पति की मौत के बाद तड़पती रही विधवा…आख़िरकार DM ने सुनी फरियाद, फिर हुआ बड़ा एक्शन

Loan Insurance Fraud Against Widow

देहरादून में Loan Insurance Fraud Against Widow पर डीएम की बड़ी कार्रवाई Loan Insurance Fraud Against Widow मामला: बैंक शाखा सील, संपत्ति कुर्क और जल्द नीलामी चार बच्चियों की मां प्रिया को मिला न्याय, जनमानस में बढ़ा प्रशासन पर भरोसा देहरादून: Loan Insurance Fraud Against Widow – डीएम सविन बंसल का कड़ा एक्शन देहरादून–डीएम सविन बंसल लगातार जनमानस के साथ धोखाधड़ी करने वाले बैंकों और फाइनेंस कंपनियों पर कड़ा रुख अपना रहे हैं। आए दिन निजी बैंकों द्वारा जनता को परेशान करने के मामले सामने आते हैं। डीएम बंसल जनहित में लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं और आदेशों की अवहेलना करने वालों पर सख्त कार्रवाई भी की जा रही है। हाल ही में Loan Insurance Fraud Against Widow का मामला डीएम के सामने आया, जिसमें प्रिया नाम की विधवा महिला ने गुहार लगाई कि पति की मृत्यु के बाद भी बैंक ने बीमा क्लेम की रकम नहीं दी और पिछले एक साल से बैंक कर्मचारी चक्कर कटवा रहे थे। विधवा प्रिया के दर्द को देख डीएम का सख्त फैसला विगत 11 जुलाई 2025 को चार बच्चियों की मां प्रिया ने डीएम सविन बंसल के समक्ष गुहार लगाई कि उनके पति स्व. विकास कुमार ने 6.50 लाख का लोन लिया था, जिसे बैंक के कहने पर बीमा भी करवाया गया था। पति की 12 जुलाई 2024 को आकस्मिक मृत्यु के बाद बैंक एक साल से बीमा की रकम नहीं दे रहा था और घर के कागज़ भी जब्त कर लिए थे। डीएम ने तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए बैंक प्रबंधक के विरुद्ध 7.15 लाख रुपये की आरसी काट दी और बैंक को रकम देने का आदेश दिया। बावजूद इसके बैंक ने आदेश का पालन नहीं किया और नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी नहीं दिया। आदेशों की अवहेलना पर बैंक पर गिरी गाज Loan Insurance Fraud Against Widow मामले में बैंक की ज़िद और नाफरमानी पर डीएम सविन बंसल ने राजपुर रोड स्थित सी.एस.एल. फाइनेंस लिमिटेड की शाखा को सील कर उसकी संपत्ति कुर्क कर दी। कुर्क की गई चल संपत्ति की कीमत कम होने पर बैंक के खाते भी कुर्क कर दिए गए। जल्द ही बैंक की चल-अचल संपत्ति की नीलामी कर पूरी रकम वसूली की जाएगी। चार बच्चियों की मां को मिला न्याय विधवा महिला प्रिया पिछले एक साल से न्याय के लिए दर-दर भटक रही थी। बैंक के बार-बार चक्कर और दस्तावेज ज़ब्त किए जाने के कारण उसकी परेशानियां और बढ़ गई थीं। आखिरकार, Loan Insurance Fraud Against Widow मामले में डीएम की कार्रवाई से उसे राहत मिली और बैंक की मनमानी पर रोक लगी। जिला प्रशासन के सख्त फैसले से जनता में खुशी डीएम सविन बंसल ने इस कार्रवाई से यह साफ कर दिया कि जनता को धोखा देने या परेशान करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई के बाद जनमानस में खुशी की लहर है और प्रशासन पर भरोसा भी मजबूत हुआ है। मामले की पूरी कहानी पॉइंट में : FAQ Q1: Loan Insurance Fraud Against Widow मामले में डीएम ने क्या कदम उठाया?A1: डीएम सविन बंसल ने बैंक शाखा को सील कर संपत्ति और खाते कुर्क किए। Q2: प्रिया को कितनी रकम का बीमा क्लेम मिलना था?A2: 6.50 लाख रुपये का लोन बीमा क्लेम और कुल 7.15 लाख की आरसी जारी हुई थी। Q3: बैंक की संपत्ति क्यों कुर्क की गई?A3: आदेश के बावजूद बैंक ने बीमा की रकम और नो ड्यूज सर्टिफिकेट नहीं दिया था। Q4: आगे क्या होगा?A4: कुर्क की गई संपत्ति और खाते की नीलामी से पूरी रकम वसूली की जाएगी। निष्कर्ष: Loan Insurance Fraud Against Widow – देहरादून डीएम सविन बंसल ने साहसिक कार्रवाई कर पीड़ित महिला को न्याय दिलाया और बैंक की मनमानी पर नकेल कसी। इससे पूरे जिले में प्रशासन की साख और जनता का भरोसा और मजबूत हुआ। यह भी पढ़े….

गोलियों की गड़गड़ाहट से दहले जंगल! 4 इनामी नक्सली ढेर…आखिर कौन थे ये खूंखार चेहरे?

