बिजनौर: बीवी ने नहीं सुनी बात, पति ने जिंदगी से तोड़ लिया नाता? मां ने लगाए गंभीर आरोप!

amit kumar

बिजनौर। शहर के मोहल्ला नई बस्ती में रहने वाले एक दवा कंपनी के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) अमित कुमार (32) ने गुरुवार देर शाम आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। मृतक की मां ने बहू और उसके मायकेवालों पर मानसिक उत्पीड़न, धमकी और चरित्र पर संदेह जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। परिवारिक कलह बना मौत की वजह? अमित कुमार पुत्र स्व. विनोद वर्मा, मोहल्ला नई बस्ती में किराये पर रहते थे। भरत विहार कॉलोनी में उनका एक निजी मकान भी है, लेकिन वे अभी उसमें शिफ्ट नहीं हुए थे। अमित एक निजी दवा कंपनी में बतौर मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव कार्यरत थे। परिवार के मुताबिक, तीन दिन पहले अमित का पत्नी से विवाद हुआ था, जिसके बाद पत्नी मायके चली गई। बुधवार को अमित पत्नी को मनाने के लिए ससुराल गया, लेकिन पत्नी लौटने को तैयार नहीं हुई। शाम को वह घर लौटा और नुमाइश जाने की बात कहकर निकला, मगर रात भर वापस नहीं आया। गुरुवार सुबह जैन बाग इलाके में आम के पेड़ से उसका शव रस्सी के फंदे से लटका मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मां ने लगाए ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप मृतक की मां निर्मला वर्मा ने पुलिस को दी गई तहरीर में दावा किया है कि अमित और उसकी पत्नी के बीच पिछले डेढ़ साल से लगातार विवाद चल रहा था। जब-जब अमित ने पत्नी के व्यवहार को लेकर ससुराल में शिकायत की, उसे ही दोषी ठहराया गया। निर्मला वर्मा ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष अमित को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देता था और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। तहरीर में उन्होंने बहू के चरित्र पर भी सवाल उठाए हैं, जिसे लेकर बेटे को लंबे समय से मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा था। पुलिस कर रही जांच, रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई एएसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बतायाप्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। परिजनों की ओर से जो आरोप लगाए गए हैं, उनकी गंभीरता से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। इस दुखद घटना ने इलाके में शोक और चिंता दोनों का माहौल पैदा कर दिया है।

बिजनौर में नायब तहसीलदार ने खुद को मारी गोली, हालत नाजुक

नायब तहसीलदार ने खुद को मारी गोली

बिजनौर: बिजनौर जिले में बुधवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब सदर तहसील में तैनात नायब तहसीलदार राजकुमार ने अपने सरकारी आवास पर खुद को लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर तहसील परिसर में अफरा-तफरी मच गई। घायल अवस्था में तहसीलदार को फौरन एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही डीएम जसजीत कौर, एसपी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने कमरे को सील कर लिया है और रिवॉल्वर को भी कब्जे में ले लिया गया है। फिलहाल घटना के पीछे की वजह साफ नहीं हो पाई है। प्रशासन ने गहन जांच के आदेश दिए हैं और सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। तहसील के अन्य कर्मचारी भी इस घटना से बेहद हैरान और दुखी हैं। देश अपडेट न्यूज़

