उपनल कर्मचारी धनवीर सिंह नेगी के परिजनों को मिली 50 लाख की सहायता राशि

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कैम्प कार्यालय में सौंपा चैक देहरादून, 06 अगस्त। उत्तरकाशी के बड़कोट विद्युत वितरण खण्ड में उपनल के माध्यम से कार्यरत रहे स्व. धनवीर सिंह नेगी की आकस्मिक मृत्यु के उपरांत उनके परिजनों को सहायता राशि प्रदान की गई। बुधवार को देहरादून स्थित कैम्प कार्यालय में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मृतक के पिता बलवीर सिंह नेगी एवं पत्नी मंगीता नेगी को 50 लाख रुपये की सहायता राशि का चैक सौंपा। प्राकृतिक आपदा के दिवंगतजनों को दी श्रद्धांजलि इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने हाल ही में धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा में दिवंगत हुए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। आर्थिक सहायता से मिल रहा परिजनों को संबल मंत्री गणेश जोशी ने कहा, “किसी की मृत्यु को वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन उनके परिजनों को आर्थिक सहायता देकर परिवार के भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है।” उन्होंने बताया कि यह सहायता पंजाब नेशनल बैंक और उपनल के बीच हुए करार के तहत दी गई है। इससे पूर्व उपनल द्वारा ₹1.50 लाख की सहायता राशि और ईपीएफ के माध्यम से मासिक पेंशन की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है।उन्होंने यह भी बताया कि कर्मकार प्रतिकर योजना के तहत लगभग 10 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता के लिए पत्राचार किया जा रहा है। सेवा करते हुए बलिदान धनवीर सिंह नेगी 28 मई 2015 से उपनल के माध्यम से टीजी-2 के पद पर कार्यरत थे। 17 अप्रैल 2025 को बाधित विद्युत आपूर्ति को ठीक करते समय वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उपचार के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इस अवसर पर मृतक कर्मचारी के पिता बलवीर सिंह नेगी, पत्नी मंगीता नेगी, पुत्र आयुष नेगी के साथ उपनल चेयरमैन मेजर जनरल (सेनि) सम्मी सभरवाल, प्रबंध निदेशक बिग्रेडियर (सेनि) जेएनएस बिष्ट, सैनिक कल्याण निदेशक बिग्रेडियर (सेनि) अमृतलाल, पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अनुपम, एजीएम अजीत उपाध्याय, डीजीएम उपनल राजेश नेगी सहित अनेक पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।
थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्र में गंगा घाटों पर विशेष निगरानी

मानसून सीजन में सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में पौड़ी, 6 अगस्त 2025 मानसून और बरसाती मौसम को देखते हुए पौड़ी पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। पुलिस कप्तान लोकेश्वर सिंह ने जनपद के सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट मोड में रहने और आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। हर थाने में आपदा उपकरण तैयार, टीम स्टैंडबाय पर पुलिस कप्तान ने कहा है कि मौसम विभाग द्वारा लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। ऐसे में सभी थानों में आवश्यक आपदा प्रबंधन उपकरणों को तैयार रखने और पुलिस बल को स्टैंडबाय मोड में रखने के निर्देश दिए गए हैं। गंगा नदी उफान पर, लक्ष्मणझूला क्षेत्र में विशेष सतर्कता पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते गंगा नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गंगा घाटों और तटों पर आम जन की सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है। प्रतिबंधित घाटों पर कड़ी निगरानी, चेतावनी के साथ हटाए जा रहे लोग थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला संतोष पैथवाल ने जानकारी दी कि गंगा तटों पर लगातार निगरानी के लिए विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें गंगा के जलस्तर पर पैनी नजर रख रही हैं और यात्रियों व पर्यटकों को प्रतिबंधित घाटों और तटों पर जाने से रोक रही हैं। वानप्रस्थ, गीता भवन गेट नंबर 3 घाट बंद सुरक्षा को देखते हुए वानप्रस्थ घाट और गीता भवन गेट नंबर 3 घाट को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। पुलिस द्वारा लाउडहेलर से लोगों को बार-बार चेतावनी देकर घाटों से हटाया जा रहा है। साथ ही, घाटों पर सुरक्षा फ्लेक्स भी लगाए गए हैं, जिनमें लोगों से ऐसे स्थानों से दूर रहने की अपील की गई है। थानाध्यक्ष की अपील – गंगा तटों से बनाएं दूरी थानाध्यक्ष संतोष पैथवाल ने स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि बरसात के मौसम को देखते हुए अनावश्यक रूप से गंगा तटों पर न जाएं और पुलिस का सहयोग करें। विशेष निगरानी दल में शामिल जवान गठित विशेष टीम में हेड कांस्टेबल रितेश कुमार, सुवर्धन, महिपाल सिंह, राजीव कवि, राजबीर सिंह, गोताखोर भावानंद, तथा पीआरडी जवान रवि बडोनी और विमल शामिल हैं, जो लगातार गंगा तटों पर निगरानी का कार्य कर रहे हैं।
उत्तरकाशी के धराली में आई भयंकर बाढ़, चार की मौत, कई लापता, राहत और रेस्क्यू कार्य जारी

Uttarkashi Mein Fata Baadal: Dharali Gaon Mein Bhayanak Badh, Uttarakhand Badh Ka Khatra देश अपडेट न्यूज़ – उत्तरकाशी जनपद के धराली गांव में Uttarkashi Mein Fata Baadal की घटना के चलते खीर गंगा गाड़ में विशाल बाढ़ आ गई। डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि अब तक चार लोगों की मौत हुई है और कई लोग मलबे में दबे होने की आशंका है। पानी का सैलाब गांव की ओर आते ही लोगों में चीख-पुकार मच गई, कई होटल और दुकानें ध्वस्त हो गई हैं। Uttarkashi Mein Fata Baadal – क्षति का मंजर और राहत कार्य Uttarakhand Badh – मानसून का कहर अन्य क्षेत्रों में भी जारी मुख्यमंत्री धामी की प्रतिक्रिया और केंद्र की सहायता अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर सीएम धामी तिरुपति से सीधे वापस पहुंचे देहरादून मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी कुछ ही समय में राज्य आपदा परिचालन केंद्र में पहुंचने वाले हैं मुख्यमंत्री धामी धराली (उत्तरकाशी) में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की लेंगे विस्तृत जानकारी Uttarkashi Badh aur Highway Damage – हाईवे पर तबाही यमुनोत्री व गंगोत्री हाईवे की स्थिति: क्षेत्र समस्या स्थिति / कार्रवाई स्यानाचट्टी सड़क का ~25 मीटर हिस्सा धंसा आवाजाही बंद; कटिंग से छोटे वाहनों को निकाला जाएगा गंगोत्री हाईवे मलबा आने व बोल्डर गिरने बीआरओ द्वारा मार्ग खोला गया Uttarakhand Badh – केंद्रीय गृह मंत्री की घोषणा समन्वय और आगे की रणनीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुःख, प्रभावितों के लिए तत्काल सहायता का आदेश उत्तरकाशी में बादल फटने और भयंकर बाढ़ की घटना के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने राहत एवं बचाव कार्यों की तत्परता को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। ❓ Frequently Asked Questions (FAQ) Q1: Uttarkashi Mein Fata Baadal घटना कब हुई? A1: मंगलवार सुबह धराली (Uttarkashi) गांव में अचानक बादल फटने की घटना हुई, जिससे खीर गंगा गाड़ में भयंकर मलबा और पानी बहा। Q2: इस आपदा में कितनी जन-धन की हानि हुई? A2: डीएम के अनुसार अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है। मार्केट और होटल सहित कई संरचनाएं ध्वस्त हो चुकी हैं। Q3: राहत और बचाव कार्य में कौन-कौन शामिल हैं? A3: SDRF, NDRF, स्थानीय पुलिस, सेना (MI व Chinook टीम के साथ), जिला प्रशासन सभी राहत कार्य में सक्रिय हैं। Q4: मौसम का हाल क्या है? A4: मौसम विज्ञान विभाग ने 10 अगस्त तक भारी बारिश का दौर जारी रहने की चेतावनी दी है, विशेषतः पर्वतीय इलाकों में। Q5: सड़क व हाईवे की वर्तमान स्थिति क्या है? A5: स्यानाचट्टी और अन्य पर्वतीय मार्गों में सड़क धंसी हुई है; गंगोत्री हाईवे पर कई स्थानों पर मलबा गिरा है। आवाजाही प्रभावित है। 