Bijapur Naxal Encounter

Bijapur Naxal Encounter Latest Update : बीजापुर मुठभेड़ में चार इनामी नक्सली ढेर बीजापुर(छत्तीसगढ़): बीजापुर के घने जंगलों में शनिवार को हुए एक विशेष सर्च ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता पाई है। इस Bijapur Naxal Encounter में पता चला कि मुठभेड़ में चार इनामी नक्सली मारे गए, जिनमें दो महिला नक्सली भी शामिल हैं। Bijapur Naxal Encounter Latest Update: मुठभेड़ में 17 लाख के इनामी नक्सली ढेर बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र यादव के अनुसार, यह ऑपरेशन बासागुड़ा और गंगलूर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती जंगलों में चला। इसमें 5-5 लाख के इनामी नक्सली हुंगा, लक्खे और भीमे तथा 2 लाख के इनामी निहाल उर्फ राहुल मारे गए। भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने बरामद किए: हथियार विवरण SLR रायफल 01 नग, 03 मैग्जीन, 15 जिंदा राउंड इंसास रायफल 01 नग, 03 मैग्जीन, 40 जिंदा राउंड .303 रायफल 01 नग, 01 मैग्जीन, 16 जिंदा राउंड बीजीएल लांचर 01 नग, 03 सेल सिंगल शॉट 315 बोर रायफल 01 नग 12 बोर बंदूक 01 नग, 12 जिंदा सेल ग्रेनेड 01 नग अन्य नक्सल साहित्य, दैनिक उपयोग की सामग्री व विस्फोटक पिछले 19 महीनों में अब तक 425 हार्डकोर नक्सली मारे गए पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने बताया कि जनवरी 2024 से जुलाई 2025 तक सुरक्षा बलों ने 425 हार्डकोर नक्सलियों को ढेर किया है। मानसून की कठिन परिस्थितियों के बावजूद यह ऑपरेशन सुरक्षा बलों की रणनीति और साहसिकता का परिणाम है। FAQ Q1: Bijapur Naxal Encounter कब हुआ?शनिवार, 26 जुलाई को बीजापुर के दक्षिण-पश्चिमी जंगल क्षेत्र में। Q2: मारे गए नक्सलियों पर कितना इनाम था?कुल मिलाकर 17 लाख रुपए का इनाम घोषित था। Q3: क्या-क्या बरामद हुआ?राइफल, ग्रेनेड, बीजीएल लांचर, जिंदा राउंड, नक्सल साहित्य और अन्य विस्फोटक सामग्री। Q4: पिछले डेढ़ साल में कितने नक्सली मारे गए?जनवरी 2024 से जुलाई 2025 के बीच 425 हार्डकोर नक्सली मारे गए। यह भी पढ़े…. यह मुठभेड़ सुरक्षा बलों की एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।👉 PIB की पूरी आधिकारिक रिपोर्ट यहाँ पढ़ें

जगदीस धनखड़ ने इस्तीफ़ा क्यों दिया? अब कौन बनेगा देश का नया उपराष्ट्रपति?

Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad

Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad: क्या सेहत थी वजह या कुछ और? Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad से संसद के मॉनसून सत्र में सियासी भूचाल! नई दिल्ली: 21 जुलाई की रात, जब पूरा देश संसद के मॉनसून सत्र की चर्चाओं में डूबा था, तभी अचानक भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का आधिकारिक एक्स (Twitter) अकाउंट से इस्तीफ़ा सामने आया। धनखड़ ने अपने इस्तीफ़े में सेहत का कारण लिखा…लेकिन विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बात सिर्फ़ सेहत की नहीं है इसके पीछे बड़े विवाद और असहमति की कहानियाँ छुपी हैं। Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad: इस्तीफ़े के पीछे की संभावित वजहें धनखड़ के इस्तीफ़े की अचानक खबर ने सबको चौंका दिया। उस दिन उन्होंने संसद की कार्यवाही में हिस्सा लिया, तीन अहम बैठकों की अध्यक्षता भी की। फिर ऐसी क्या वजह थी कि रात तक इस्तीफ़ा देना पड़ा? विशेषज्ञों की राय: वजह विवरण न्यायपालिका पर बयान धनखड़ ने कई बार न्यायपालिका की आलोचना की, जिससे सरकार असहज थी विपक्षी प्रस्ताव को मंज़ूरी राज्यसभा में विपक्ष के जस्टिस यशवंत वर्मा वाले प्रस्ताव को स्वीकार करना किसानों के मुद्दों पर सख़्त रुख़ किसानों के पक्ष में टिप्पणी, सरकार से नाराज़गी बढ़ी विदेशी मेहमानों से न मिलने देना कुछ विदेशी नेताओं से मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई अंदरूनी नाराज़गी सूत्रों के अनुसार, सरकार की ओर से नाराज़गी की सूचना मिली Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad पर विशेषज्ञों की चर्चा विशेषज्ञों ने कहा कि शाम 4 से 8 बजे के बीच कुछ ऐसा हुआ, जिसने इस्तीफ़े की ज़मीन तैयार की। सरकार की नाराज़गी की खबर मिलते ही धनखड़ ने इस्तीफ़ा देने का फैसला किया, और हैरानी की बात है कि दूसरी ओर से उन्हें मनाने की कोई कोशिश नहीं की गई।” ⚡ Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivaad: इस्तीफ़े की टाइमलाइन समय घटना 21 जुलाई सुबह संसद की कार्यवाही, राज्यसभा में अध्यक्षता दोपहर 4 बजे बीएसी (बिज़नेस एडवाइज़री कमेटी) की बैठक, बीजेपी नेता नहीं पहुँचे शाम 6 बजे विपक्षी नेताओं से मुलाकात रात करीब 8 बजे इस्तीफ़ा ट्वीट के जरिए सार्वजनिक Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad पर विपक्ष की प्रतिक्रिया विपक्ष को भी इस्तीफ़े की उम्मीद नहीं थी। सबा नक़वी ने कहा कि जब तक धनखड़ बीजेपी की लाइन पर थे, तब तक सब ठीक था। लेकिन जैसे ही उन्होंने विपक्ष से थोड़ी नरमी दिखाई, पार्टी में असहजता बढ़ गई। ❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) Q1: Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivad की असली वजह क्या मानी जा रही है?जस्टिस वर्मा प्रस्ताव को मंज़ूरी, न्यायपालिका पर बयानबाज़ी, किसानों के मुद्दों पर कड़ा रुख़ और सरकार की नाराज़गी प्रमुख वजह मानी जा रही हैं। Q2: इस्तीफ़ा अचानक क्यों हुआ?दिनभर सब सामान्य था, लेकिन शाम के 4 से 8 बजे के बीच सरकार की नाराज़गी की खबर आई, जिसके बाद इस्तीफ़ा दे दिया गया। Q3: विपक्ष का क्या रुख़ रहा?विपक्ष को भी इस्तीफ़े की उम्मीद नहीं थी, लेकिन बाद में विपक्ष ने प्रक्रिया पर सवाल उठाए। Q4: अगला उपराष्ट्रपति कौन हो सकता है?फिलहाल कोई तय नहीं, लेकिन जिनके नाम चर्चा में हैं, उनकी संभावना कम मानी जा रही है। निष्कर्ष Uparashtrapati Jagdeep Dhankhar Istifa Vivaad सिर्फ़ सेहत का मामला नहीं लगता। अंदरूनी राजनीति, सरकार से बढ़ती नाराज़गी और कुछ विवादों ने इस इस्तीफ़े को मजबूर किया।अब सबकी नजरें नए उपराष्ट्रपति पर टिकी हैं….और राजनीति में हलचल जारी है। यह भी पढ़े….

मनसा देवी हादसा: माता के दरबार में मची भगदड़, 8 की दर्दनाक मौत! असली वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!

Mansa Devi Hadsa

📰 Mansa Devi Hadsa: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भीषण भगदड़, छह श्रद्धालुओं की मौत Mansa Devi Hadsa: भारी भीड़ के चलते हादसा, करंट से मची अफरा-तफरी हरिद्वार: हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। रविवार सुबह दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस Mansa Devi Hadsa में 8 श्रद्धालुओं की मौत पुष्टि हो गई है, जबकि 35 लोग घायल बताए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंदिर के पैदल मार्ग पर बिजली के टूटे हुए तार से करंट फैल गया, जिससे अचानक अफरा-तफरी मच गई। लोग घबराकर इधर-उधर भागने लगे। मौके पर स्थानीय पुलिस प्रशासन और राहत-बचाव दल तुरंत पहुंचा। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने न्यूज एजेंसी को बताया, “मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ के कारण भगदड़ की घटना हुई है। फिलहाल छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मैं खुद घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं। विस्तृत जानकारी जल्द सामने आएगी।” फिलहाल मंदिर परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बिजली आपूर्ति भी नियंत्रित कर दी गई है ताकि आगे कोई हादसा न हो। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। घटना की विस्तृत रिपोर्ट का इंतज़ार है। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए हादसे को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री ने लिखा, “हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने बताया कि SDRF, उत्तराखंड पुलिस, स्थानीय पुलिस और अन्य राहत-बचाव दल मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री धामी ने माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल होने की प्रार्थना करते हुए श्रद्धालुओं से भी शांति बनाए रखने की अपील की है। 📝 FAQs: Mansa Devi Hadsa Q1: Mansa Devi Hadsa कब और कहां हुआ?हरिद्वार के प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह दर्शन के दौरान भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई। Q2: Mansa Devi Hadsa में कितने लोगों की मौत हुई?इस हादसे में अब तक 6 से 8 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई घायल बताए जा रहे हैं। Q3: Mansa Devi Hadsa की वजह क्या बताई जा रही है?प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मंदिर के रास्ते में बिजली के टूटे तार से करंट फैलने के कारण भगदड़ मची। Q4: हादसे के बाद क्या कदम उठाए गए?स्थानीय प्रशासन और राहत-बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और मंदिर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। Q5: Mansa Devi Hadsa की जांच कौन कर रहा है?गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने खुद घटनास्थल के लिए रवाना होकर जांच के आदेश दिए हैं। विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है। यह भी पढ़े…..

