“ड्रग फ्री देवभूमि 2025” की दिशा में बड़ी सफलता – पुलिस ने गांजा तस्करी पर कसा शिकंजा

कोटद्वार पुलिस का अभियान – लाखों के गांजे के साथ गिरोह गिरफ्तार जनपद पौड़ी के कोटद्वार पुलिस की बड़ी कार्रवाई पुलिस ने नशा तस्करों पर करारी कार्रवाई करते हुए 51 किलो अवैध गांजा बरामद किया। इस कार्रवाई में महिला सहित कुल 04 गांजा तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं। मुख्यमंत्री का संकल्प और एसएसपी के निर्देश मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के “ड्रग फ्री देवभूमि 2025” संकल्प को धरातल पर उतारने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने जनपद के सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि अवैध मादक पदार्थ तस्करी में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। विशेष अभियान और चेकिंग ऑपरेशन इन्हीं निर्देशों के अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार चन्द्र मोहन सिंह और क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन तुषार बोरा के पर्यवेक्षण में, प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवर के नेतृत्व में पुलिस एवं सीआईयू टीम द्वारा विशेष अभियान चलाया गया। सिद्धबली चेक पोस्ट पर गांजा बरामद 05 सितम्बर 2025 को सिद्धबली चेक पोस्ट पर वाहन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध वाहन (UK-08 T 4245C) से 51 किलो गांजा बरामद किया गया। मौके से चारों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। मुकदमा दर्ज गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ कोतवाली कोटद्वार में मुकदमा संख्या 219/2025, धारा 8/20/60/29 NDPS Act के तहत केस दर्ज कर उन्हें माननीय न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण बरामद माल का विवरण 👉 कुल बरामद: 50.46 किलो अवैध गांजा (कीमत लगभग ₹12,61,500/-) कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम

उत्तरकाशी के नौगांव में बादल फटने से तबाही, बाजार डूबा पानी में

उत्तरकाशी के नौगांव में बादल फटने से तबाही

उत्तरकाशी: उत्तरकाशी के नौगांव के ऊपरी क्षेत्र में रविवार को अचानक बादल फटने से तबाही मच गई। तेज बारिश के कारण नौगांव खड़ का जलस्तर तेजी से बढ़ गया, जिससे बाजार की सड़कें पानी से लबालब हो गईं। कई दुकानों के अंदर पानी घुस गया और मालवा खराब हो गया। इस घटना ने स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मचा दी, जिससे आसपास के घरों को खाली कराने की जरूरत पड़ी। हालांकि, अभी तक किसी जनहानि की कोई सूचना नहीं है। भारी बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने पहले ही तीन जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी, जिसका असर नौगांव में साफ नजर आया। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गई है। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

अतिवृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान, उत्तराखंड सरकार करेगी मुआवजा वितरण

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने की समीक्षा बैठक, जल्द शुरू होगी राहत प्रक्रिया देहरादून, 05 सितम्बर। उत्तराखंड में अतिवृष्टि से किसानों की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। राज्य के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कैंप कार्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर फसलों के नुकसान की समीक्षा की और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। फसलों के नुकसान का नियमित सर्वेक्षण कृषि मंत्री जोशी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसलों के नुकसान का नियमित सर्वेक्षण कर प्रतिदिन रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के मानकों के अनुसार शीघ्र कागजी कार्यवाही पूरी की जाए ताकि किसानों को समय पर मुआवजा उपलब्ध हो सके। 12 हजार हेक्टेयर से अधिक औद्यानिक फसलें प्रभावित अधिकारियों ने बैठक में जानकारी दी कि अतिवृष्टि से प्रदेश में 12,272.74 हेक्टेयर औद्यानिक फसलें प्रभावित हुई हैं। इनमें से 4,797.49 हेक्टेयर क्षेत्रफल 33 प्रतिशत से अधिक क्षति श्रेणी में दर्ज हुआ है। उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी विकासखंड के धराली ग्रामसभा में 6.10 हेक्टेयर क्षेत्रफल की औद्यानिक फसलें नष्ट हुईं। 339 हेक्टेयर कृषि फसलें बर्बाद प्रदेश में 339.47 हेक्टेयर कृषि फसलें भी अतिवृष्टि से प्रभावित हुई हैं। इनमें से 45 हेक्टेयर क्षेत्रफल 33 प्रतिशत से अधिक क्षति श्रेणी में आता है। तराई क्षेत्र के हरिद्वार और उधमसिंह नगर (खटीमा) में जलभराव के कारण नुकसान का आंकलन अधूरा है, जिसे जल्द पूरा किया जाएगा। किसानों को जल्द मिलेगा मुआवजा कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जल्द ही मुआवजा वितरण शुरू किया जाएगा। बैठक में मौजूद अधिकारी समीक्षा बैठक में संयुक्त निदेशक कृषि दिनेश कुमार और निदेशक बागवानी मिशन महेंद्र पाल उपस्थित रहे।

विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी की मंच से अपील: हिमालय बचाओ, समाज जोड़ो, भारत तिब्बत मंच ने भरी हुंकार

रितु खंडूरी

कोटद्वार (उत्तराखंड): भारत तिब्बत सहयोग मंच द्वारा कोटद्वार में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी ने मंच की गतिविधियों की सराहना करते हुए इसे समाज सेवा का उत्कृष्ट माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मंच सामाजिक एकता और विकास को गति देने में अहम भूमिका निभाते हैं। पूर्व सैनिकों की भूमिका पर विशेष जोर रितु खंडूरी ने कहा कि पूर्व सैनिक अनुशासन, समर्पण और नेतृत्व क्षमता के कारण समाज को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने पूर्व सैनिकों से आह्वान किया कि वे मंच के माध्यम से समाज सेवा में सक्रिय रूप से भाग लें। धर्मवीर गुसाई ने हिमालयी पर्यावरण असंतुलन पर जताई चिंता राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर सिंह गुसाई ने मंच की गतिविधियों को विस्तार देने की आवश्यकता पर बल दिया और हिमालयी पर्यावरणीय असंतुलन पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, अनियोजित विकास, और वनों की कटाई से उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में आपदाएं बढ़ी हैं। 2025 के मानसून में उत्तर भारत में आई आपदाएं इस असंतुलन का स्पष्ट उदाहरण हैं — धर्मवीर गुसाई समाधान के सुझाव गुसाई ने हिमालय क्षेत्र में उपग्रह आधारित निगरानी, स्थानीय समुदायों की भागीदारी, और सतत पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने मंच के पर्यावरण संरक्षण प्रयासों की भी सराहना की। कार्यक्रम में रही जोरदार उपस्थिति कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। प्रमुख नामों में शामिल रहे: कार्यक्रम का संचालन शशि बाला केष्टवाल ने किया। FAQ ❓ भारत तिब्बत सहयोग मंच क्या है? भारत तिब्बत सहयोग मंच एक सामाजिक संगठन है जो भारत-तिब्बत की साझा संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण और समाज सेवा जैसे मुद्दों पर कार्य करता है। यह मंच विशेष रूप से पूर्व सैनिकों और युवाओं को समाज सेवा में जोड़ने का कार्य करता है। ❓ कोटद्वार में आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य क्या था? इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज सेवा, पूर्व सैनिकों की भागीदारी और हिमालयी क्षेत्र के पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाना था। इसके अलावा, मंच की आगामी गतिविधियों की रूपरेखा भी तय की गई। ❓ कार्यक्रम में कौन-कौन से प्रमुख नेता शामिल हुए? कार्यक्रम में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु भूषण खंडूरी, राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य धर्मवीर सिंह गुसाई, और लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी सहित कई पूर्व सैनिक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। ❓ हिमालय क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन का मुख्य कारण क्या बताया गया? धर्मवीर गुसाई ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, अनियोजित विकास, वनों की कटाई, और ग्लेशियरों का पिघलना हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरणीय असंतुलन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रमुख कारण हैं। ❓ मंच किन-किन क्षेत्रों में काम करता है? भारत तिब्बत सहयोग मंच प्रमुख रूप से सामाजिक एकता, पूर्व सैनिकों की भागीदारी, पर्यावरण संरक्षण, और भारत-तिब्बत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर काम करता है। ❓ कार्यक्रम के दौरान कौन से समाधान सुझाए गए? कार्यक्रम में सुझाव दिया गया कि उपग्रह आधारित निगरानी, स्थानीय समुदायों की भागीदारी, सतत विकास और पर्यटन, और पर्यावरण-अनुकूल अवसंरचना के जरिए हिमालयी क्षेत्र को सुरक्षित बनाया जा सकता है। देश अपडेट न्यूज़