नवजात की मौत से मचा हड़कंप, पिता थैले में शव लेकर पहुंचा डीएम कार्यालय

Navjaat ki Maut

नवजात की मौत (Navjaat ki Maut): पिता थैले में शव लेकर अधिकारियों के सामने पहुंचा, अस्पताल सील नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) से टूटे परिवार की दर्दभरी दास्तान, पिता ने अधिकारियों से की मदद की गुहार लखीमपुर/महेवागंज: नवजात की मौत ने विपिन के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। सात साल बाद खुशियां मनाने वाला परिवार अब अनजाने डर और पीड़ा के बीच भटक रहा है। नवजात बेटे की मौत के बाद पिता विपिन ने शव हाथ में टंगे थैले में लेकर कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के सामने अपना दर्द बयां किया। थैले में शव देखकर वहां मौजूद अधिकारी भी सहम गए। विपिन रो-रोकर अपनी व्यथा बयां करता रहा, “साहब, किसी तरह बच्चे को जिंदा कर दो। इसकी मां दूसरे अस्पताल में भर्ती है, लेकिन उसे बताया गया है कि बच्चे की हालत ठीक नहीं है। आप ही बताएं कि उसकी मां को क्या जवाब दूं।” पीड़ित पिता के दर्द को सुनकर अधिकारियों के भी आंखों में आंसू छलक आए। मामले की गंभीरता को समझते हुए डीएम कार्यालय के निर्देश पर अस्पताल को तुरंत सील कर दिया गया। नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) के बाद अस्पताल सील, जांच शुरू सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता और एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह अपनी टीम के साथ तुरंत गोलदार अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में मौजूद तीन मरीजों को जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया। अस्पताल में चल रही लापरवाही की जांच शुरू कर दी गई है। डीएम को मामले की जानकारी दे दी गई है और जांच में तेजी लाई जा रही है। विपिन के परिवार की दर्दभरी कहानी विपिन के घर में सात साल बाद खुशियां लौट रही थीं। उनका एक बेटा है जिसकी उम्र सात वर्ष है। नई संतान के आने की खुशी में परिवार पूरी तरह से मग्न था, लेकिन नवजात की मौत ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) Q1: नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) का मुख्य कारण क्या है?A: इस मामले में अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही और सिस्टम की खामियों को जांचा जा रहा है। Q2: अस्पताल को क्यों सील किया गया है?A: अस्पताल में हुई कथित लापरवाही की जांच के तहत अधिकारियों ने इसे सील कर दिया है ताकि जांच में बाधा न आए। Q3: नवजात की मां की क्या हालत है?A: नवजात की मां को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। Q4: पिता विपिन को क्या सहायता मिली है?A: प्रशासन ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी है और मामले की न्यायपूर्ण जांच का आश्वासन दिया है। Q5: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?A: जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अस्पतालों की कार्यप्रणाली कड़ी की जाएगी ताकि पुनः ऐसी घटनाएं न हों। देश अपडेट न्यूज़

बिजनौर: 8 दिन से लापता किसान की लाश बिजली के खंभे से लटकी मिली, गांव में मचा हड़कंप!

बिजनौर। बिजनौर जनपद के मंडावर थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक खेत में बिजली के खंभे से लटका एक व्यक्ति का सड़ा-गला शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान रानीपुर गांव निवासी योगेन्द्र (45) पुत्र श्याम सिंह के रूप में हुई है…जो बीते 8 अगस्त से लापता था। परिजन लगातार उसकी तलाश कर रहे थे। मंगलवार देर शाम गांव के ही रिंकू के खेत में एक ग्रामीण ने शव को खंभे से लटका हुआ देखा और तुरंत इसकी सूचना पुलिस व ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया।पुलिस का कहना है कि शव कई दिन पुराना है और उसमें से तेज दुर्गंध आ रही थी। प्राथमिक जांच में मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है…जिससे मौत के कारणों की पुष्टि हो सके। बताया गया है कि मृतक किसान था और उसका छोटा भाई नमामि गंगे योजना में जिला संयोजक के पद पर कार्यरत है। परिजनों की ओर से गुमशुदगी की रिपोर्ट मंगलवार को ही थाने में दर्ज कराई गई थी।फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और हर पहलू को ध्यान में रखकर तफ्तीश की जा रही है। गांव में इस घटना को लेकर शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है।

मुरादाबाद में बेकाबू हुई हैवानियत! बुर्का पहने महिला से जबरदस्ती, आरोपी को पुलिस ने मारी गोली

