विधवा माँ पर बेटों का क्रूर अत्याचार डीएम सविन बंसल ने तुरंत की कार्रवाई, जानिए पूरा मामला!

Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun: Gunda Act Ke Tahat Tez Karyavahi देहरादून: देहरादून जिले में Vidhwa mahila utpeedan Dehradun के मामले में जिलाधिकारी सविन बंसल ने तेजी से गुंडा अधिनियम 1970 के तहत कार्रवाई शुरू की है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के खिलाफ गंभीर है। Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun Ka Vivaran विधवा महिला विजय लक्ष्मी पंवार, निवासी भागीरथपुरम, बंजारावाला ने अपनी सुरक्षा के लिए Vidhwa mahila utpeedan Dehradun के तहत जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनके दोनों पुत्र नशे के आदी हैं और वे लगातार उन्हें मारते-पीटते हैं, जान से मारने की धमकी देते हैं और पैसे की मांग करते हैं। महिला ने बताया कि बेटे अक्सर अफीम, गांजा और शराब के नशे में रहते हैं। Jila Adhikari Ki Karyavahi जिलाधिकारी ने विधवा महिला (Vidhwa mahila utpeedan Dehradun) की शिकायत पर गोपनीय जांच कराई, जिसमें स्थानीय लोगों और पड़ोसियों ने भी उत्पीड़न की पुष्टि की। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने दोनों बेटों को नोटिस जारी कर गुंडा अधिनियम के तहत तेज कार्रवाई शुरू की। बेटों को 26 अगस्त 2025 को न्यायालय में पेश होने के लिए कहा गया है। Gunda Act Aur Uska Mahatva गुंडा अधिनियम 1970 का उद्देश्य उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना है जो समाज में आतंक फैलाते हैं। यह अधिनियम प्रशासन को विशेष शक्तियां देता है ताकि ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो सके। Vidhwa mahila utpeedan Dehradun जैसे मामलों में यह अधिनियम पीड़ित की सुरक्षा के लिए अहम साबित होता है। Samajik Aur Kanooni Prabhav (Vidhwa mahila utpeedan Dehradun) जिला प्कीरसाशन की इस त्वरित कार्रवाई से यह संदेश गया है कि प्रशासन घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के मामलों में कोई समझौता नहीं करता। इस प्रकार की कड़ी कार्रवाई पीड़ितों को न्याय दिलाने और समाज में शांति बनाए रखने में मदद करती है। Frequently Asked Questions (FAQs) Q1: Vidhwa mahila utpeedan Dehradun में क्या कदम उठाए जाते हैं?A: शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी या पुलिस प्रशासन त्वरित जांच कर गुंडा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई करते हैं। Q2: विधवा महिला उत्पीड़न की शिकायत कहां दर्ज कर सकती है?A: महिला जिला प्रशासन कार्यालय या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा सकती है। Q3: गुंडा एक्ट के तहत सुनवाई कितनी तेज होती है?A: गुंडा एक्ट के मामलों में फास्ट ट्रैक सुनवाई कर शीघ्र न्याय सुनिश्चित किया जाता है। Q4: अगर बेटा न्यायालय में पेश नहीं होता तो क्या होगा?A: निर्दिष्ट समय में उत्तर न देने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाती है। देश अपडेट न्यूज़
इस कारण CBI ने अनिल अंबानी के ठिकानों पर मारा छापा, सच जानकर दंग रह जाएंगे आप!