शिक्षकों के लिए बंपर भर्ती! कब से करे आवेदन? पढ़िए पूरी डिटेल

Sarkari Teacher Vacancy 2025

Sarkari Teacher Vacancy 2025: देशभर में 55,000 से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती का सुनहरा मौका! Sarkari Teacher Jobs 2025 – जानिए कब, कहां और कैसे करें आवेदन? देशभर में शिक्षा क्षेत्र में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए शानदार खबर!Sarkari Teacher Vacancy 2025 के तहत अलग-अलग राज्यों में टीजीटी, पीजीटी, एलटी ग्रेड शिक्षक और असिस्टेंट प्रोफेसर समेत कुल 55,000 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 👉 उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई से 7466 LT ग्रेड शिक्षक पदों के लिए आवेदन शुरू होंगे।👉 झारखंड में 1373 सेकेंडरी टीचर पदों पर आवेदन की अंतिम तिथि 27 जुलाई तय की गई है।👉 मध्य प्रदेश में 13,089 प्राइमरी टीचर पदों के लिए 6 अगस्त तक आवेदन किए जा सकते हैं।👉 बिहार में 88 सहायक प्राध्यापक पदों के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 8 अगस्त है।👉 UP में 34,000+ TGT, PGT और प्राचार्य के पदों पर भी अगस्त से भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। Sarkari Teacher Jobs 2025 के तहत इच्छुक और योग्य उम्मीदवारों को संबंधित आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर समय रहते आवेदन करना बेहद ज़रूरी है, ताकि इस सुनहरे अवसर को हाथ से न जाने दें। 📊 Table: राज्यवार वैकेंसी डिटेल राज्य पद संख्या आवेदन की तारीख वेबसाइट उत्तर प्रदेश LT Grade Teacher 7466 28 जुलाई से शुरू UPPSC झारखंड Secondary Teacher 1373 अंतिम तिथि 27 जुलाई JSSC मध्य प्रदेश Primary Teacher 13,089 अंतिम तिथि 6 अगस्त MPESB बिहार Assistant Professor 88 अंतिम तिथि 8 अगस्त BPSC उत्तर प्रदेश TGT, PGT, Principal 34,000+ अगस्त से शुरू माध्यमिक शिक्षा निदेशालय / आयोग ❓ FAQs: Sarkari Teacher Vacancy 2025 Q1. Sarkari Teacher Jobs 2025 के तहत कितने पदों पर भर्ती हो रही है?👉 देशभर में करीब 55,000 से ज्यादा पदों पर भर्ती हो रही है, जिसमें TGT, PGT, LT ग्रेड शिक्षक और असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं। Q2. आवेदन कब से शुरू होंगे?👉 यूपी में LT ग्रेड शिक्षक के लिए 28 जुलाई से, MP में 18 जुलाई से और झारखंड में आवेदन की अंतिम तिथि 27 जुलाई है। Q3. कौन आवेदन कर सकता है?👉 मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित विषय में स्नातक/परास्नातक डिग्री और B.Ed या अन्य मान्यता प्राप्त डिग्री धारक योग्य हैं। Q4. चयन प्रक्रिया क्या होगी?👉 प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर चयन होगा (राज्य अनुसार अलग-अलग)। 🔗 Extra Links (official & useful): यह भी पढ़े…..सरकारी कंपनी में बड़ा मौका! HURL में लाखों की नौकरी, ऐसे करें आवेदन

जब दुश्मन ने रचा था चक्रव्यूह, BSF ने तोड़ दी हर चाल…पढ़ें कारगिल की असली कहानी

Kargil ki Kahani

📰 Kargil ki Kahani: जब पाक का ‘ऑपरेशन बद्र’ भी नहीं तोड़ सका भारत का हौसला Kargil ki Kahani: कैसे BSF बनी असली अभिमन्यु और पलट दिया युद्ध का पासा 1999 में कश्मीर पर कब्ज़े की नीयत से पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन बद्र’ रचा। इस योजना में पाकिस्तानी सैनिक घुसपैठ कर कारगिल की ऊँचाईयों पर मज़बूत बंकर और संगर बना चुके थे। उन्होंने इतनी भारी मात्रा में हथियार और रसद जमा कर ली थी कि महीनों तक भारतीय सेना को चुनौती दे सकते थे। पाकिस्तान ने इस साजिश को गुप्त रखने के लिए दर्दी, बल्टी, पश्तो, फारसी और अरबी जैसी भाषाओं में बातचीत की, ताकि भारतीय इंटरसेप्शन सेंटर उन संदेशों को पकड़ न सकें। लेकिन Kargil ki Kahani का असली मोड़ तब आया, जब BSF की इंटेलिजेंस विंग ‘G Branch’ ने कमाल कर दिखाया। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग (काजीगुंड) में BSF ने ट्रांसलेशन सेल बनाया, जहाँ बहुभाषी जवान पाक बातचीत को तुरंत डिकोड कर सेना तक भेजते थे। द्रास के स्थानीय BSF इंस्पेक्टर हबीबुल्लाह ने दर्दी व बल्टी भाषा में पाकिस्तानी संदेशों का लाइव अनुवाद कर भारतीय सेना को रियल टाइम इंटेलिजेंस दिया। 🛡 BSF की वजह से मिली भारतीय सेना को बढ़त: यही वजह थी कि पाकिस्तान का ‘ऑपरेशन बद्र’ फेल हो गया और भारत ने दुश्मन को धूल चटा दी। 📊 Kargil ki Kahani – Quick Summary Table 🔍 Point 📌 Details Focus Keyword Kargil ki Kahani पाकिस्तान की योजना ऑपरेशन बद्र पाकिस्तानी सेना की रणनीति ऊँचाई पर कब्ज़ा, भारी हथियार और रसद भाषा की बाधा दर्दी, बल्टी, पश्तो, फारसी, अरबी BSF की भूमिका ट्रांसलेशन सेल से रियल टाइम इंटेलिजेंस नायक BSF इंस्पेक्टर हबीबुल्लाह फायदा दुश्मन की साजिशों का खुलासा, सेना को बढ़त ❓ Kargil ki Kahani: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ) 🇮🇳 Q1: Kargil ki Kahani में BSF का क्या रोल था? BSF ने बहुभाषी ट्रांसलेशन सेल बनाकर पाकिस्तानी सेना की बातचीत को लाइव डिकोड किया, जिससे भारतीय सेना को युद्ध के दौरान रियल टाइम इंटेलिजेंस मिली। 🛡 Q2: पाकिस्तानी सेना ने कौन सी योजना बनाई थी? पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन बद्र’ के तहत कारगिल की ऊँचाइयों पर कब्ज़ा कर बंकर बनाए और महीनों की लड़ाई के लिए हथियार और रसद जमा की थी। 📻 Q3: भाषा की समस्या क्यों आई? पाकिस्तानी सेना ने दर्दी, बल्टी, पश्तो, फारसी और अरबी भाषाओं में बातचीत की, जिससे भारतीय इंटरसेप्शन सेंटर उनकी बातें समझ नहीं पा रहे थे। 🏆 Q4: BSF के हबीबुल्लाह का योगदान क्या था? द्रास के निवासी हबीबुल्लाह ने पाकिस्तानी सेना की लाइव बातचीत का तुरंत अनुवाद कर सेना को भेजा, जिससे दुश्मन की हर हरकत का पता चलता रहा। deshupdatenews की और भी ख़बरे पढने के लिए हमे फॉलो करे….. source

सरकारी कंपनी में बड़ा मौका! HURL में लाखों की नौकरी, ऐसे करें आवेदन

Latest Govt Job News

📌 Latest Govt Job News: HURL Recruitment 2025 शुरू, 39 पदों पर सीधी भर्ती, यहाँ देखें पूरी जानकारी 👉 Latest Govt Job News: हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (HURL) में टेक्निकल और एग्जीक्यूटिव पदों पर भर्ती 📋 HURL Recruitment 2025 का संक्षिप्त विवरण विवरण जानकारी भर्ती संस्था हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड (HURL) कुल पद 39 (रेग्यूलर 35 + FTC 4) पद इंजीनियर, मैनेजर, सुपरवाइजर आदि आवेदन की अंतिम तिथि 12 अगस्त 2025 चयन प्रक्रिया मेडिकल टेस्ट और अन्य नियम सैलरी रेंज ₹24.50 लाख से ₹48.30 लाख प्रति वर्ष ऑफिशियल वेबसाइट jobs.hurl.net.in 🏢 कंपनी की जानकारी HURL भारत की 5 प्रमुख सार्वजनिक कंपनियों IOCL, NTPC, CIL, FCIL और HFCL द्वारा स्थापित की गई है। भर्ती गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी फर्टिलाइजर प्लांट्स के लिए होगी। ✅ चयन और नियुक्ति की प्रक्रिया 💰 वेतन विवरण पद अनुमानित वार्षिक वेतन इंजीनियर/मैनेजर आदि ₹24.50 लाख से ₹48.30 लाख ✍ ऐसे करें आवेदन 1️⃣ HURL की आधिकारिक वेबसाइट jobs.hurl.net.in पर जाएँ2️⃣ मोबाइल नंबर और ईमेल से रजिस्ट्रेशन करें3️⃣ ऑनलाइन आवेदन फॉर्म सावधानीपूर्वक भरें4️⃣ आवश्यक दस्तावेज स्कैन कर अपलोड करें5️⃣ आवेदन सबमिट कर प्रिंट कॉपी अपने पास रखें 🔔 Latest govt job news में क्यों खास है यह भर्ती? 👉 अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें:🌐 jobs.hurl.net.in FAQ – HURL Recruitment 2025 | Latest Govt Job News प्रश्न 1: HURL Recruitment 2025 में कितने पदों पर भर्ती हो रही है?उत्तर: इस भर्ती अभियान के तहत कुल 39 पद भरे जाएंगे, जिनमें 35 रेग्यूलर और 4 FTC (कॉन्ट्रैक्ट) पद शामिल हैं। प्रश्न 2: आवेदन की अंतिम तिथि क्या है?उत्तर: इच्छुक उम्मीदवार 12 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। प्रश्न 3: चयन प्रक्रिया में क्या होगा?उत्तर: उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच और अनिवार्य मेडिकल टेस्ट के बाद ही अंतिम चयन होगा। प्रश्न 4: वेतन कितना होगा?उत्तर: पद के अनुसार वेतन INR 24.50 लाख प्रति वर्ष से लेकर लगभग INR 48.30 लाख प्रति वर्ष तक हो सकता है। प्रश्न 5: आवेदन कहां करें?उत्तर: उम्मीदवार HURL की आधिकारिक वेबसाइट jobs.hurl.net.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। यह भी पढ़े….

