyavahi जिलाधिकारी ने विधवा महिला (Vidhwa mahila utpeedan Dehradun) की शिकायत पर गोपनीय जांच कराई, जिसमें स्थानीय लोगों और पड़ोसियों ने भी उत्पीड़न की पुष्टि की। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने दोनों बेटों को नोटिस जारी कर गुंडा अधिनियम के तहत तेज कार्रवाई शुरू की। बेटों को 26 अगस्त 2025 को न्यायालय में पेश होने के लिए कहा गया है। Gunda Act Aur Uska Mahatva गुंडा अधिनियम 1970 का उद्देश्य उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना है जो समाज में आतंक फैलाते हैं। यह अधिनियम प्रशासन को विशेष शक्तियां देता है ताकि ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो सके। Vidhwa mahila utpeedan Dehradun जैसे मामलों में यह अधिनियम पीड़ित की सुरक्षा के लिए अहम साबित होता है। Samajik Aur Kanooni Prabhav (Vidhwa mahila utpeedan Dehradun) जिला प्कीरसाशन की इस त्वरित कार्रवाई से यह संदेश गया है कि प्रशासन घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के मामलों में कोई समझौता नहीं करता। इस प्रकार की कड़ी कार्रवाई पीड़ितों को न्याय दिलाने और समाज में शांति बनाए रखने में मदद करती है। Frequently Asked Questions (FAQs) Q1: Vidhwa mahila utpeedan Dehradun में क्या कदम उठाए जाते हैं?A: शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी या पुलिस प्रशासन त्वरित जांच कर गुंडा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई करते हैं। Q2: विधवा महिला उत्पीड़न की शिकायत कहां दर्ज कर सकती है?A: महिला जिला प्रशासन कार्यालय या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा सकती है। Q3: गुंडा एक्ट के तहत सुनवाई कितनी तेज होती है?A: गुंडा एक्ट के मामलों में फास्ट ट्रैक सुनवाई कर शीघ्र न्याय सुनिश्चित किया जाता है। Q4: अगर बेटा न्यायालय में पेश नहीं होता तो क्या होगा?A: निर्दिष्ट समय में उत्तर न देने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाती है। देश अपडेट न्यूज़

राजकीय इंटर कॉलेज कुनेलाखेत की होनहार छात्रा कोमल का एमबीबीएस में चयन, बिना कोचिंग पाई बड़ी सफलता

पिता उपनल कर्मी, बेटी बनने जा रही डॉक्टर – क्षेत्र में खुशी की लहर अल्मोड़ा (रानीखेत)…. कोमल गोस्वामी का सरकारी मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में चयन राजकीय इंटर कॉलेज कुनेलाखेत की 2024 की कक्षा 12 विज्ञान वर्ग की छात्रा कोमल गोस्वामी का चयन MBBS कोर्स के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज हरिद्वार में हुआ है। ग्राम गाड़ी के साधारण परिवार से निकली मिसाल विद्यालय के सेवित क्षेत्र की ग्राम गाड़ी की कोमल ने अपने परिवार, विद्यालय और पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया। पहले ही प्रयास में बिना किसी कोचिंग व बाहरी सहायता के उन्होंने 720 में से 516 अंक प्राप्त कर All India Rank 35689 हासिल की। पिता चौबटिया गार्डन में कार्यरत, माता गृहणी कोमल के पिता ईश्वर गिरी उपनल के माध्यम से चौबटिया गार्डन में कार्यरत हैं जबकि माता गृहणी हैं। परिवार की सादगी और संघर्ष के बीच कोमल ने यह उपलब्धि अर्जित की। विद्यालय परिवार ने दी शुभकामनाएँ विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं और पूरे स्टाफ ने कोमल की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया। सभी ने उन्हें मृदुभाषी, अनुशासित और सबका सम्मान करने वाली छात्रा बताते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। पहले भी दिखा चुकी हैं प्रतिभा इससे पूर्व वर्ष 2022 में कोमल ने हाई स्कूल की परीक्षा में बोर्ड मेरिट में 25वाँ स्थान प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था।

कोटद्वार पुलिस ने युवती से छेड़-छाड़ करने वाले 02 युवकों को 24 घंटे के भीतर किया गिरफ्तार