Anil Ambani पर CBI की बड़ी कार्रवाई: बैंक फ्रॉड केस में छापा नई दिल्ली में CBI का छापा: क्या है पूरा मामला? नई दिल्ली: शनिवार को CBI ने Reliance Communications (RCom) और उसके मालिक Anil Ambani से जुड़ी कई जगहों पर छापेमारी की। यह छापा एक बड़े बैंक फ्रॉड केस से जुड़ा है, जिसमें State Bank of India (SBI) को ₹2000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ बताया जा रहा है। CBI ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें “कुछ गड़बड़” नजर आ रही है, इसलिए यह सख्त कदम उठाया गया। 5 अगस्त को ED की पूछताछ: 10 घंटे की गवाही इससे पहले, 5 अगस्त को Enforcement Directorate (ED) ने Anil Ambani से लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी। मामला ₹17,000 करोड़ से भी अधिक के लोन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग का है। Anil Ambani ने दस्तावेज़ देने के लिए 10 दिन का समय मांगा था, लेकिन जांच एजेंसी इससे संतुष्ट नहीं हुई। शेल कंपनियों और यस बैंक लोन की जांच ED को संदेह है कि Yes Bank से लिए गए लोन को शेल कंपनियों के ज़रिए इधर-उधर किया गया।शेल कंपनियां ऐसी संस्थाएं होती हैं जिनका असल में कोई व्यवसाय नहीं होता, और उनका इस्तेमाल केवल पैसे की हेरफेर के लिए किया जाता है। अरबों रुपये का कर्ज: RCom, RHFL और RCFL पर भारी बकाया ED के अनुसार, नीचे दी गई कंपनियों पर भारी कर्ज है: कंपनी बकाया कर्ज रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) ₹5,901 करोड़ रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) ₹8,226 करोड़ रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) ₹4,105 करोड़ ये कर्ज 20 से अधिक बैंकों से लिए गए हैं, जिनमें शामिल हैं: CBI ने कहा: “कुछ तो गड़बड़ है” CBI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा हमें इस पूरे मामले में कई अनियमितताएं दिखाई दे रही हैं, इसलिए हमने अनिल अंबानी और RCom से जुड़ी संपत्तियों पर छापा मारा है।” अब CBI भी इस मामले में पूरी तरह शामिल हो चुकी है, जिससे Anil Ambani की कानूनी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। FAQs — Anil Ambani केस से जुड़े सामान्य प्रश्न ❓ Anil Ambani पर CBI ने छापा क्यों मारा? CBI ने ₹2000 करोड़ के बैंक फ्रॉड की जांच के तहत RCom और अनिल अंबानी के ठिकानों पर छापेमारी की। ❓ क्या Anil Ambani को गिरफ्तार किया गया है? अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन CBI और ED दोनों एजेंसियां जांच में सक्रिय हैं। ❓ ED की जांच में क्या सामने आया है? ED को शक है कि Yes Bank लोन को शेल कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल किया गया। ❓ किन कंपनियों पर सबसे ज्यादा कर्ज है? RHFL, RCFL और RCom पर कुल ₹18,000 करोड़ से अधिक का कर्ज है। ❓ आगे क्या होगा? CBI की जांच के आधार पर गिरफ्तारी, संपत्ति जब्ती या कोर्ट केस की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। देश अपडेट न्यूज़
नवजात की मौत से मचा हड़कंप, पिता थैले में शव लेकर पहुंचा डीएम कार्यालय

नवजात की मौत (Navjaat ki Maut): पिता थैले में शव लेकर अधिकारियों के सामने पहुंचा, अस्पताल सील नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) से टूटे परिवार की दर्दभरी दास्तान, पिता ने अधिकारियों से की मदद की गुहार लखीमपुर/महेवागंज: नवजात की मौत ने विपिन के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। सात साल बाद खुशियां मनाने वाला परिवार अब अनजाने डर और पीड़ा के बीच भटक रहा है। नवजात बेटे की मौत के बाद पिता विपिन ने शव हाथ में टंगे थैले में लेकर कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के सामने अपना दर्द बयां किया। थैले