झालावाड़ के सरकारी स्कूल में दर्दनाक हादसा: छत गिरने से 8 बच्चों की मौत, कई घायल

सरकारी स्कूल

सरकारी स्कूल की जर्जर छत बनी मौत का कारण, झालावाड़ में दर्दनाक हादसा झालावाड़ (राजस्थान), 25 जुलाई। राजस्थान के झालावाड़ जिले में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। मनोहर थाना क्षेत्र के पीपलोदी गांव स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत अचानक ढह गई, जिससे कक्षा में पढ़ाई कर रहे दर्जनों बच्चे मलबे में दब गए। अब तक 7 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 17 से अधिक बच्चे घायल बताए जा रहे हैं। कई की हालत गंभीर है, जिन्हें झालावाड़ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हादसा एक बार फिर सरकारी स्कूल की जर्जर इमारतों की हकीकत को सामने लाता है। हादसे के वक्त स्कूल में करीब 60 छात्र-छात्राएं मौजूद थे। मौके पर पहुंचे राहत व बचाव दल ने अब तक मलबे से 32 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला है। रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल, प्रशासनिक अधिकारी और चिकित्सा टीम मौजूद हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि यह सरकारी स्कूल वर्षों से मरम्मत का इंतजार कर रहा था ग्रामीणों और स्थानीय अभिभावकों का कहना है कि स्कूल की इमारत बेहद जर्जर अवस्था में थी और लंबे समय से इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई थी। कई बार शिकायत के बावजूद विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। आज वही लापरवाही मासूम बच्चों पर भारी पड़ गई। शिक्षा मंत्री ने जताया दुख, सख्त कार्रवाई का भरोसा घटना पर राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जिला कलेक्टर से रिपोर्ट तलब की है और राहत-बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। मंत्री ने कहा कि पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जाएगी। साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। राजस्थान में तीसरी बड़ी लापरवाही झालावाड़ की यह घटना राज्य में इस साल स्कूलों में लापरवाही की तीसरी बड़ी मिसाल है। फरवरी में बीकानेर में पानी की टंकी की छत गिरने से तीन बच्चों की मौत हुई थी, जबकि बाड़मेर के चोहटन में स्कूल की दीवार ढहने से एक छात्र की जान गई थी। करौली में भी हाल ही में स्कूल भवन से पानी टपकने की तस्वीरें वायरल हुई थीं। सरकारी स्कूलों की सुरक्षा कब प्राथमिकता बनेगी? कब तक मासूम बच्चे जान गंवाते रहेंगे?” लगातार हो रही इन घटनाओं ने सरकारी स्कूलों की दुर्दशा को उजागर कर दिया है। सवाल यह उठता है कि आखिर कब तक मासूम बच्चों की जान लापरवाही की भेंट चढ़ती रहेगी? क्या अब भी जर्जर भवनों की मरम्मत और निरीक्षण को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी? FAQ: झालावाड़ सरकारी स्कूल हादसा – क्या, क्यों और अब क्या? ✅ हादसा कब और कहां हुआ? राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह सरकारी स्कूल की छत गिर गई, जिसमें कई बच्चे मलबे में दब गए। ✅ कितने बच्चों की मौत हुई और कितने घायल हुए? अब तक 8 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 27 से ज्यादा बच्चे घायल बताए जा रहे हैं। 8 बच्चों की हालत गंभीर है। ✅ हादसे की वजह क्या बताई जा रही है? स्थानीय लोगों के मुताबिक यह सरकारी स्कूल लंबे समय से जर्जर था। कई बार शिकायत के बावजूद मरम्मत नहीं कराई गई, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ। ✅ प्रशासन और सरकार ने क्या कदम उठाए? घटना के बाद शिक्षा मंत्री ने शोक व्यक्त किया और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का भरोसा भी दिया गया है। ✅ क्या राजस्थान में सरकारी स्कूलों में ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं? हाँ, इसी साल बीकानेर और बाड़मेर में भी सरकारी स्कूल की इमारतों से जुड़ी घटनाओं में बच्चों की मौत हो चुकी है। ✅ आगे क्या सुधार किए जाएंगे? सरकार ने जर्जर सरकारी स्कूल भवनों की मरम्मत और नियमित जांच पर जोर देने की बात कही है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें। यह भी पढ़े…..