नोएडा से कोटद्वार आती हुई युवती से कार चालक और उसके साथी ने की छेड़खानी कोटद्वार निवासी एक युवती ने 23.08.2025 को कोतवाली कोटद्वार में शिकायत दर्ज कराई कि 22.08.2025 की रात को उन्होंने बला-बला ऐप से नोएडा-विजयनगर बाईपास से कोटद्वार आने के लिए कार (UP14FB3797) बुक की थी। बहाने से ले गए किराए के मकान में और की अभद्रता कोटद्वार पहुँचने पर चालक व उसका साथी खाना खाने के बहाने गाड़ी को सिम्बलचौड़ स्थित अपने किराये के मकान में ले गए और वहां युवती से अभद्रता व छेड़छाड़ की। किसी तरह युवती वहां से निकलकर बची। तत्काल मुकदमा दर्ज, पुलिस को मिले सख्त निर्देश इस संबंध में कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0सं0-209/25, धारा 75(2), 127(2) BNS में अभियोग पंजीकृत किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए। CCTV और सर्विलांस से पकड़े गए आरोपी एएसपी कोटद्वार चन्द्रमोहन और सीओ कोटद्वार श्रीमती निहारिका सेमवाल के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवार की अगुवाई में पुलिस टीम गठित हुई। पहले आरोपियों के किराये के मकान पर दबिश दी गई, लेकिन वे फरार थे। इसके बाद CCTV कैमरों और सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम ने दोनों अभियुक्तों को केवल 24 घंटे में ही BEL रोड, कोटद्वार से गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों के नाम व पते कपिल सोम (उम्र 32 वर्ष) पुत्र नरेन्द्र सिंह, निवासी- केशव कुंज, गोविन्द पुरम, गाजियाबाद मोहित राणा (उम्र 30 वर्ष) पुत्र कृष्ण कुमार राणा, निवासी- शंकर बिहार, मुरादाबाद, गाजियाबाद पुलिस टीम SI दीपिका बिष्ट SI दीपक पंवार HC दीपक मेवाड़ HC लोकेश कुमार का0 अमित कुमार

थराली आपदा प्रभावित क्षेत्रों का मुख्यमंत्री ने किया स्थलीय निरीक्षण

अधिकारियों को राहत एवं रेस्टोरेशन कार्यों में तेजी लाने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को चमोली जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र थराली का दौरा किया और प्रभावित परिवारों का हालचाल जाना। उन्होंने अधिकारियों को 24×7 मोड पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए और कहा कि राहत कार्यों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। कुलसारी राहत शिविरों में प्रभावितों से ली व्यवस्थाओं की जानकारी मुख्यमंत्री ने कुलसारी में बनाए गए राहत शिविर का निरीक्षण किया और वहां रह रहे प्रभावितों से सीधा फीडबैक लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित को असुविधा न हो और पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाए। प्रभावित परिवारों को तत्काल 5-5 लाख की सहायता राशि के चेक प्रदान करने के निर्देश सीएम धामी ने आपदा में पूर्णतः क्षतिग्रस्त मकानों एवं मृतकों के परिजनों को तत्काल ₹5-5 लाख की सहायता राशि के चेक प्रदान करने के साथ ही, बेघर हुए परिवारों के पुनर्वास की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। “संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह साथ खड़ी है” – मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह से प्रभावितों के साथ खड़ी है। उन्होंने युद्धस्तर पर राहत व बचाव कार्य संचालित करने का भरोसा दिलाया। जिला प्रशासन ने दी राहत कार्यों की अद्यतन जानकारी जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रभावितों को सुरक्षित राहत शिविरों में ठहराया गया है। कुलसारी राजकीय पॉलिटेक्निक में 12, प्राथमिक विद्यालय चेपड़ो में 36 और थराली अपर बाजार में 20 लोगों को ठहराया गया है। प्रभावितों को भोजन, चिकित्सा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग सुचारू कर दिए गए हैं और विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति बहाल करने का कार्य प्रगति पर है। निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे जनप्रतिनिधि और अधिकारी मुख्यमंत्री के साथ थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अभिषेक गुप्ता, एसडीएम सोहन सिंह रांगड, एसडीएम पंकज भट्ट और सीओ अमित कुमार सैनी भी मौजूद रहे।