में शव देखकर वहां मौजूद अधिकारी भी सहम गए। विपिन रो-रोकर अपनी व्यथा बयां करता रहा, “साहब, किसी तरह बच्चे को जिंदा कर दो। इसकी मां दूसरे अस्पताल में भर्ती है, लेकिन उसे बताया गया है कि बच्चे की हालत ठीक नहीं है। आप ही बताएं कि उसकी मां को क्या जवाब दूं।” पीड़ित पिता के दर्द को सुनकर अधिकारियों के भी आंखों में आंसू छलक आए। मामले की गंभीरता को समझते हुए डीएम कार्यालय के निर्देश पर अस्पताल को तुरंत सील कर दिया गया। नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) के बाद अस्पताल सील, जांच शुरू सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता और एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह अपनी टीम के साथ तुरंत गोलदार अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में मौजूद तीन मरीजों को जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया। अस्पताल में चल रही लापरवाही की जांच शुरू कर दी गई है। डीएम को मामले की जानकारी दे दी गई है और जांच में तेजी लाई जा रही है। विपिन के परिवार की दर्दभरी कहानी विपिन के घर में सात साल बाद खुशियां लौट रही थीं। उनका एक बेटा है जिसकी उम्र सात वर्ष है। नई संतान के आने की खुशी में परिवार पूरी तरह से मग्न था, लेकिन नवजात की मौत ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) Q1: नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) का मुख्य कारण क्या है?A: इस मामले में अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही और सिस्टम की खामियों को जांचा जा रहा है। Q2: अस्पताल को क्यों सील किया गया है?A: अस्पताल में हुई कथित लापरवाही की जांच के तहत अधिकारियों ने इसे सील कर दिया है ताकि जांच में बाधा न आए। Q3: नवजात की मां की क्या हालत है?A: नवजात की मां को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। Q4: पिता विपिन को क्या सहायता मिली है?A: प्रशासन ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी है और मामले की न्यायपूर्ण जांच का आश्वासन दिया है। Q5: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?A: जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अस्पतालों की कार्यप्रणाली कड़ी की जाएगी ताकि पुनः ऐसी घटनाएं न हों। देश अपडेट न्यूज़
चमोली ब्रेकिंग: बादल फटने से मची तबाही, एसडीएम आवास तक पहुंचा मलबा…लोग घर छोड़ भागे, एक लापता

चमोली: थराली में शनिवार देर शाम से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार बरस रहे बादलों ने थराली तहसील मुख्यालय के साथ कई गांवों में तबाही मचा दी है। सबसे ज्यादा नुकसान राड़ीबगड़ और चेपडो में देखने को मिला है। टुनरी गधेरे में बादल फटने से दोनों जगहों पर भारी मलबा आ गया। कई गाड़ियां मलबे में दब गईं, वहीं मलबा सीधे घरों में घुसने से लोग दहशत में आ गए। हालात इतने बिगड़े कि मलबा एसडीएम आवास तक जा पहुंचा। सगवाड़ा गांव से एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है, जिसकी तलाश की जा रही है। इधर, पिंडर नदी और प्राणमती नदी उफान पर हैं। तेज बहाव और नदियों के लगातार बढ़ते जलस्तर से आसपास के गांवों के लोग भयभीत होकर अपने घरों से बाहर निकलने को मजबूर हो गए हैं। स्थानीय लोग बता रहे हैं कि देर शाम से लगातार मूसलाधार बारिश जारी है, जिससे राहत की कोई उम्मीद फिलहाल नहीं दिख रही। प्रशासन अलर्ट पर है और हालात पर नजर बनाए हुए है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से स्थिति और गंभीर होती जा रही है। पहाड़ों से आ रहे मलबे और तेज बारिश ने लोगों की नींद उड़ा दी है। ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं, जबकि प्रशासन लोगों से सतर्क और सावधान रहने की अपील कर रहा है। देश अपडेट न्यूज़
