DLM Aan Singh Kandli will receive an Honorary Doctorate for Environmental and Social Work from the World Human Rights Protection Commission for his outstanding contributions. The award ceremony will be held on July 31, 2025, in Dehradun.
About the Honorary Doctorate for Environmental and Social Work by WHRPC
कर्णप्रयाग: सामाजिक और पर्यावरणीय सेवाओं के लिए डीएलएम आन सिंह कांदली को मिलेगा डॉक्टरेट
वन निगम कर्णप्रयाग में तैनात प्रभागीय लौगिंक प्रबंधक डीएलएम आन सिंह कांदली को विश्व मानवाधिकार संरक्षण आयोग (World Human Rights Protection Commission) द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा।
Why Aan Singh Kandli Is Receiving an Honorary Doctorate for Environmental and Social Work
यह उपाधि उन्हें पर्यावरण संरक्षण, वन्यजीव सुरक्षा और सामाजिक क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान के लिए दी जा रही है।
Award Ceremony of the Honorary Doctorate for Environmental and Social Work
सम्मान समारोह कब और कहां?
डॉ. आन सिंह कांदली को यह सम्मान 31 जुलाई 2025 को देहरादून में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया जाएगा। आयोग द्वारा यह डॉक्टरेट उपाधि हर वर्ष उन्हीं व्यक्तित्वों को दी जाती है, जिन्होंने मानव सेवा और प्रकृति संरक्षण में उल्लेखनीय कार्य किया हो।
कौन हैं आन सिंह कांदली?
“सिर्फ प्रशासनिक कार्य नहीं, समाज सेवा भी मेरी जिम्मेदारी है।” डीएलएम आन सिंह कांदली
आन सिंह कांदली पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से वन विभाग में सेवा दे रहे हैं। वे न केवल अपने प्रशासनिक कार्यों में दक्ष हैं, बल्कि उन्होंने समाज सेवा को भी अपने कर्तव्यों का हिस्सा बनाया है।
सामाजिक योगदान:
ज़रूरतमंदों को शिक्षा, चिकित्सा और रोजगार में आर्थिक सहयोग
पौधरोपण, अतिक्रमण रोकथाम, और कर्मचारियों के सहयोग से पर्यावरणीय अभियानों का संचालन
टीम का उत्साह और बधाई
डीएलएम कांदली के इस सम्मान को लेकर उनके साथियों में भी ख़ुशी की लहर है। इस मौके पर लौगिंक सहायक दीपक बिष्ट, स्केलर ओम प्रकाश रावत, पुरण चंद्र डिमरी, दीपक पंत, लक्ष्मण, और सूरज फर्रस्वाण आदि ने हर्ष जताया और बधाई दी।
(FAQs)
डीएलएम आन सिंह कांदली को डॉक्टरेट क्यों मिला?
उन्हें यह उपाधि पर्यावरण, वन्यजीव संरक्षण और समाज सेवा में उत्कृष्ट योगदान के लिए दी गई।
यह सम्मान कब और कहां दिया जाएगा?
उन्हें 31 जुलाई 2025 को देहरादून में आयोजित समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
क्या यह उपाधि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य है?
हां, यह उपाधि विश्व मानवाधिकार संरक्षण आयोग द्वारा दी जाती है जो एक प्रतिष्ठित संस्था है।