📝 निष्कर्ष Uttarkashi Mein Fata Baadal और Uttarakhand Badh की यह प्राकृतिक आपदा एक गंभीर चुनौती है। प्रशासनिक टीम, सेना, और केंद्र सरकार सभी मिलकर राहत कार्य में जुटी हुई हैं। प्रभावित लोगों की सुरक्षा और पुनर्वास प्राथमिकता बनी हुई है। यह भी पढ़े….उत्तरकाशी में फटा क़हर का बादल! खीर गंगा गाड़ में तबाही, मकान बहे
उत्तरकाशी में फटा क़हर का बादल! खीर गंगा गाड़ में तबाही, मकान बहे

Uttarkashi Cloud Burst: Kheer Ganga Gaad Mein Badh, Dharali Mein Tabahi उत्तरकाशी ज़िले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। मंगलवार सुबह Kheer Ganga Gaad क्षेत्र में cloud burst की घटना हुई, जिससे Dharali गांव में भारी तबाही मच गई है। तेज़ बारिश और मलबे के चलते कई मकान बहने की सूचना है। घटना के बाद Uttarkashi administration ने राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से शुरू कर दिए हैं। Dharali Flood News: Kayi Bhavan Bah Gaye, Kai Log Laapata स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह तेज गर्जना के साथ अचानक बादल फटा और पानी का तेज़ बहाव गांव की ओर आ गया। इसके चलते कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए और kai log laapata बताए जा रहे हैं। मलबे और पानी के बहाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। Rahat Bacchav Uttarkashi: NDRF Team Site Par Tainaath सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत NDRF और स्थानीय राहत एवं बचाव दल को मौके पर रवाना किया। हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। Uttarkashi Breaking News: Administration Ne Jari Ki High Alert Advisory उत्तरकाशी प्रशासन ने पूरे इलाके में High Alert घोषित कर दिया है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी-नालों से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भारी वर्षा की संभावना जताई है। (FAQ)प्र.1: उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना कहां हुई? उ.1: यह घटना खीर गंगा गाड़ क्षेत्र में हुई, जिससे सबसे अधिक नुकसान धराली गांव में देखने को मिला। प्र.2: क्या इस हादसे में जान-माल का नुकसान हुआ है? उ.2: जी हां, कई भवन बह गए हैं और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। प्र.3: प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं? उ.3: प्रशासन ने NDRF, SDRF और अन्य राहत-बचाव दलों को मौके पर भेज दिया है। हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू की तैयारी भी की जा रही है। प्र.4: क्या मौसम विभाग ने कोई चेतावनी जारी की है? उ.4: जी हां, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी है और लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्र.5: स्थानीय लोगों के लिए प्रशासन की क्या अपील है? उ.5: प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने, ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर जाने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
मानवता की मिसाल: वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाल गुसाईं ने लिया देहदान का संकल्प