IIM Guwahati का बिल पारित, 2025 में असम में शिक्षा और विकास का नया दौर शुरू

iim guwahati को संसद से मिली मंजूरी, पूर्वोत्तर भारत के लिए शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम नई दिल्ली | iim guwahati संसद ने एक ऐतिहासिक फैसले में असम में iim guwahati की स्थापना को मंजूरी दे दी है। यह फैसला न सिर्फ असम, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत के युवाओं के लिए गर्व और उत्साह का विषय है। संसद में IIM संशोधन विधेयक 2025 पारित होने के बाद, अब गुवाहाटी भारत के प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIMs) में शामिल हो गया है। मुख्य बिंदु पूर्वोत्तर को मिला शिक्षा का नया केंद्र: iim guwahati केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “पूर्वोत्तर, विशेषकर असम के युवाओं के लिए एक नया सवेरा आया है। संसद में iim guwahati की स्थापना का बिल पारित होने पर मैं इस क्षेत्र की जनता को हार्दिक बधाई देता हूं।” उन्होंने इसे पूर्वोत्तर भारत के लिए नए युग की शुरुआत बताया और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में क्षेत्र को शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग का केंद्र बनाने का सपना साकार हो रहा है। iim guwahati से होगा क्षेत्रीय असमानताओं का अंत केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कहा: “अब असम को गुवाहाटी में अपना पहला IIM मिल गया है। यह उच्च शिक्षा में क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करेगा और पूर्वोदय के दृष्टिकोण को साकार करेगा।” उन्होंने बताया कि यह संस्थान त्रिपक्षीय समझौते (केंद्र, राज्य और उल्फा) का परिणाम है, और इससे शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान एवं प्रबंधन के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव होंगे। आईआईएम गुवाहाटी: पूर्वोत्तर में शिक्षा और विकास का नया युग आईआईएम गुवाहाटी की स्थापना से न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के छात्रों को विश्वस्तरीय प्रबंधन शिक्षा उनके घर के पास ही उपलब्ध होगी। अब यहां से टैलेंट बाहर नहीं जाएगा, बल्कि देश-विदेश से छात्र यहां पढ़ने आएंगे। इस संस्थान के ज़रिए केंद्र सरकार पूर्वोत्तर को भारत के विकास पथ में एक अहम भागीदार बनाना चाहती है। आईआईएम गुवाहाटी (FAQ) ❓आईआईएम गुवाहाटी की स्थापना को संसद से कब मंजूरी मिली? ✅ आईआईएम गुवाहाटी की स्थापना से जुड़ा संशोधन विधेयक 2025 हाल ही में संसद में पारित हुआ है। ❓ आईआईएम गुवाहाटी कहां स्थापित किया जाएगा? ✅ यह नया भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) असम की राजधानी गुवाहाटी में स्थापित किया जाएगा। ❓ आईआईएम गुवाहाटी की स्थापना का उद्देश्य क्या है? ✅ इस संस्थान का उद्देश्य पूर्वोत्तर भारत में उच्च गुणवत्ता वाली प्रबंधन शिक्षा प्रदान करना, क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करना और युवाओं को स्थानीय स्तर पर विश्वस्तरीय अवसर देना है। ❓ क्या यह IIM असम का पहला प्रबंधन संस्थान होगा? ✅ हां, यह असम और पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र का पहला IIM होगा। ❓ IIM Guwahati से छात्रों को क्या लाभ होगा? ✅ स्थानीय छात्रों को देश के अन्य हिस्सों में जाने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें अपने ही राज्य में विश्वस्तरीय शिक्षा, इंटरनेशनल फैकल्टी, और रिसर्च सुविधाएं मिलेंगी। ❓ IIM Guwahati की स्थापना किस योजना के तहत की जा रही है? ✅ यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘पूर्वोदय’ और ‘अष्टलक्ष्मी’ विज़न के अंतर्गत की जा रही है, जिससे पूर्वोत्तर भारत को मुख्यधारा में लाना है। ❓ क्या IIM Guwahati की पढ़ाई में प्रवेश परीक्षा (CAT) जरूरी होगी? ✅ हां, अन्य IIMs की तरह ही IIM Guwahati में प्रवेश के लिए CAT (Common Admission Test) अनिवार्य रहेगा। निष्कर्ष IIM Guwahati की स्थापना सिर्फ एक संस्थान की शुरुआत नहीं है, बल्कि यह पूर्वोत्तर भारत को एक नई पहचान देने का कदम है। यह क्षेत्र अब शिक्षा, प्रबंधन और नवाचार में देश के अन्य हिस्सों से पीछे नहीं रहेगा, बल्कि बराबरी में खड़ा होगा। देश अपडेट न्यूज