बड़ी राहत! देश में सस्ते होंगे कई प्रोडक्ट, किसानों से लेकर कारोबारियों तक सबको होगा फायदा

India UK Free Trade Deal 2025

India UK Free Trade Deal 2025: भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक करार, क्या होगा सस्ता? भारत और ब्रिटेन के बीच लंबे समय से चर्चा में रही India UK Free Trade Deal 2025 पर आखिरकार गुरुवार को लंदन में दस्तखत हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मौजूदगी में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड ने इस समझौते पर साइन किए। यह करार दोनों देशों के बीच 3 साल की कड़ी बातचीत के बाद हुआ है, जिसे पीएम मोदी ने “ऐतिहासिक” बताया। ✍️ क्या है India UK Free Trade Deal 2025? India UK Free Trade Deal 2025 यानी फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) का मतलब है कि भारत से ब्रिटेन को भेजे जाने वाले करीब 99% निर्यात पर अब टैक्स या तो पूरी तरह खत्म हो जाएगा या बहुत कम हो जाएगा। इससे भारतीय टेक्सटाइल, गहने, सी-फूड, इंजीनियरिंग गुड्स और प्रोसेस्ड फूड ब्रिटिश बाजार में सस्ते होंगे। वहीं, ब्रिटेन से भारत आने वाले प्रोडक्ट जैसे व्हिस्की, कारें, ब्रांडेड कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स और फर्नीचर भी अब कम कीमत पर मिल सकेंगे। 📦 क्या-क्या होगा सस्ता? 📈 व्यापार में होगी जबरदस्त बढ़ोतरी अंदाजा है कि India UK Free Trade Deal 2025 से भारत और ब्रिटेन के बीच हर साल करीब 3 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्यापार होगा। इस समझौते के चलते भारतीय सर्विस सेक्टर को भी बड़ा फायदा होगा और युवाओं के लिए नौकरियों के मौके बढ़ेंगे। भारतीय MSME, किसानों और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर के लिए भी ब्रिटेन के बाजार में नए रास्ते खुलेंगे। 🗣 प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कई वर्षों की मेहनत के बाद आज भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक इकनॉमिक ट्रेड एग्रीमेंट हुआ है। इससे भारतीय टेक्सटाइल्स, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वेलरी, सी फूड और इंजीनियरिंग गुड्स को यूके में बेहतर मार्केट मिलेगा। किसानों, युवाओं और MSME को भी सीधा लाभ होगा।” 🔍 कैसे बदलेगा बाजार? इस डील के चलते ब्रिटेन की कंपनियां अब भारत में अपनी व्हिस्की, कारें और दूसरे प्रोडक्ट पहले से ज्यादा आसानी से बेच सकेंगी। भारत इन उत्पादों पर टैरिफ को घटाकर 15% से 3% कर देगा। वहीं भारत से ब्रिटेन को भेजे जाने वाले 99% प्रोडक्ट पर टैक्स खत्म हो जाएगा, जिससे वहां भारतीय सामान की पहुंच बढ़ेगी। 🤝 डबल सोशल सिक्योरिटी कन्वेंशन भी साइन India UK Free Trade Deal 2025 के साथ-साथ एक डबल सोशल सिक्योरिटी कन्वेंशन भी साइन हुआ है। इससे भारतीय कर्मचारियों को यूके में काम करते समय सोशल सिक्योरिटी योगदान से छूट मिलेगी, जिससे कर्मचारियों और रोजगारदाताओं दोनों को फायदा होगा। 🛍 भारत के लिए नए मौके 🤔 India UK Free Trade Deal 2025 से क्यों होगा फर्क? 📌 FQA: India UK Free Trade Deal 2025 से जुड़े सबसे ज़रूरी सवाल–जवाब ❓ Q1: India UK Free Trade Deal 2025 क्या है?✅ A1: यह एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौता है, जिससे भारत के लगभग 99% निर्यात पर ब्रिटेन में टैक्स या टैरिफ कम या खत्म हो जाएगा। इससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और दोनों देशों के रिश्ते और मज़बूत होंगे। ❓ Q2: भारत को सबसे बड़ा फायदा क्या मिलेगा?✅ A2: भारतीय टेक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलरी, प्रोसेस्ड फूड, सी फूड और इंजीनियरिंग गुड्स ब्रिटेन में पहले से सस्ते मिलेंगे, जिससे इनकी बिक्री बढ़ेगी। सबसे ज़्यादा फायदा सर्विस सेक्टर, MSME और युवाओं को मिलेगा। ❓ Q3: भारत में क्या चीजें सस्ती होंगी?✅ A3: ब्रिटेन की व्हिस्की, लग्जरी कारें, वाइन, ब्रांडेड कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स और फर्नीचर भारत में पहले से कम कीमत पर मिल सकते हैं। ❓ Q4: ब्रिटेन को क्या फायदा होगा?✅ A4: ब्रिटिश कंपनियों को भारत में अपने प्रोडक्ट जैसे व्हिस्की, कारें, मेडिकल डिवाइसेज और एयरोस्पेस पार्ट्स सस्ते टैरिफ पर बेचने का मौका मिलेगा, जिससे उनका कारोबार बढ़ेगा। ❓ Q5: क्या डील तुरंत लागू हो जाएगी?✅ A5: अभी नहीं। इसे ब्रिटिश संसद से मंजूरी मिलनी बाकी है, जिसमें करीब 6 महीने से 1 साल तक लग सकता है। ❓ Q6: भारत के किसानों को क्या फायदा होगा?✅ A6: भारतीय किसानों को बासमती चावल, आम, अंगूर, मसाले, डेयरी और समुद्री उत्पाद ब्रिटेन में बेचने के लिए नई मार्केट और बेहतर दाम मिलेंगे। ❓ Q7: प्रोसेस्ड फूड पर क्या असर होगा?✅ A7: India UK Free Trade Deal 2025 से प्रोसेस्ड फूड कैटेगरी के करीब 99.7% उत्पादों पर 70% तक ड्यूटी खत्म हो जाएगी, जिससे निर्यात बढ़ेगा। ❓ Q8: सिर्फ सामान या सेवाओं पर भी असर?✅ A8: यह डील सेवाओं पर भी असर डालेगी। भारत के आईटी, टूरिज्म और दूसरे सर्विस सेक्टर को ब्रिटेन में बेहतर एक्सेस मिलेगा। ❓ Q9: रोजगार के क्या मौके बनेंगे?✅ A9: व्यापार बढ़ने से भारत में हज़ारों नई नौकरियां और स्किल्ड वर्कफोर्स के लिए मौके तैयार होंगे। ❓ Q10: सोशल सिक्योरिटी का भी फायदा मिलेगा?✅ A10: हां, डबल सोशल सिक्योरिटी कन्वेंशन के तहत भारतीय कर्मचारी UK में कुछ सोशल सिक्योरिटी योगदान से छूट पाएंगे, जिससे कर्मचारियों और कंपनियों दोनों को राहत मिलेगी। और विस्तार से पढ़ें………. देश अपडेट की और न्यूज़ पढने के लिए यहाँ क्लिक करे……