समाज के लिए प्रेरणाश्रोत बन रही महिलाएं : रेखा आर्या

मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री ने वितरित किए तीलू रौतेली एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार देहरादून, 4 सितंबर। गुरुवार को आईआरडीटी सभागार में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने तीलू रौतेली पुरस्कार और आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार वितरित किए। 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार प्रदेश भर से कुल 13 महिलाओं का चयन तीलू रौतेली पुरस्कार के लिए किया गया। वहीं, 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार प्रदान किया गया। महिलाओं को 30% आरक्षण और समान नागरिक संहिता से सशक्तिकरण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30% आरक्षण देकर बड़ा कदम उठाया है। इसके साथ ही समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू करके महिलाओं को बराबरी का अधिकार सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में महिलाओं का योगदान सबसे अहम रहेगा। तीलू रौतेली की गाथा आज भी प्रेरणादायक महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि सन 1661 के दौर में वीरांगना तीलू रौतेली ने जो साहस और नेतृत्व दिखाया, वह आज भी समाज के लिए प्रेरणा है। रेखा आर्या ने बताया कि तीलू रौतेली पुरस्कार की धनराशि को 11 हजार से बढ़ाकर अब 51 हजार रुपए कर दिया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का बढ़ा मानदेय रेखा आर्या ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाकर उनके परिश्रम का सम्मान किया है। महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत करने की योजनाएं कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। इनसे प्रदेश की महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। साथ ही, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना और खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना में भी यह सुनिश्चित किया गया है कि बालिका खिलाड़ियों को बराबर सहायता राशि मिले। समारोह में कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहे उपस्थित इस अवसर पर राजपुर विधायक खजान दास, विभागीय सचिव चंद्रेश कुमार, निदेशक बंसीलाल राणा सहित कई अधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

रेशम कीट बीज उत्पादन में आत्मनिर्भर बना उत्तराखण्ड : कृषि मंत्री गणेश जोशी

देहरादून, 04 सितंबर। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य में रेशम कीट बीज उत्पादन कार्यों को गति देते हुए विभाग ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उत्पादन से नौ हजार कृषक परिवार लाभान्वित गत वर्ष में विभाग द्वारा 312 मीट्रिक टन शहतूत कोया, 55,352 ओकटसर कोया तथा 10 हजार किग्रा एरी रेशम कोये का उत्पादन किया गया। इससे लगभग 9 हजार कृषक परिवार लाभान्वित हुए। अब तक केन्द्र पर निर्भर, अब आत्मनिर्भर राज्य निर्माण से अब तक रेशम विभाग कीटबीज उत्पादन के लिए केन्द्रीय रेशम बोर्ड, भारत सरकार पर निर्भर था। इस पर भारी धनराशि खर्च करनी पड़ती थी। लेकिन वर्तमान में विभाग ने बसंत फसल में ही 7 लाख डीएफएल्स का उत्पादन कर आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली है। अब उत्तराखण्ड अन्य राज्यों को भी कीटबीज की आपूर्ति करने में सक्षम है। रेशम क्लस्टर स्थापित करने को मिली मंजूरी विभागीय मंत्री के निर्देशों पर 13.91 करोड़ रुपये का प्रस्ताव केन्द्रीय रेशम बोर्ड को भेजा गया था। इसके अंतर्गत शहतूत एवं वन्या रेशम क्लस्टरों की स्थापना हेतु मंजूरी मिल चुकी है। एक शहतूती और एक वन्या क्लस्टर के लिए 3 करोड़ रुपये का आवंटन मिल चुका है, जबकि शेष 4 क्लस्टरों के लिए जल्द धनराशि उपलब्ध होगी। इन क्लस्टरों से प्रदेश के 450 परिवारों को रोजगार मिलेगा और किसानों की आय बढ़ेगी। महिला लाभार्थियों को मिला प्रशिक्षण ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के अंतर्गत गत वर्ष 13 जनपदों में 300 महिला लाभार्थियों का चयन कर 90 हजार शहतूती पौधों का रोपण किया गया। इन्हें ककून क्राप्ट एवं रेशम धागाकरण का प्रशिक्षण देकर रेशम उत्पादन से जोड़ा जा रहा है। यमकेश्वर में 300 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण जनपद पौड़ी के यमकेश्वर विकास खंड में देवभूमि रेशम किसान संगठन द्वारा 300 एकड़ भूमि पर शहतूत वृक्षारोपण किया गया है। यहां 600 किसान रेशम कीटपालन से जुड़े हैं। भविष्य में इस क्षेत्र में रेशम धागाकरण एवं वस्त्रोपादन कार्य भी प्रस्तावित है, जिससे बड़े पैमाने पर स्थानीय रोजगार मिलेगा। रेशमी साड़ियों का उत्पादन शुरू उत्तराखण्ड को-ऑपरेटिव रेशम फेडरेशन के अंतर्गत ग्रोथ सेंटर सेलाकुई में तीन पावरलूम स्थापित कर प्रदेश में रेशमी साड़ियों का उत्पादन शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2024-25 में 45 हजार मीटर वस्त्र का उत्पादन किया गया। देहरादून में बनेगा ‘रेशम घर’ आगामी वर्ष 2025-26 में देहरादून में सिल्क मार्क ऑफ इंडिया के सहयोग से ‘रेशम घर’ की स्थापना प्रस्तावित है। साथ ही सितम्बर माह में देहरादून में सिल्क एक्सपो का आयोजन भी किया जाएगा।

गड्ढे में खुला भ्रष्टाचार का रेस्टोरेंट! समाजसेवी ने किया ऐसा प्रदर्शन कि हर कोई देखता रह गया

रुड़की (उत्तराखंड): बारिश के बाद उभर आई सच्चाई ने एक बार फिर विकास के दावों की पोल खोल दी है। रुड़की के के.एल. डीएवी डिग्री कॉलेज के सामने मुख्य मार्ग पर बना एक विशाल गड्ढा इन दावों की सड़कों जितनी ही गहराई दिखा रहा है। इस गड्ढे को देखकर बस यही कहा जा सकता है — विकास नीचे धंस गया है। लेकिन इस बार समाजसेवियों ने विरोध का तरीका कुछ अलग चुना। दीपक लाखवान, जो इलाके के एक सक्रिय समाजसेवी हैं, उन्होंने इस गड्ढे को “भ्रष्टाचार का रेस्टोरेंट” बताते हुए, बाकायदा उसी गड्ढे में बैठकर अनोखा प्रदर्शन किया। क्या बोले दीपक लाखवान? “जिस सड़क को करोड़ों की लागत से बनाया गया, वह कुछ महीनों में ही गड्ढे में तब्दील हो गई। यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि नेताओं और ठेकेदारों की मिलीभगत का गंदा खेल है। कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार इस गड्ढे में साफ दिखाई देता है। “प्रदर्शन के दौरान उन्होंने गड्ढे में कुर्सी लगाकर बैठने का प्रतीकात्मक तरीका अपनाया और कहा कि यह गड्ढा भ्रष्टाचार की थाली परोसे जाने वाली जगह बन गया है। आरोप-प्रत्यारोप और चेतावनी प्रदर्शन के दौरान मौजूद अन्य समाजसेवियों और स्थानीय नागरिकों ने भी जन प्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा। उनका आरोप था कि:जनता के टैक्स का पैसा डकारा जा रहा है, करोड़ों का बजट पास होने के बावजूद सड़कें उखड़ी हुई हैं, और हर साल लोगों को सिर्फ गड्ढे और जाम ही नसीब होते हैं। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि अगर जल्द ही जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा। क्या बोले लोग? स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रास्ते से कॉलेज स्टूडेंट्स, बुजुर्ग, और रोज़मर्रा के वाहन चालक गुजरते हैं, और गड्ढे के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। “यह सड़क नहीं, रोज़ का डर है। और हर बार यही डर हमें याद दिलाता है कि सिस्टम सिर्फ बजट पास करता है, सड़कें नहीं।” सवाल उठता है… सड़क की गुणवत्ता का जिम्मेदार कौन? क्या निर्माण से पहले जांच नहीं होती? क्या बजट सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है?

कोटद्वार: विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने किया ARTO ऑफिस का औचक निरीक्षण, अफसरों को सख्त निर्देश

अफसरों की लापरवाही से जनता को न हो समस्या : ऋतु खण्डूडी भूषण कोटद्वार, 04 सितंबर 2025। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवं कोटद्वार विधायक श्रीमती ऋतु खण्डूडी भूषण ने गुरुवार सुबह तडियाल चौक स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (ARTO) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर की जांच की तथा कार्यालय की कार्यप्रणाली का गहन अवलोकन किया। -परिवहन कार्यालय की कार्यप्रणाली की समीक्षा निरीक्षण में विधानसभा अध्यक्ष ने वाहन पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने, वाहन फिटनेस जाँच एवं अन्य परिवहन सेवाओं की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने स्पष्ट किया कि परिवहन कार्यालय में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग आते हैं, इसलिए जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। -अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश ऋतु खण्डूडी भूषण ने निर्देश दिए कि— * अधिकारी और कर्मचारी समय पर कार्यालय पहुँचें। * सभी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरे किए जाएँ। * जनता को अनावश्यक चक्कर न लगाने पड़ें। * ऑनलाइन माध्यम और SMS प्रणाली से समय पर जानकारी उपलब्ध कराई जाए। * कार्यालय में पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता हो। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में लापरवाही सामने आती है तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। -जनता ने किया कदम का स्वागत निरीक्षण के दौरान मौजूद स्थानीय नागरिकों ने विधानसभा अध्यक्ष के इस कदम का स्वागत किया। नागरिकों ने कहा कि परिवहन कार्यालय में अक्सर छोटे-छोटे कार्यों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अध्यक्ष के सीधे हस्तक्षेप से अब कार्यप्रणाली में तेजी आएगी और जनता को राहत मिलेगी। -“जनता की सेवा सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी” विधानसभा अध्यक्ष ने कहा— “सरकार और प्रशासन का पहला दायित्व जनता की सुविधा और सेवा है। अफसरों की लापरवाही से जनता को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निष्ठा के साथ निभाए, यही मेरी अपेक्षा है।”

रोजगार के नए अवसर खोलेगी महक क्रांति नीति : कृषि मंत्री

देहरादून, 3 सितम्बर। प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने और रोजगार सृजन के लिए नई राह खोल रही है। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि महक क्रांति नीति प्रदेश के लिए गेमचेंजर साबित होगी। इस नीति के तहत औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। ✦ बड़े लक्ष्य वर्ष 2025 से 2047 तक की कार्ययोजना तैयार प्रथम चरण में 22,750 हेक्टेयर भूमि पर खेती लगभग 1,050 करोड़ रुपये का टर्नओवर 91 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित ✦ विकसित होंगी विशेष वैली महक क्रांति नीति के तहत राज्य के अलग-अलग जनपदों में औषधीय एवं सुगंधित पौधों की विशेष वैली विकसित की जाएंगी: * डैमस्क रोज़ वैली – चमोली एवं अल्मोड़ा (2000 हेक्टेयर) * सिनॉमन वैली – चंपावत एवं नैनीताल (5200 हेक्टेयर) * तिमूर वैली – पिथौरागढ़ (5150 हेक्टेयर) * लेमनग्रास वैली – हरिद्वार एवं पौड़ी (2400 हेक्टेयर) * मिंट वैली – ऊधमसिंह नगर एवं हरिद्वार (8000 हेक्टेयर) ✦ किसानों को मिलेगा फायदा कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा— “यह योजना किसानों के लिए नई राह खोलेगी। सुगंधित खेती को बढ़ावा मिलने के साथ ही किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। “उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना का ड्राफ्ट शीघ्र ही मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। ✦ बैठक में मौजूद रहे समीक्षा बैठक में सगंध पौध केंद्र के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान भी उपस्थित रहे।

तीलू रौतेली पुरस्कार 2025 : 13 महिलाओं का चयन, 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां भी होंगी सम्मानित

देहरादून, 2 सितंबर। उत्तराखंड के प्रतिष्ठित तीलू रौतेली पुरस्कार 2025 के लिए इस बार 13 महिलाओं का चयन किया गया है। यह सम्मान 4 सितंबर को आयोजित समारोह में प्रदान किया जाएगा। 13 महिलाओं को मिलेगा तीलू रौतेली सम्मान महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने जानकारी दी कि प्रदेशभर से 13 महिलाएं इस पुरस्कार के लिए चुनी गई हैं। यह पुरस्कार उन महिलाओं को दिया जाता है, जिन्होंने समाज में अपने कार्यों से अलग पहचान बनाई है। 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी राज्य स्तरीय पुरस्कार इस अवसर पर प्रदेश की 33 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी राज्य स्तरीय सम्मान प्रदान किया जाएगा। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी सामर्थ्य से अधिक काम कर रही हैं और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में नए आयाम गढ़ रही हैं। 4 सितंबर को आईआरडीटी सभागार में होगा आयोजन यह पुरस्कार वितरण समारोह आईआरडीटी सभागार, देहरादून में 4 सितंबर को आयोजित होगा। कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण और आंगनबाड़ी कार्यों पर विशेष जोर रहेगा। “महिलाओं को सशक्त करना सरकार की जिम्मेदारी” कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी बहनों का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है और उन्हें इसका पूरा श्रेय मिलना चाहिए।