कोटद्वार (उत्तराखंड):
भारत तिब्बत सहयोग मंच द्वारा कोटद्वार में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी ने मंच की गतिविधियों की सराहना करते हुए इसे समाज सेवा का उत्कृष्ट माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मंच सामाजिक एकता और विकास को गति देने में अहम भूमिका निभाते हैं।

पूर्व सैनिकों की भूमिका पर विशेष जोर
रितु खंडूरी ने कहा कि पूर्व सैनिक अनुशासन, समर्पण और नेतृत्व क्षमता के कारण समाज को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों से आह्वान किया कि वे मंच के माध्यम से समाज सेवा में सक्रिय रूप से भाग लें।
धर्मवीर गुसाई ने हिमालयी पर्यावरण असंतुलन पर जताई चिंता
राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर सिंह गुसाई ने मंच की गतिविधियों को विस्तार देने की आवश्यकता पर बल दिया और हिमालयी पर्यावरणीय असंतुलन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, अनियोजित विकास, और वनों की कटाई से उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में आपदाएं बढ़ी हैं।
2025 के मानसून में उत्तर भारत में आई आपदाएं इस असंतुलन का स्पष्ट उदाहरण हैं — धर्मवीर गुसाई
समाधान के सुझाव
गुसाई ने हिमालय क्षेत्र में उपग्रह आधारित निगरानी, स्थानीय समुदायों की भागीदारी, और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने मंच के पर्यावरण संरक्षण प्रयासों की भी सराहना की।
कार्यक्रम में रही जोरदार उपस्थिति
कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। प्रमुख नामों में शामिल रहे:
- रि. कैप्टन हर्षवर्धन सिंह बिष्ट, रि. कैप्टन जयराज सिंह, रि. सूबेदार मेजर सतीश जोशी
- शशि बाला केष्टवाल, रानी नेगी, लीला कर्णवाल, देवेंद्र कुंडलिया, पार्षद सुभाष पांडे आदि।
कार्यक्रम का संचालन शशि बाला केष्टवाल ने किया।
FAQ
❓ भारत तिब्बत सहयोग मंच क्या है?
भारत तिब्बत सहयोग मंच एक सामाजिक संगठन है जो भारत-तिब्बत की साझा संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और समाज सेवा जैसे मुद्दों पर कार्य करता है। यह मंच विशेष रूप से पूर्व सैनिकों और युवाओं को समाज सेवा में जोड़ने का कार्य करता है।
❓ कोटद्वार में आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य क्या था?
इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज सेवा, पूर्व सैनिकों की भागीदारी और हिमालयी क्षेत्र के पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाना था। इसके अलावा, मंच की आगामी गतिविधियों की रूपरेखा भी तय की गई।
❓ कार्यक्रम में कौन-कौन से प्रमुख नेता शामिल हुए?
कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी, राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर सिंह गुसाई, और लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी सहित कई पूर्व सैनिक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
❓ हिमालय क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन का मुख्य कारण क्या बताया गया?
धर्मवीर गुसाई ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, अनियोजित विकास, वनों की कटाई, और ग्लेशियरों का पिघलना हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रमुख कारण हैं।
❓ मंच किन-किन क्षेत्रों में काम करता है?
भारत तिब्बत सहयोग मंच प्रमुख रूप से सामाजिक एकता, पूर्व सैनिकों की भागीदारी, पर्यावरण संरक्षण, और भारत-तिब्बत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर काम करता है।
❓ कार्यक्रम के दौरान कौन से समाधान सुझाए गए?
कार्यक्रम में सुझाव दिया गया कि उपग्रह आधारित निगरानी, स्थानीय समुदायों की भागीदारी, सतत विकास और पर्यटन, और पर्यावरण-अनुकूल अवसंरचना के जरिए हिमालयी क्षेत्र को सुरक्षित बनाया जा सकता है।