कबड्डी स्टार का हरिद्वार में बड़ा हादसा! फिर खुद सुनाई सच्ची कहानी

Deepak Hooda Haridwar incident

📰 H1: Deepak Hooda Haridwar incident: गंगा में बहने से बचे कबड्डी स्टार, जानें पूरी सच्चाई H2: गंगा में बड़ा हादसा! Deepak Hooda Haridwar incident में कैसे बची जान? हरिद्वार की पवित्र गंगा में बुधवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान और अर्जुन अवॉर्डी दीपक हुड्डा गंगा के तेज बहाव में बहने लगे। गनीमत रही कि वहां तैनात उत्तराखंड पुलिस की 40वीं वाहिनी पीएसी की आपदा राहत टीम ने तुरंत रेस्क्यू कर लिया और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया। H2: कब, कहां और कैसे हुआ Deepak Hooda Haridwar incident? बुधवार दोपहर करीब तीन बजे दीपक हुड्डा कांवड़ लेने हरिद्वार पहुंचे थे। हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान के दौरान अचानक उनका संतुलन बिगड़ा और वह तेज बहाव में बहने लगे। घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने शोर मचाया। तभी पीएसी की टीम बोट लेकर तुरंत पहुंची और कुछ ही मिनट में दीपक को बचा लिया। H3: पहले इनकार, फिर कबूला– क्या बोले दीपक हुड्डा? घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर बताया कि दीपक हुड्डा ने उन्हें धन्यवाद कहा। शुरू में खुद दीपक हुड्डा ने इसे खारिज किया, लेकिन करीब ढाई घंटे बाद मीडिया के सामने मान लिया कि वह गंगा में बहने लगे थे और पुलिस की मदद से बच पाए। H3: फैंस ने ली राहत की सांस अगर कुछ पल की देरी हो जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। सोशल मीडिया पर उत्तराखंड पुलिस की मुस्तैदी की खूब तारीफ हो रही है। दीपक हुड्डा के फैंस भी खुश हैं कि उनके चहेते खिलाड़ी सुरक्षित हैं और कोई गंभीर चोट नहीं आई। ✅ FQA: Deepak Hooda Haridwar incident Q1: Deepak Hooda Haridwar incident में क्या हुआ?A: गंगा स्नान करते समय दीपक हुड्डा का संतुलन बिगड़ा, वह बहने लगे, लेकिन उत्तराखंड पुलिस की टीम ने रेस्क्यू कर लिया। Q2: क्या दीपक हुड्डा ने शुरुआत में हादसे से इनकार किया?A: हां, शुरुआत में दीपक ने हादसे को खारिज किया, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि वह गंगा में बहने लगे थे। Q3: इस घटना में दीपक हुड्डा को चोट लगी?A: नहीं, समय पर रेस्क्यू होने से दीपक हुड्डा को कोई गंभीर चोट नहीं आई और वह सुरक्षित हैं। यह भी पढ़े….