इतिहास में पहली बार…उत्तराखंड सदन में सोए विधायक, गूंज उठा विपक्ष का विरोध

भराड़ीसैंण से बड़ी खबर उत्तराखंड की राजनीति में आज इतिहास रच गया।भराड़ीसैंण विधानसभा में विपक्ष का ऐसा रौद्र रूप देखने को मिला, जो पहले कभी नहीं देखा गया। कांग्रेस विधायक कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर अड़े रहे और नियम 310 के तहत चर्चा की मांग करते रहे। नैनीताल में जिला पंचायत सदस्यों के अपहरण और गोलीकांड पर सरकार को घेरने की कोशिश की गई। लेकिन सदन में इस मामले को न उठाए जाने से कांग्रेस भड़क गई। सुबह से लेकर पूरी कार्यवाही खत्म होने तक विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा। इतना ही नहीं, सदन की कार्रवाई खत्म होने के बाद भी कांग्रेस विधायक विधानसभा परिसर से बाहर नहीं निकले। उन्होंने बीच सदन में ही बिस्तर डालकर रात गुजारने का ऐलान कर दिया। आज पहली बार उत्तराखंड की विधानसभा में ऐसा दृश्य देखने को मिला, जब सत्ता और विपक्ष के बीच टकराव ने सदन को धरना स्थल में बदल दिया।
NDA ने चुना सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति का चेहरा, पीएम मोदी से मिली खास बात!

CP Radhakrishnan Uparashtrapati Ummedvaar 2025: NDA ने किया उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित CP Radhakrishnan Uparashtrapati Ummedvaar 2025: पीएम मोदी से की मुलाकात, मिली शुभकामनाएं मुख्य जानकारी: विषय विवरण उम्मीदवार का नाम सीपी राधाकृष्णन पद उपराष्ट्रपति पद के लिए NDA के उम्मीदवार घोषणा की तारीख अगस्त 2025 घोषणा द्वारा जेपी नड्डा (भाजपा अध्यक्ष) राजनीतिक अनुभव 4 दशक से अधिक संसदीय अनुभव कोयंबटूर से सांसद (1998, 1999) पूर्व पद झारखंड व महाराष्ट्र के राज्यपाल चुनाव की तिथि 9 सितंबर 2025 उत्पत्ति तिरुपुर, तमिलनाडु संगठन से जुड़ाव आरएसएस स्वयंसेवक, भारतीय जनसंघ नई दिल्ली : CP Radhakrishnan Uparashtrapati Ummedvaar 2025 के रूप में NDA ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। इस घोषणा के बाद वे दिल्ली पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी ने इस अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि “सीपी राधाकृष्णन का अनुभव राष्ट्र को समृद्ध करेगा।” उन्होंने X (पूर्व Twitter) पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि राधाकृष्णन का समर्पण और दृढ़ संकल्प राष्ट्र की सेवा में पहले भी लाभकारी रहा है और आगे भी रहेगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने NDA की बैठक में उनके नाम की घोषणा की, जिसमें पीएम मोदी भी उपस्थित थे। राधाकृष्णन का राजनीतिक और सामाजिक जीवन 40 वर्षों से भी अधिक समय से सक्रिय रहा है। 1974 में वे भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने, और 1998 में पहली बार लोकसभा में पहुंचे। वे 2004 से 2007 के बीच तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। हाल ही में 2024 में महाराष्ट्र के राज्यपाल बने और उससे पहले झारखंड के राज्यपाल रह चुके हैं। उनके खिलाफ अब तक विपक्ष ने कोई प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। 