कोटद्वार: रामलीला विवाद के बाद पुलिस से अभद्रता करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में कोटद्वार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 10 महिलाओं सहित कुल 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की थी।
जानकारी के मुताबिक 22 अक्टूबर 2025 को थाना कोटद्वार पुलिस को सूचना मिली कि देवरामपुर क्षेत्र में रामलीला को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया है। सूचना मिलते ही रात्रि अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।
जांच में सामने आया कि देवरामपुर के कुछ लोग 21 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के मोटाढाक मल्ला में रामलीला देखने गए थे…जहां उनका दूसरे पक्ष के साथ झगड़ा हुआ। इस घटना में शामिल एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए पुलिस ला रही थी, तभी देवरामपुर की कुछ महिलाओं और पुरुषों ने पुलिस टीम के साथ अभद्रता की और उनके सरकारी कार्य में बाधा डाली।
इस मामले में कोतवाली कोटद्वार पर मुकदमा संख्या 262/25, धारा 132, 191(2), 191(3), 190, 109, 351(2), 352 बीएनएस एवं धारा 3 उत्तराखण्ड लोक सम्पत्ति निवारण अधिनियम के तहत कविता सहित 22 नामजद और 10–15 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्राधिकारी कोटद्वार निहारिका सेमवाल के नेतृत्व में टीम गठित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
टीम प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवर और वरिष्ठ उप निरीक्षक राज विक्रम सिंह के नेतृत्व में गठित की गई। पुलिस टीमों ने सघन तलाशी अभियान चलाकर 23 अक्टूबर 2025 को 14 अभियुक्तों जिनमें 10 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल हैं….गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान जारी है और किसी भी तरह की कानून व्यवस्था में बाधा डालने वालों के खिलाफ कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।