समाजसेवा की नई मिसाल, युवाओं को भी कर रहे प्रेरित कोटद्वार, 02 अगस्त 2025 कोटद्वार प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाल गुसाईं ने देहदान और अंगदान का संकल्प लेकर समाज के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके इस फैसले की चारों ओर सराहना हो रही है। न केवल उन्होंने खुद यह संकल्प लिया, बल्कि समाज में इस दिशा में जनजागरूकता अभियान भी शुरू किया है। “शरीर नश्वर है, मगर सेवा अमर होती है” अपने संकल्प के पीछे की सोच साझा करते हुए दिनेश पाल गुसाईं ने कहा, “यह शरीर एक दिन नष्ट हो जाएगा, लेकिन यदि इससे किसी ज़रूरतमंद को नया जीवन मिल सकता है, तो यही सबसे बड़ा पुण्य है।” उन्होंने बताया कि कई बार ऐसी दुखद घटनाएं सामने आती हैं जब बुजुर्गों के अंतिम संस्कार तक में उनके परिजन उपस्थित नहीं हो पाते। ऐसे में मृत्यु के बाद इस शरीर को समाज के हित में उपयोग करना ही सच्ची मानव सेवा है। देह को बना सकते हैं जीवनदायी उन्होंने एक प्रेरणास्पद तुलना करते हुए कहा, “जब घर के पुराने बर्तन बेकार हो जाते हैं, तो उन्हें फेंकने से अच्छा है कि किसी ज़रूरतमंद को दे दिए जाएं। इसी तरह मृत्यु के बाद यह शरीर भी किसी को जीवन देने वाला बन सकता है।” जनजागरूकता अभियान में निभा रहे सक्रिय भूमिका गौरतलब है कि दिनेश पाल गुसाईं न सिर्फ स्वयं देहदान और अंगदान के लिए पंजीकृत हो चुके हैं, बल्कि ब्लड डोनेशन, अंगदान और देहदान जैसे संवेदनशील विषयों पर जागरूकता फैलाने में भी सक्रिय हैं। वे लगातार युवाओं को इस दिशा में प्रेरित कर रहे हैं। जाते-जाते भी कर सकते हैं अमर कार्य गुसाईं ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में समाज और प्रकृति से बहुत कुछ लेता है, ऐसे में उसे जीवन के अंतिम पड़ाव पर भी समाज के लिए कुछ करना चाहिए। “हम अपने सत्कर्मों, रक्तदान, अंगदान और देहदान के माध्यम से मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन में जीवित रह सकते हैं।” समाजसेवियों और पत्रकारों ने की सराहना उनके इस फैसले की समाजसेवियों, पत्रकारों और आम लोगों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। इसे एक प्रेरणादायी कदम और समाज के लिए हितकारी बताया गया है।
हेलंग में टूटा पहाड़! चमोली डैम साइट पर अचानक भूस्खलन, मची चीख पुकार

Helang mein tuta pahaad: चमोली में निर्माणाधीन डैम साइट पर बड़ा हादसा, आठ मजदूर घायल Helang mein tuta pahaad, मची अफरा-तफरी – वीडियो वायरल Chamoli news – चमोली जिले के हेलंग में उस वक्त हड़कंप मच गया जब निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की डाइवर्जन साइट पर अचानक बड़ा भूस्खलन हो गया। इस हादसे में Helang mein tuta pahaad की वजह से चार मजदूर घायल हो गए। शनिवार को हुए इस हादसे के वक्त वहां लगभग 200 मजदूर काम कर रहे थे। गनीमत रही कि चट्टान गिरने के समय ज़्यादातर मजदूर साइट से थोड़ी दूरी पर थे, जिससे बड़ा हादसा टल गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो सोशल मीडिया पर भूस्खलन का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर रहा है। वीडियो में लोगों की घबराहट और मौके पर मची अफरा-तफरी भी साफ झलकती है। मौके पर पहुंचा प्रशासन, रोका गया निर्माण कार्य घटना की सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जहां रेस्क्यू कर सभी घायलों को चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि हेलंग में हुई घटना के दौरान किसी भी व्यक्ति के हताहत होने की सूचना नहीं है। घटना में 8 लोगों के घायल हुए हैं। 