9 सितंबर 2025 को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। ❓FAQ CP Radhakrishnan Uparashtrapati Ummedvaar 2025 Q1: CP Radhakrishnan कौन हैं? उत्तर: सीपी राधाकृष्णन एक अनुभवी राजनेता हैं जो भाजपा और आरएसएस से लंबे समय से जुड़े हुए हैं। वे झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं। Q2: उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए क्यों चुना गया? उत्तर: उनका साफ-सुथरा राजनीतिक रिकॉर्ड, दशकों का अनुभव और दक्षिण भारत में मजबूत पकड़ उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त बनाता है। Q3: उपराष्ट्रपति चुनाव कब होगा? उत्तर: उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर 2025 को आयोजित होगा। Q4: क्या विपक्ष ने भी कोई उम्मीदवार घोषित किया है? उत्तर: अभी तक विपक्ष ने अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। निष्कर्ष: CP Radhakrishnan Uparashtrapati Ummedvaar 2025 के रूप में NDA का यह निर्णय न केवल दक्षिण भारत में राजनीतिक संतुलन का संकेत देता है, बल्कि उनके अनुभव को राष्ट्रीय स्तर पर उपयोग में लाने का प्रयास भी है। आगामी चुनावों में उनकी भूमिका निर्णायक हो सकती है। देश अपडेट न्यूज
DSSSB ने इतने पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन किया जारी, जानिए पूरी डिटेल

DSSSB Recruitment 2025: 692 पदों पर भर्ती, अभी ऑनलाइन आवेदन करें DSSSB Recruitment 2025 – पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और महत्वपूर्ण जानकारी देश अपडेट न्यूज – दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) ने डीएसएसएसबी भर्ती 2025 के तहत विभिन्न विभागों में कुल 692 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट dsssbonline.nic.in पर 16 सितंबर 2025 की रात 11:59 बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। डीएसएसएसबी भर्ती 2025 उपलब्ध पद पद का नाम पद संख्या सहायक अभियंता (सिविल) — सहायक लोक अभियोजक — सहायक सुरक्षा अधिकारी — सहायक ग्रेड-II — सहायक अभियंता (इलेक्ट्रिकल) — सामान्य शाखा क्लर्क — फार्मासिस्ट (एलोपैथी) — प्रयोगशाला सहायक — संपादक — आर्किविस्ट — वेलफेयर ऑफिसर — प्रशासनिक अधिकारी — सहायक लाइब्रेरियन — प्रबंधक (जनरल) — जूनियर अभियंता (सिविल) — निर्वाचन अधिकारी — वरिष्ठ निजी सहायक — लेखाकार — सहायक स्टोर कीपर — युवती (लेडी) कांस्टेबल — तकनीकी सहायक (इलेक्ट्रिकल) — फार्मासिस्ट (यूनानी) — योग्यता और आयु सीमा चयन प्रक्रिया वेतनमान और भत्ते वेतन सीमा भत्ते ₹19,900 से ₹1,51,100 महंगाई भत्ता, हाउस रेंट अलाउंस, यात्रा भत्ता, चिकित्सा भत्ता आदि आवेदन कैसे करें? ध्यान दें: एक से अधिक पंजीकरण करने पर या एक परीक्षा में बार-बार बैठने पर उम्मीदवारी रद्द की जाएगी। (FAQ) 1. DSSSB भर्ती 2025 के लिए आवेदन कब शुरू होंगे? DSSSB के लिए आवेदन 15 सितंबर 2025 को दोपहर 12 बजे से शुरू होकर 16 सितंबर 2025 रात 11:59 बजे तक ऑनलाइन किए जा सकते हैं। 2. DSSSB भर्ती 2025 भर्ती 2025 में कुल कितने पद रिक्त हैं? इस भर्ती में कुल 692 पदों पर भर्ती की जाएगी। 3. DSSSB भर्ती 2025 के लिए पात्रता क्या है? DSSSB में विभिन्न पदों के लिए 10वीं, 12वीं, स्नातक, डिप्लोमा या पोस्ट ग्रेजुएशन की योग्यता आवश्यक है। प्रत्येक पद के अनुसार योग्यता अलग-अलग निर्धारित है। 4. डीएसएसएसबी भर्ती 2025 में आयु सीमा क्या है? DSSSB भर्ती 2025 के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 32 वर्ष निर्धारित है। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियम अनुसार आयु सीमा में छूट मिलेगी। 5. डीएसएसएसबी भर्ती 2025 के लिए आवेदन कैसे करें? उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट dsssbonline.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए पहले पंजीकरण आवश्यक है। 