Muradabad Ashlilta Video

Muradabad Ashlilta Video: महिला के साथ शर्मनाक हरकत, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार Muradabad Ashlilta Video: मुरादाबाद में महिला के साथ अश्लीलता का वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की DESHUPDATENEWS: मुरादाबाद जनपद के नागफनी थाना क्षेत्र स्थित डिप्टी गंज से एक बेहद शर्मनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था। वीडियो में एक युवक बुर्का पहने महिला को जबरन पकड़कर उसके साथ अश्लीलता करता दिखाई दे रहा था। महिला ने विरोध किया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई और स्थानीय समुदाय में आक्रोश का माहौल है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत मुकदमा दर्ज किया और आरोपी की तलाश शुरू कर दी। आरोपी की पहचान आदिल पुत्र पप्पू, निवासी उमरी गांव, थाना कांठ के रूप में हुई। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से आदिल फरार था और लगातार पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था। पुलिस मुठभेड़ में आरोपी हुआ घायल, अस्पताल में भर्ती पुलिस ने आरोपी की तलाश में जुटी रही और जब आदिल बाइक से फरार हो रहा था, तब पुलिस ने उसका पीछा किया। इस दौरान पुलिस से मुठभेड़ में आरोपी को गोली लग गई। गोली उसके पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने आरोपी को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर उसे अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में आरोपी पुलिस से माफी मांगते हुए आगे ऐसी हरकत न करने की बात कहता नजर आया। Muradabad Ashlilta Video: पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर क्या कहा? पुलिस ने आदिल की गिरफ्तारी के बाद मीडिया से कहा कि आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि मामले की जाँच की जा रही है और दोषी को सख्त सजा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। FAQs: Muradabad Ashlilta Video से संबंधित सामान्य प्रश्न Q1: मुरादाबाद के डिप्टी गंज इलाके में वायरल वीडियो में क्या हुआ था?A1: वीडियो में एक युवक ने बुर्का पहने महिला को जबरन पकड़कर उसके साथ अश्लीलता की। महिला ने विरोध किया, जिसके बाद आरोपी फरार हो गया। Q2: पुलिस ने इस मामले में क्या कदम उठाए?A2: पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज किया और आरोपी की तलाश शुरू की। आरोपी आदिल को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। Q3: आरोपी आदिल का क्या हुआ?A3: जब आरोपी आदिल फरार हो रहा था, पुलिस से मुठभेड़ में उसे गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। Q4: क्या आरोपी ने माफी मांगी?A4: हां, अस्पताल में आरोपी ने पुलिस से माफी मांगी और कहा कि वह आगे ऐसी हरकत नहीं करेगा। Q5: पुलिस ने क्या कहा है? Muradabad Ashlilta Video परA5: पुलिस ने कहा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। Conclusion: यह घटना मुरादाबाद के डिप्टी गंज क्षेत्र में घटित हुई थी, जहां Muradabad Ashlilta Video वायरल होने के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया और उसे सख्त सजा दिलवाने का वादा किया। इस तरह के मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई महत्वपूर्ण है ताकि समाज में सुरक्षा और न्याय का माहौल बना रहे।

UP के गोंडा में भीषण सड़क हादसा: बोलेरो नहर में डूबी, एक ही परिवार के 9 समेत 11 की मौत

UP ke Gonda mein bada haadsa

UP ke Gonda mein bada haadsa: बोलेरो नहर में गिरी, 11 की दर्दनाक मौत, एक लापता उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सोमवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। UP ke Gonda mein bada haadsa उस समय हुआ, जब पृथ्वीनाथ मंदिर जलाभिषेक के लिए जा रही बोलेरो गाड़ी बेलवा बहुता नहर पुल पर अनियंत्रित होकर सीधे नहर में गिर गई। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, एक व्यक्ति अब भी लापता है, जबकि तीन लोग किसी तरह बच निकले। मरने वालों में नौ लोग एक ही परिवार से थे, जो मोतीगंज थाना क्षेत्र के सीहागांव के रहने वाले थे। हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है, हर आंख नम है। UP ke Gonda mein bada haadsa की वजह बनी बारिश हादसे के वक्त हल्की बारिश हो रही थी, जिससे नहर किनारे की संकरी सड़क फिसलन भरी हो गई थी। बोलेरो को साइड से निकालने की कोशिश में गाड़ी फिसलकर सीधे नहर में पलट गई। पानी का बहाव तेज़ था, और गाड़ी पूरी तरह डूबने से लोगों को निकलने का मौका भी नहीं मिला। चश्मदीदों ने बताया भयावह मंजर स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह करीब 6 बजे ज़ोर की आवाज़ सुनकर लोग मौके पर पहुंचे, तो बोलेरो नहर में डूबी हुई दिखी। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और खुद भी रेस्क्यू शुरू किया। प्रशासन ने संभाला मोर्चा सूचना मिलते ही डीएम प्रियंका निरंजन, एसपी विनीत जायसवाल, पुलिस बल, एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। अब तक 11 शव बरामद हुए हैं, एक व्यक्ति की तलाश लगातार जारी है। गांव में मातम, घरों में कोहराम जैसे ही हादसे की खबर गांव पहुंची, सीहागांव में कोहराम मच गया। एक ही गांव के 11 लोगों की मौत से हर घर में चीख-पुकार मची है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। सीएम योगी ने जताया शोक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन को तुरंत राहत व बचाव कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए हैं। घायलों के इलाज के लिए भी उचित व्यवस्था करने को कहा गया है। ❓ FAQ – UP ke Gonda mein bada haadsa Q1: UP ke Gonda mein bada haadsa कब हुआ?👉 सोमवार सुबह करीब 6 बजे। Q2: हादसे में कितने लोगों की मौत हुई?👉 11 लोगों की मौत, एक व्यक्ति लापता है। Q3: हादसा कहां हुआ?👉 इटियाथोक के बेलवा बहुता नहर पुल पर। Q4: मरने वाले कहां के रहने वाले थे?👉 सीहागांव, मोतीगंज थाना क्षेत्र, गोंडा। Q5: हादसे की वजह क्या थी?👉 हल्की बारिश के कारण सड़क फिसलन भरी हो गई थी, जिससे गाड़ी नहर में पलट गई। देश अपडेट न्यूज़ देखते रहिए