4 लोगों का टीएचडीसी चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है। जबकि गंभीर रूप से घायल 2 लोगों को स्वामी विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में उपचार किया जा रहा है। वहीं पीपलकोटी में ही एक व्यक्ति का प्लास्टर करवाया जा रहा है। जबकि 1 गंभीर घायलों को मेडिकल कालेज श्रीनगर रेफर किया जा रहा है। बारिश से बढ़ा खतरा, प्रशासन ने की अपील विशेषज्ञों के मुताबिक, लगातार बारिश की वजह से पहाड़ की चट्टानों में दरारें पड़ जाती हैं, जिससे ऐसे हादसों का ख़तरा बढ़ जाता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निर्माणाधीन स्थल के पास न जाएं और पूरी तरह से सतर्क रहें। ❓ FAQ: Helang mein tuta pahaad ✅ Q1: Helang mein tuta pahaad का वीडियो कहां देख सकते हैं?👉 सोशल मीडिया और स्थानीय न्यूज़ चैनलों पर यह वीडियो वायरल हो चुका है। ✅ Q2: Helang mein tuta pahaad से कितने मजदूर घायल हुए?👉 इस हादसे में चार मजदूर घायल हुए हैं, गनीमत रही कि कोई गंभीर रूप से हताहत नहीं हुआ। ✅ Q3: हादसा कब और कहां हुआ?👉 शनिवार को चमोली जिले के हेलंग में निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी डैम साइट पर। ✅ Q4: क्या अभी भी वहां काम चल रहा है?👉 फिलहाल सुरक्षा कारणों से निर्माण कार्य को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। देश अपडेट न्यूज़
बीटेक पास 22 वर्षीय साक्षी बनीं कुई गांव की नई मुखिया

तकनीकी शिक्षा और युवा सोच के साथ करेंगी गांव का नेतृत्व पौड़ी गढ़वाल। पौड़ी जिले के पाबौ ब्लॉक के कुई गांव को उसकी अब तक की सबसे युवा ग्राम प्रधान मिल गई है। 22 वर्षीय साक्षी ने पंचायत चुनाव में जीत दर्ज कर इस पद को हासिल किया है। बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद गांव लौटी साक्षी ने यह फैसला लिया कि वह अब अपने गांव के समग्र विकास के लिए कार्य करेंगी। युवा सोच, तकनीकी दृष्टिकोण और सेवा भावना के साथ साक्षी अब ग्राम पंचायत की कमान संभालेंगी। तकनीकी शिक्षा के साथ नेतृत्व की ओर कदम साक्षी ने देहरादून से बीटेक की डिग्री प्राप्त की है। पढ़ाई पूरी कर वे अपने गांव लौटीं और विकास की राह पर काम करने का निश्चय किया। तकनीकी शिक्षा से लैस होने के कारण वह आधुनिक दृष्टिकोण से गांव की समस्याओं को समझकर समाधान निकालने की दिशा में कार्य करेंगी। गांव की आशाओं पर खरी उतरने का है संकल्प साक्षी का कहना है कि वह अपने तकनीकी ज्ञान और शहरी अनुभव का इस्तेमाल करते हुए गांव में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में सुधार लाना चाहती हैं। उनका सपना है कि गांव के युवाओं को बेहतर अवसर मिले और महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। गांव में नई ऊर्जा का संचार कुई गांव के लोगों को साक्षी से नई उम्मीदें हैं। युवा नेतृत्व को देखकर गांव में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है। लोगों को विश्वास है कि साक्षी गांव की तस्वीर बदलने में सफल होंगी और एक आदर्श ग्राम पंचायत का निर्माण करेंगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष आरक्षण लिस्ट आई, जानें कब तक दर्ज होंगी आपत्तियां

जिला पंचायत अध्यक्ष आरक्षण लिस्ट देहरादून। जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। प्रशासन ने आरक्षण की अंतिम सूची जारी कर दी है। अगर किसी को इस सूची पर कोई आपत्ति है, तो उसके लिए 2 अगस्त से 4 अगस्त तक का समय दिया गया है। इसके बाद 5 अगस्त को सभी आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। निस्तारण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 6 अगस्त को आरक्षण का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। प्रशासन का कहना है कि इस प्रक्रिया को पारदर्शिता के साथ तय समय सीमा में पूरा किया जाएगा, ताकि सभी पक्षों को अपनी बात रखने का पर्याप्त मौका मिल सके और अंतिम निर्णय में किसी तरह की गलती की गुंजाइश न रहे।
पंचायत चुनाव की हार का दर्द सह न सका समर्थक, ज़हर निगलकर खत्म कर ली ज़िंदगी

Pantnagar Panchayat Chunav Sadma – Yuva Ne Khaya Zehar, Parivar Mein Matam Pantnagar Panchayat Chunav Sadma (Kya Hai Poora Mamla?) उत्तराखंड के उधम सिंह नगर ज़िले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। Pantnagar Panchayat Chunav के नतीजों के बाद, समर्थित प्रत्याशियों की हार का सदमा बर्दाश्त न कर पाने पर 32 वर्षीय युवक ललित आर्य ने ज़हर खा लिया। ललित, प्रधान प्रत्याशी बबीता रौतेला और BDC प्रत्याशी दीप्ति पांडा के प्रचार में पूरे दिल से जुटे थे। लेकिन जैसे ही नतीजे आए और दोनों प्रत्याशी हार गए, कुछ लोगों ने ललित को ताने मारने शुरू कर दिए कि उसने प्रचार किसी और का किया, लेकिन वोट कहीं और डाला। Ghatna Kaise Ghatit Hui? Parivar Par Toota Gham Ka Pahad ललित की मौत ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है। तीन साल पहले शादी हुई थी और छह महीने पहले पत्नी के गर्भवती होने की खबर से घर में खुशी का माहौल था। लेकिन ललित अपने बच्चे के जन्म से पहले ही दुनिया छोड़ गया। ✅ FAQs Pantnagar Panchayat Chunav Sadma Q1. Pantnagar Panchayat Chunav में किसने ज़हर खाया?👉 ललित आर्य नामक युवक, जिसने समर्थित प्रत्याशियों की हार के बाद ज़हर खा लिया। Q2. घटना कब और कहां हुई?👉 उधम सिंह नगर ज़िले के पंतनगर इलाके में गुरुवार दोपहर को। Q3. क्या ललित की शादी हुई थी?👉 हां, तीन साल पहले शादी हुई थी और पत्नी गर्भवती है। Q4. लोगों ने ताने क्यों मारे?👉 क्योंकि ललित के प्रचार के बावजूद प्रत्याशी हार गए, लोगों ने शक जताया कि वोट कहीं और दिया गया होगा। deshupdatenews की और भी ख़बरे पढ़े
सारकोट की युवा प्रधान प्रियंका नेगी को मुख्यमंत्री धामी ने दी बधाई, गांव को बनाया जाएगा आदर्श ग्राम

देहरादून/चमोली, 1 अगस्त 2025 Young Pardhan of Sarkot Priyanka Negi मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के गैरसैंण क्षेत्र अंतर्गत सारकोट ग्राम पंचायत की नव-निर्वाचित 21 वर्षीय प्रधान प्रियंका नेगी को फोन कर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा एक पढ़ी-लिखी युवा महिला को ग्राम प्रधान चुनने के फैसले की सराहना करते हुए इसे सामाजिक जागरूकता की मिसाल बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सारकोट को एक आदर्श ग्राम के रूप में विकसित कर रही है और इसके लिए जल्द ही सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) सारकोट का अध्ययन दौरा करेंगे। उन्होंने बताया कि सारकोट मॉडल के आधार पर प्रदेश के अन्य जिलों में भी आदर्श गांव विकसित किए जाएंगे, जहां कृषि, पशुपालन और महिला स्वरोजगार जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने प्रियंका नेगी को देहरादून आने का आमंत्रण भी दिया और गांव के समग्र विकास पर चर्चा करने का भरोसा दिलाया। इस दौरान प्रियंका नेगी ने सारकोट को गोद लिए जाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि गांव में पहले की तुलना में अब कई बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी हैं और वह सरकार के सहयोग से विकास कार्यों को और गति देंगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंचायत चुनावों में युवाओं और शिक्षित प्रतिनिधियों का चयन लोकतंत्र के लिए सकारात्मक संकेत है। राज्य सरकार त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली को मजबूत करने हेतु हरसंभव सहयोग देगी ताकि ग्राम स्तर पर विकास को और मजबूती मिले। यह भी पढ़े….