6. डीएसएसएसबी भर्ती 2025 का चयन प्रक्रिया क्या होगी? उम्मीदवारों का चयन कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) के आधार पर किया जाएगा। परीक्षा में न्यूनतम कटऑफ अंक निर्धारित हैं। 7. डीएसएसएसबी भर्ती 2025 के वेतन और भत्ते क्या हैं? विभिन्न पदों के लिए वेतन 19,900 रुपये से 1,51,100 रुपये तक है। साथ ही महंगाई भत्ता, हाउस रेंट अलाउंस, यात्रा भत्ता और चिकित्सा भत्ता भी मिलेगा। 8. डीएसएसएसबी भर्ती 2025 के लिए आवेदन की अंतिम तारीख क्या है? ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 16 सितंबर 2025 रात 11:59 बजे है। समय सीमा के बाद आवेदन स्वीकार नहीं होंगे।
GST रिव्यू से लेकर रोजगार योजना तक: पीएम मोदी के एलान की पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें

PM Modi Announcements: लाल किले से पीएम मोदी ने किए कई बड़े ऐलान, GST में राहत से लेकर युवाओं के लिए पहली नौकरी पर ₹15 हजार तक की सौगात PM Modi Announcements: जीएसटी में राहत और युवाओं को नौकरी पर ₹15 हजार का तोहफा नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025 — स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कई ऐतिहासिक घोषणाएं कीं। इन घोषणाओं में GST में राहत, नौकरी पाने वाले युवाओं को नकद प्रोत्साहन, नवीन कृषि योजनाएं, और रक्षा तथा ऊर्जा क्षेत्र में स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देने की दिशा में बड़े कदम शामिल हैं। PM Modi Announcements में क्या-क्या शामिल है? यहां पढ़ें पूरी सूची घोषणा विवरण GST में बड़ा सुधार दिवाली से पहले नए GST रिफॉर्म लागू होंगे, रोजमर्रा की वस्तुएं होंगी सस्ती। प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना पहली नौकरी पर युवाओं को ₹15,000 की सहायता राशि, 1 लाख करोड़ का बजट। डीप वॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन समुद्र के अंदर तेल और गैस के स्रोत खोजने के लिए नया मिशन। नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन 1200+ स्थानों पर खनिज खोज, आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम। मेड इन इंडिया जेट इंजन मिशन स्वदेशी फाइटर जेट इंजन के निर्माण की दिशा में वैज्ञानिकों को आह्वान। टास्क फोर्स गठन नई पीढ़ी की नीतियों के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन। PM धनधान्य कृषि योजना 100 पिछड़े कृषि जिलों में उत्पादकता बढ़ाने की पहल। ज्ञान भारतम योजना ऐतिहासिक पांडुलिपियों और दस्तावेजों को डिजिटल माध्यम से संरक्षित करना। हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन देश की जनसंख्या संरचना को सुरक्षित रखने के लिए रणनीतिक पहल। मिशन सुदर्शन चक्र 2035 तक देश की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीकी कवच विकसित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्या कहा? प्रधानमंत्री ने कहा कि FAQs – PM Modi Announcements Q1. प्रधानमंत्री ने GST को लेकर क्या कहा?A. पीएम मोदी ने दिवाली से पहले GST रिफॉर्म लाने की घोषणा की। इससे टैक्स स्ट्रक्चर और आसान होगा और आम उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। Q2. पहली नौकरी पर ₹15 हजार की राशि कैसे मिलेगी?A. “प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना” के तहत युवाओं को पहली निजी नौकरी मिलने पर ₹15,000 की एकमुश्त सहायता राशि दी जाएगी। Q3. डीप वॉटर मिशन का उद्देश्य क्या है?A. समुद्र के अंदर तेल और गैस के स्रोत खोजना, जिससे ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता मिलेगी। Q4. मेड इन इंडिया जेट इंजन क्या है?A. यह मिशन भारत में स्वदेशी फाइटर जेट इंजन विकसित करने की दिशा में काम करेगा, जिससे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। Q5. मिशन सुदर्शन चक्र क्या है?A. यह सुरक्षा मिशन देश के अहम स्थलों को 2035 तक हाई-टेक सुरक्षा कवच से सुरक्षित करेगा। निष्कर्ष:PM Modi Announcements PM Modi Announcements ने देश को विकास, आत्मनिर्भरता और रोजगार के नए रास्ते दिखाए हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारत न सिर्फ वैश्विक मंच पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है, बल्कि हर क्षेत्र में तेज़ प्रगति की ओर भी अग्रसर है। देश अपडेट न्यूज़