मुझे माफ़ कर दो…Sharda, छात्रा की आखिरी चिट्ठी ने खोला दर्द का ऐसा राज़, पढ़कर रूह तक काँप जाएगी!

Sharda University student suicide

Sharda University student suicide: प्रोजेक्ट पर साइन न मिलने से टूटी छात्रा, सुसाइड नोट में टीचरों को ठहराया दोषी ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में Sharda University student suicide का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बीडीएस की छात्रा ज्योति शर्मा ने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि परीक्षा से पहले प्रोफेसरों ने प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया, जिससे वह मानसिक दबाव में आ गई और यह कदम उठा लिया। परिवार का बड़ा आरोप: “साइन न कर फाइल फेंकी, चप्पल फेंककर मारा” मां सुनीता के मुताबिक, ज्योति ने डेंचर (बत्तीसी) पर प्रोजेक्ट तैयार किया था, जो 30 अंकों का था। शुक्रवार को फाइल पर साइन कराने गई तो प्रोफेसरों ने न केवल साइन से मना किया, बल्कि फाइल फेंक दी और चप्पल फेंककर मारने तक की धमकी दी। यह सब सुनकर बेटी टूट गई। Sharda University student suicide की इस खबर ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। सुसाइड नोट में दर्द बयां: “महिंदर सर और शैरी मैम जिम्मेदार” ज्योति ने सुसाइड नोट में साफ लिखा: “अगर मैं मर जाऊं तो पीसीपी और डेंटल मैटीरियल के टीचर ही दोषी होंगे। महिंदर सर और शैरी मैम मेरी मौत की जिम्मेदार होंगी… मैं इस तरह से और नहीं जी सकती…” भाई का दावा: “प्रोफेसरों ने धमकाया था, फेल कर देंगे” भाई अक्षय ने बताया कि कुछ दिन पहले पिता भी यूनिवर्सिटी आए थे। प्रोफेसर ने कहा था कि बहन ने जाली साइन किए हैं और उसे प्रैक्टिकल व परीक्षा से बाहर किया जा सकता है। इससे बहन पर मानसिक दबाव बढ़ता गया। यही वजह रही कि Sharda University student suicide जैसी घटना हुई। रातभर हंगामा, धरना-प्रदर्शन और गिरफ्तारी रात होते ही सैकड़ों छात्र यूनिवर्सिटी में जुटे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। सुबह समाजवादी छात्र सभा के नेतृत्व में धरना हुआ, जिसमें ज्योति के परिजन भी शामिल हुए। इस दौरान प्रोफेसरों से बहस हुई, छात्रा की मां ने एक एचओडी को थप्पड़ भी मार दिया। बाद में पुलिस ने जांच के बाद दो प्रोफेसरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। हॉस्टल से 50 से ज्यादा छात्राएं लौटीं घर घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई और बड़ी संख्या में छात्राओं ने डर के कारण हॉस्टल खाली कर दिया। हॉस्टल का किराया 2.35 लाख रुपये सालाना था, और ज्योति इसी हॉस्टल में रहती थी। पुलिस जांच जारी पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या ज्योति ने किसी दस्तावेज पर खुद से साइन किए थे। Sharda University student suicide केस में सोशल मीडिया पर भी जमकर नाराजगी दिखी। ट्विटर (X) पर दिनभर हैशटैग ट्रेंड करता रहा। FAQ. Q1: Sharda University student suicide की मुख्य वजह क्या बताई गई?A1: प्रोफेसरों द्वारा प्रोजेक्ट फाइल पर साइन न करना और मानसिक उत्पीड़न। Q2: सुसाइड नोट में किसे जिम्मेदार ठहराया गया?A2: महिंदर सर और शैरी मैम का नाम लिखा गया। Q3: क्या पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया?A3: जी हां, दो प्रोफेसर गिरफ्तार हुए और जेल भेजे गए। यह भी पढ़े…. और पढ़ें: छात्रों की मानसिक सेहत के लिए UGC की गाइडलाइन

इश्क में पागल आशिक बना फर्जी दरोगा! असली वजह सुनकर रह जाएंगे दंग

Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga

📰 Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga: इंचौली पुलिस ने पकड़ा फर्जी दरोगा इंचौली थाना पुलिस ने फर्जी उप निरीक्षक बनकर अवैध वसूली करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम शुभम राणा है, जो मुजफ्फरनगर की नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के पचेड़ा रोड, अंकित विहार का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से पुलिस की नकली वर्दी, नेम प्लेट, अंगोला शर्ट, पुलिस कैप, चार स्टार, एक फर्जी पुलिस परिचय पत्र और एक मोबाइल बरामद किया। 🧐 Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga क्यों बना? एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के अनुसार, शुभम राणा ने पूछताछ में बताया कि वह थाना दादरी, ग्रेटर नोएडा में तैनात उप निरीक्षक बताकर लोगों को भ्रमित करता था। असलियत की जांच में उसकी सारी बातें झूठी निकलीं। उसने कबूल किया कि वह फर्जी दरोगा बनकर लोगों से अवैध वसूली करता था। शुभम ने शिवकुमार, सोनू कुमार और सुभाष चंद्र नाम के लोगों से इसी तरह से वसूली की। ग्रामीणों को शक हुआ तो उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस को सूचना दी। ❤️‍🔥 Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga की असली वजह एसएसपी ने बताया कि आरोपी की एक महिला मित्र सैनी गांव में रहती है। उससे मिलने के लिए ही शुभम राणा ने फर्जी दरोगा बनने की चाल चली। पहले ये दोनों जागरण मंडली में भजन गाया करते थे। आरोपी बयान लेने के बहाने महिला मित्र से मिलने सैनी गांव पहुंचा। परिवार वालों को उस पर शक हुआ, जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपी पहले वन विभाग में चौकीदार था, वहीं से उसे वर्दी पहनने की आदत पड़ी और फर्जी दरोगा बनने का आइडिया आया। ⚖️ पुलिस कार्रवाई पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब जांच कर रही है कि उसने फर्जी वर्दी और फर्जी आईडी कहां से बनवाई। ✅Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga की पूरी सच्चाई – आरोपी ने कबूल किया कि वह फर्जी दरोगा बनकर गांव-गांव घूमता था।– असली पुलिस सब-इंस्पेक्टर बताकर लोगों को डराता और उनसे पैसे ऐंठता था।– महिला मित्र से मिलने के लिए उसने पुलिस की वर्दी और आईडी कार्ड तैयार करवाया था। ❓ Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga: FAQs ✅ Q1: Aashiqui ke chakkar me bana farzi daroga कौन है? A1: यह मुजफ्फरनगर का शुभम राणा है, जो फर्जी पुलिस दरोगा बनकर महिला मित्र से मिलने और लोगों से अवैध वसूली करता था। ✅ Q2: शुभम राणा को पुलिस ने कहां से पकड़ा? A2: इंचौली थाना क्षेत्र में ग्रामीणों ने शक होने पर शुभम राणा को पकड़ा और पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। ✅ Q3: शुभम राणा ने फर्जी दरोगा बनने का आइडिया कहां से लिया? A3: वह पहले वन विभाग में चौकीदार था। ड्रेस पहनने की आदत से ही उसे फर्जी दरोगा बनने की योजना सूझी। ✅ Q4: पुलिस ने शुभम राणा के पास से क्या-क्या बरामद किया? A4: पुलिस ने उसके पास से पुलिस की वर्दी, नेम प्लेट, पुलिस कैप, चार स्टार, फर्जी पुलिस आईडी और मोबाइल बरामद किया। ✅ Q5: शुभम राणा पर अब क्या कार्रवाई हुई? A5: उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया और पुलिस अब जांच कर रही है कि फर्जी वर्दी और ID कैसे और कहां से बनाई गईं। यह भी देखे…..