सारकोट से मुरान्यू तक: आदर्श ग्राम की नई पहल

सीडीओ ने मुरान्यू गांव को आदर्श ग्राम बनाने का खाका खींचा पौड़ी/23 अगस्त 2025: चमोली के सारकोट की तर्ज पर अब पौड़ी जनपद के दुगड्डा ब्लॉक का मुरान्यू गांव आदर्श ग्राम के रूप में विकसित किया जाएगा। इस दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवन्त ने ग्रामवासियों व अधिकारियों के साथ बैठक कर स्पष्ट किया कि विकास कार्य केवल कागज़ों पर नहीं, बल्कि धरातल पर नज़र आने चाहिए। ग्राम की वास्तविक जरूरतों का होगा सर्वे सीडीओ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सबसे पहले बेसलाइन सर्वे किया जाए, ताकि ग्रामवासियों की वास्तविक जरूरतें और प्राथमिकताएं चिन्हित हो सकें। बीडीओ को विभागीय समन्वय के साथ क्लस्टर आधारित व एकीकृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा गया। महिला समूहों को सशक्त बनाने पर जोर बैठक में महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने पर विशेष बल दिया गया। निर्णय लिया गया कि गांव में कॉमन वर्क शेड व मशरूम यूनिट स्थापित की जाएगी और समूहों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही पंचायती भवन पर बड़े सोलर पैनल लगाने के निर्देश भी दिए गए, ताकि ऊर्जा आत्मनिर्भरता सुनिश्चित हो सके। विभागों को मिले विशेष निर्देश कृषि विभाग को गांव में घेरबाड़ कार्य बढ़ाने उद्यान विभाग को क्लस्टर स्तर पर पाली हाउस स्थापित करने पशुपालन विभाग को कुक्कुट व गौपालन इकाइयां विकसित करने सिंचाई विभाग को खेतों की सिंचाई व्यवस्था सुदृढ़ करने ऊरेडा को नवीकरणीय ऊर्जा व सौर ऊर्जा समाधान उपलब्ध कराने साथ ही मनरेगा के अंतर्गत श्रम आधारित कार्यों को प्राथमिकता देने, रीप के माध्यम से ग्रामीण अवसंरचना व रोजगार सृजन को गति देने और एनआरएलएम के जरिए महिला समूहों की आजीविका संवर्धन गतिविधियों को मजबूत करने पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। आदर्श ग्राम से बदलेगा ग्रामीण विकास का चेहरा मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि चयनित गांवों को आदर्श ग्राम बनाकर वहां आजीविका संवर्धन, ऊर्जा समाधान, आधुनिक कृषि, महिला सशक्तिकरण और सामुदायिक विकास को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने विश्वास जताया कि मुरान्यू गांव भी चमोली के सारकोट की तरह ग्रामीण विकास की नई मिसाल बनेगा।

राधिका की शिक्षा को मिले पंख, जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया की पहल से खुला उच्च शिक्षा का रास्ता

पौड़ी/ 23 अगस्त, 2025 राधिका की गुहार पर संवेदनशील हुईं जिलाधिकारी जनपद में एक भावुक पल देखने को मिला, जब बालिका राधिका ने जिलाधिकारी गढ़वाल स्वाति एस. भदौरिया से अपनी शिक्षा जारी रखने की गुहार लगायी। आर्थिक तंगी और पारिवारिक संकट के कारण पढ़ाई बीच में रुकने के कगार पर थी, लेकिन जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की। “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना से मिला सहारा जिलाधिकारी ने “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना” के अंतर्गत राधिका की पढ़ाई सुनिश्चित करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये। उनके निर्देशों का पालन करते हुए राधिका का प्रवेश स्नातक प्रथम वर्ष (बी.ए. ओपन) में करा दिया गया है और पठन-पाठन सामग्री भी उपलब्ध करायी गयी। कार्यक्रम अधिकारी थपलियाल ने बताया कि राधिका के प्रथम सेमेस्टर की फीस 5 हजार रुपये जमा कर दी गयी है और आगे की शिक्षा का पूरा खर्च भी योजना के अंतर्गत वहन किया जाएगा। गरीब व जरूरतमंद बालिकाओं को भी मिलेगा लाभ कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि यह प्रयास केवल राधिका तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि विभाग गरीब और जरूरतमंद परिवारों की अन्य बालिकाओं को भी शिक्षा से जोड़ने के लिये प्रतिबद्ध है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद शिक्षा के प्रति लगन गौरतलब है कि घुड़दौड़ी स्थित पाबौ मल्ला गांव की राधिका के पिता का निधन हो चुका है और उनकी मां मजदूरी कर किसी तरह घर का खर्च उठाती हैं। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राधिका की शिक्षा के प्रति लगन देखकर जिलाधिकारी ने उसके भविष्य को संवारने की जिम्मेदारी उठायी। राधिका ने जताया आभार राधिका ने अपने भाव साझा करते हुए कहा कि 2024 में बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद घर की स्थिति खराब होने से मैं आगे पढ़ाई नहीं कर पा रही थी, लेकिन मेरी इच्छा हमेशा पढ़ाई करने की रही। जिलाधिकारी की मदद से आज मेरा बी.ए. में दाखिला हो गया है। इसके लिये मैं जिलाधिकारी और बाल विकास विभाग की आभारी हूं। प्रशासन की प्रतिबद्धता जिलाधिकारी भदौरिया ने कहा कि प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी प्रतिभावान बालिका आर्थिक अभाव के कारण शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि राधिका का बी.ए. में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना” के तहत एडमिशन करा दिया गया है और पठन–पठान की सामग्री भी उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने कहा कि यह योजना बेटियों के लिये बेहतर साबित हो रही है और आगे भी इसी तरह के कार्य किये जाएंगे।