Jammu and Kashmir: किश्तवाड़ में दिल दहलाने वाला मंजर, 38 की मौत…देखें तबाही की तस्वीरें

Kishtwar Mein Phata Baadal: चिशौती कस्बे में बादल फटने से भारी तबाही, 38 की मौत, कई लापता हादसे की बड़ी खबर: Kishtwar mein phata baadal देश अपडेट न्यूज़ : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चिशौती कस्बे में बादल फटने (Kishtwar mein phata baadal) की भयावह घटना सामने आई है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है और 120 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें लगातार बाधा आ रही है। बादल फटने की घटना कब और कहां हुई? चिशौती कस्बे में सुबह 11:30 बजे फटा बादल वीरवार, सुबह करीब 11:30 बजे चिशौती कस्बे में पहाड़ी क्षेत्र पर बादल फटा। यह इलाका पाडर उपमंडल में स्थित है और किश्तवाड़ से लगभग 83 किलोमीटर दूर है। चिशौती, मचैल माता तीर्थयात्रा मार्ग का प्रमुख पड़ाव है। तबाही का मंजर: पानी, मलबा और लापता लोग पेड़, घर, दुकानें और यात्री बहे तेज बहाव में बादल फटने के बाद कई नालों में पानी का बहाव अत्यधिक तेज हो गया।तेज बारिश के साथ आए पत्थर, पेड़ और मलबा लोगों के घरों, दुकानों और यात्रियों को बहा ले गया।स्थानीय लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। घायलों का इलाज और रेस्क्यू ऑपरेशन राहत कार्य में जुटी NDRF, SDRF और सेना पुल बहने से संपर्क टूटा मचैल माता यात्रा भी स्थगित, गांवों से संपर्क टूटा नेताओं की प्रतिक्रिया Kishtwar Mein Phata Baadal – त्रासदी की झलक मलबे का दृश्य चिशौती में बह चुके घरों और दुकानों का मंजरतेज बहाव में मिट्टी, पत्थर और पेड़ समाहित हेलिकॉप्टर रेस्क्यू (प्रतीक्षित) भारतीय वायुसेना और NDRF की रेस्क्यू टीम सक्रियखराब मौसम के चलते हेलिकॉप्टर उड़ान बाधित स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया हमने अपनी आंखों के सामने सब कुछ बहते देखा…एक चश्मदीद यात्रीकई लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका Kishtwar Mein Phata Baadal की घटना से मचैल माता यात्रा स्थगित 25 जुलाई से चल रही यात्रा रोक दी गईयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया FAQs: Kishtwar Mein Phata Baadal Q1. किश्तवाड़ में बादल फटने की घटना कब हुई? उत्तर: 15 अगस्त के करीब सुबह 11:30 बजे, चिशौती कस्बे के पास यह घटना हुई। Q2. इस आपदा में कितनी मौतें हुई हैं? उत्तर: अब तक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 120 से अधिक लोग घायल हुए हैं। Q3. क्या मचैल माता यात्रा पर असर पड़ा है? उत्तर: हां, मचैल माता यात्रा को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है। Q4. राहत और बचाव कार्य में कौन-कौन सी एजेंसियां शामिल हैं? उत्तर: SDRF, NDRF, सेना और वायुसेना राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं। Q5. हेलिकॉप्टर रेस्क्यू क्यों नहीं हो पा रहा? उत्तर: खराब मौसम के कारण हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं, जिससे रेस्क्यू में देरी हो रही है। 📢 निष्कर्ष Kishtwar mein phata baadal की यह घटना एक भीषण प्राकृतिक आपदा है, जिसने कई परिवारों को उजाड़ दिया। सरकार, प्रशासन और रेस्क्यू टीमें पूरी कोशिश कर रही हैं कि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके।