पर्यटकों के लिए अच्छी ख़बर: उत्तराखंड में भी गोवा जैसी सुविधाएं! किराए पर मिलेगा पूरा बंगला

Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand

🏡 Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand: अब गोवा जैसी सुविधा उत्तराखंड में भी, किराए पर मिलेंगे फ्लैट और बंगले

देहरादून। उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने और भवन स्वामियों को आय का नया साधन देने के लिए पर्यटन विभाग जल्द ही “बेड एंड ब्रेकफास्ट योजना” (Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand) लागू करने जा रहा है।

अब पर्यटक सिर्फ होटलों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि फ्लैट, अपार्टमेंट, कोठी, काटेज और बंगले भी किराए पर ले सकेंगे, जैसे कि गोवा या हिमाचल में होता है। इस योजना के ज़रिए उत्तराखंड में पर्यटन अनुभव को और भी निजी, आरामदायक और किफायती बनाया जाएगा।


🏠 योजना के अंतर्गत क्या होगा खास?

  • भवन स्वामी अपने आधुनिक भवनों को पर्यटन विभाग में पंजीकृत कर सकेंगे।
  • यह योजना नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्रों में लागू होगी।
  • स्वामी को उसी भवन में रहना ज़रूरी नहीं होगा, यानी बाहर रहने वाले लोग भी अपनी संपत्ति का पंजीकरण करा सकते हैं।
  • ₹3000 रजिस्ट्रेशन शुल्क होगा और अधिकतम 10 कमरे किराए पर देने की अनुमति होगी।
  • पंजीकरण हर 5 साल में नवीनीकृत किया जाएगा।

🍳 घर जैसी सुविधाएं, होटल से बेहतर अनुभव

Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand के तहत पर्यटकों को मिलेंगी:

  • फुली फर्निश्ड किचन (फ्रिज, माइक्रोवेव, बर्तन आदि)
  • AC रूम, वॉशिंग मशीन, बाथ टब और आधुनिक बाथरूम
  • पर्याप्त पार्किंग स्पेस
  • घर जैसा माहौल, होटल जैसी सुविधा

🏢 योजना होगी पूरी तरह व्यावसायिक

इस योजना को व्यावसायिक श्रेणी में रखा गया है। इसका मतलब है कि भवन स्वामी को बिजली-पानी जैसे उपयोगिता सेवाओं का भुगतान Commercial Category में करना होगा।

दूसरी ओर, मौजूदा Homestay Scheme को गैर-व्यावसायिक श्रेणी में रखा गया है, जिसमें शुल्क Residential Slab के तहत देय होता है।


🛖 होमस्टे योजना में होगा बदलाव

पर्यटन विभाग की योजना के अनुसार, पारंपरिक Homestay in Uttarakhand अब सिर्फ उन क्षेत्रों में संचालित होंगे:

  • जो ग्रामीण परिवेश में हैं
  • या फिर ट्रेकिंग मार्गों व अल्पज्ञात पर्यटन स्थलों के पास हैं
  • और जहां भवन स्वामी खुद रह रहे हों

जिन होमस्टे मालिकों की मौजूदगी संपत्ति पर नहीं है, उन्हें Bed and Breakfast योजना में शिफ्ट किया जाएगा।


📌 योजना कब होगी लागू?

पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल के अनुसार:

“उत्तराखंड पर्यटन यात्रा, व्यवसाय एवं पंजीकरण नियमावली में संशोधन किया जा रहा है। योजना पर स्टेकहोल्डर्स के साथ चर्चा चल रही है। शासन से अनुमोदन के बाद योजना लागू कर दी जाएगी।”


❓ Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand (FAQs)

🏡 Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand क्या है?

उत्तर: यह उत्तराखंड सरकार की एक नई पर्यटन योजना है जिसके अंतर्गत भवन स्वामी अपने फ्लैट, बंगले, अपार्टमेंट आदि को पर्यटकों को किराए पर देने के लिए पंजीकृत कर सकते हैं।


📝 Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand में कौन पंजीकरण कर सकता है?

उत्तर: कोई भी व्यक्ति, जिसके पास नगर निगम, नगर पालिका या नगर पंचायत क्षेत्र में संपत्ति है, वह बिना खुद वहाँ रहते हुए भी योजना में पंजीकरण करा सकता है।


💰Bed and Breakfast Yojana Uttarakhand में पंजीकरण शुल्क कितना है?

उत्तर: इस योजना में पंजीकरण शुल्क ₹3000 निर्धारित किया गया है।


🛏️ कितने कमरों को किराए पर दिया जा सकता है?

उत्तर: अधिकतम 10 कमरों को पर्यटकों को किराए पर देने की अनुमति होगी।


🔌 क्या योजना व्यावसायिक श्रेणी में आती है?

उत्तर: हाँ, यह योजना पूरी तरह से व्यावसायिक श्रेणी में होगी। भवन स्वामी को बिजली, पानी आदि का भुगतान व्यावसायिक दरों पर करना होगा।


🧳 पर्यटकों को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी?

उत्तर: पर्यटकों को पूरी तरह से सुसज्जित घर, किचन, फर्निश्ड बेडरूम, AC, वॉशिंग मशीन, पार्किंग, बाथटब आदि जैसी सुविधाएं मिलेंगी।


🏠 क्या भवन स्वामी का वहाँ रहना अनिवार्य है?

उत्तर: नहीं, इस योजना में भवन स्वामी का उस संपत्ति में रहना अनिवार्य नहीं है।


🔄 पंजीकरण कितने समय के लिए मान्य होगा?

उत्तर: पंजीकरण 5 वर्षों के लिए मान्य होगा और इसके बाद नवीनीकरण कराना होगा।

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