दुःखद: तीन साल के मासूम को उठा ले गया गुलदार; शव बरामद

कोटद्वार। उत्तराखण्ड में गुलदार का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन इंसानी बस्तियों में घुसकर गुलदार के शिकार बनाने की घटनाएँ सामने आ रही हैं। अब कोटद्वार के लैंसडाउन वन प्रभाग से एक दर्दनाक खबर आई है, जहाँ शुक्रवार देर रात गुलदार ने तीन साल के मासूम को अपना शिकार बना लिया। मजदूरों के टैंट से उठा ले गया बच्चा जानकारी के अनुसार घटना रात करीब 8:30 बजे की है। नेपाल मूल के मजदूर गुमखाल–सतपुली सड़क चौड़ीकरण कार्य में जुटे हुए हैं और उन्होंने सड़क किनारे टैंट लगाए हुए हैं। इसी दौरान विवेक पुत्र रमेश (उम्र 03 वर्ष, निवासी नेपाल) को गुलदार उठा ले गया। शोर सुनकर दौड़े लोग, लेकिन गुलदार जंगल में समा गया बच्चे के परिजनों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक गुलदार बच्चे को लेकर जंगल की ओर निकल चुका था। सुबह जंगल से मिला मासूम का शव सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची। शनिवार सुबह करीब 11 बजे सर्च ऑपरेशन के दौरान बच्चे का शव बरामद हुआ। वन विभाग की टीम भी मौके पर मौजूद रही। ग्रामीणों में आक्रोश, बाघ को नरभक्षी घोषित करने की मांग घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बाघ (गुलदार) को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने और उसे नरभक्षी घोषित करने की मांग उठाई है।

चमोली ब्रेकिंग: बादल फटने से मची तबाही, एसडीएम आवास तक पहुंचा मलबा…लोग घर छोड़ भागे, एक लापता

चमोली: थराली में शनिवार देर शाम से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार बरस रहे बादलों ने थराली तहसील मुख्यालय के साथ कई गांवों में तबाही मचा दी है। सबसे ज्यादा नुकसान राड़ीबगड़ और चेपडो में देखने को मिला है। टुनरी गधेरे में बादल फटने से दोनों जगहों पर भारी मलबा आ गया। कई गाड़ियां मलबे में दब गईं, वहीं मलबा सीधे घरों में घुसने से लोग दहशत में आ गए। हालात इतने बिगड़े कि मलबा एसडीएम आवास तक जा पहुंचा। सगवाड़ा गांव से एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है, जिसकी तलाश की जा रही है। इधर, पिंडर नदी और प्राणमती नदी उफान पर हैं। तेज बहाव और नदियों के लगातार बढ़ते जलस्तर से आसपास के गांवों के लोग भयभीत होकर अपने घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए हैं। स्थानीय लोग बता रहे हैं कि देर शाम से लगातार मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे राहत की कोई उम्मीद फिलहाल नहीं दिख रही। प्रशासन अलर्ट पर है और हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से स्थिति और गंभीर होती जा रही है। पहाड़ों से आ रहे मलबे और तेज बारिश ने लोगों की नींद उड़ा दी है। ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं, जबकि प्रशासन लोगों से सतर्क और सावधान रहने की अपील कर रहा है। देश अपडेट न्यूज़