ढोंगी बाबा गिरफ्तार! पुलिस पूछताछ में निकला ऐसा राज जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे

SALIM

SALIM: हरिद्वार में ‘सतीश’ बनकर भीख मांग रहा था ढोंगी बाबा, पुलिस ने पकड़ा ऑपरेशन कालनेमि के तहत सलिम गिरफ्तार, नाम छिपाकर कर रहा था ठगी रुड़की: हरिद्वार जिले में SALIM नाम का एक शख्स खुद को ‘सतीश’ बताकर गांव-गांव घूमकर भीख मांग रहा था। लेकिन उसकी ये साजिश ज्यादा दिन नहीं चल सकी। ऑपरेशन कालनेमि के तहत झबरेड़ा थाना पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि उसका असली नाम सलिम पुत्र हनीफ है, जो रायसी लक्सर का रहने वाला है और इस समय झबरेड़ा कस्बे में रह रहा था। पुलिस के मुताबिक, सलिम लंबे समय से नाम और पहचान बदलकर भोले-भाले लोगों को गुमराह कर रहा था। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने उसे इकबालपुर चौकी लाकर पूछताछ की, जहां सच्चाई सामने आई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। ढोंगी बाबाओं के खिलाफ लगातार चल रहा है ऑपरेशन कालनेमि एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल के आदेश पर पूरे जिले में ढोंगी बाबाओं और फर्जी साधुओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। ऑपरेशन कालनेमि के तहत हर संदिग्ध की पहचान और सत्यापन किया जा रहा है। एसपी देहात शेखर चन्द्र सुयाल ने बताया कि SALIM को झबरेड़ा थाना क्षेत्र में नाम बदलकर भिक्षा मांगते हुए पकड़ा गया है। उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई है और ये मुहिम आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने साफ कहा कि ऐसे ढोंगी बाबाओं को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सलीम के पकड़े जाने के बाद क्या बोले ग्रामीण? ग्रामीणों का कहना है कि वो काफी समय से सलिम की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। उन्हें शक था कि यह व्यक्ति असली साधु नहीं है। आखिरकार ग्रामीणों की सतर्कता और पुलिस की कार्रवाई से सच्चाई सामने आई। हरिद्वार पुलिस का कहना है कि भविष्य में भी इस तरह की सख्त कार्रवाई होती रहेगी, ताकि भोली-भाली जनता ठगों और फर्जी बाबाओं से बची रहे। 🙋‍♂️ FAQ ❓ SALIM कौन है और उसे क्यों पकड़ा गया? SALIM असली नाम का व्यक्ति खुद को ‘सतीश’ बताकर हरिद्वार जिले में भीख मांग रहा था। पुलिस जांच में सामने आया कि वह फर्जी बाबा बनकर लोगों को गुमराह कर रहा था, जिसके चलते ऑपरेशन कालनेमि के तहत उसे गिरफ्तार किया गया। ❓ ऑपरेशन कालनेमि क्या है? यह हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाया जा रहा एक विशेष अभियान है, जिसका उद्देश्य फर्जी साधुओं, ढोंगी बाबाओं और संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करना है। ❓ SALIM को कहां से पकड़ा गया? SALIM को हरिद्वार जिले के झबरेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम सुनहेटी आलापुर में भीख मांगते हुए पुलिस ने पकड़ा। पूछताछ में उसने अपना असली नाम बताया। ❓ SALIM पर किस-किस धारा में केस दर्ज हुआ? पुलिस ने SALIM के खिलाफ संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं में केस दर्ज किया है; इसमें धोखाधड़ी और पहचान छुपाकर ठगी के मामले शामिल हैं। ❓ क्या ऑपरेशन कालनेमि आगे भी चलेगा? जी हां, पुलिस ने साफ किया है कि ढोंगी बाबाओं और फर्जी साधुओं के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी, ताकि किसी को भोली-भाली जनता को ठगने का मौका न मिले। यह भी देखे…..

Panchayat की रिंकी का झूठा निकला वादा, वायरल वीडियो ने मचाया तहलका!

Panchayat Rinki Viral Video

चाय छोड़ने की बात कहकर भी चाय पीती दिखीं ‘Panchayat’ की रिंकी, वीडियो वायरल Panchayat Rinki Viral Video – ओटीटी प्लेटफॉर्म की सुपरहिट सीरीज़ ‘पंचायत’ की रिंकी यानी सनविका कौर का नया वीडियो इंटरनेट पर छा गया है। वीडियो में रिंकी पहले कहती हैं कि अब वो चाय से दूरी बनाएंगी क्योंकि ये स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं, लेकिन अगले ही सीन में उन्हें टपरी पर चाय पीते देखा गया। फैंस बोले – “टंकी की चाय का क्या होगा?” वीडियो में सनविका कार में बैठकर कहती हैं कि उन्होंने आर्टिकल में पढ़ा है कि चाय हानिकारक है, इसलिए अब वो चाय नहीं पिएंगी। मगर अगले सीन में वो टपरी पर चाय की चुस्की लेती दिखती हैं, साथ में “ए राजा जी एकरे त रहल जरूरत” गाना भी बज रहा है। Panchayat Rinki Viral Video Panchayat Rinki Viral Video पर यूजर्स ने फनी कमेंट्स किए – किसी ने लिखा, “रिंकी जी तो पानी की टंकी पर भी चाय पीती हैं।” किसी ने कहा, “टपरी की चाय से ज्यादा मजेदार टंकी की चाय है।” वहीं किसी ने पूछा, “अब टंकी पर मिलने का बहाना क्या रहेगा?” Panchayat 5 का भी इंतजार ‘पंचायत 4’ में सचिव जी और रिंकी की केमिस्ट्री खूब चर्चा में रही, हालांकि मंजू देवी प्रधानी चुनाव हार गईं जिससे फैंस निराश हुए। अब फैंस को 2026 में आने वाले ‘Panchayat 5’ का बेसब्री से इंतजार है, जिसका पोस्टर भी रिलीज हो चुका है। ❓ FAQs Q1. Panchayat की रिंकी का वीडियो क्यों वायरल हुआ? वीडियो में पहले वो चाय छोड़ने की बात करती हैं, फिर चाय पीती दिखती हैं – यही वजह से फैंस को मजेदार लगा। Q2. क्या Panchayat 5 आएगा? हां, Panchayat का पांचवां सीजन 2026 में आएगा, और पोस्टर भी रिलीज हो चुका है। Q3. रिंकी का असली नाम क्या है? रिंकी का असली नाम सनविका कौर है। यह भी पढ़े…..

गांव की बेटी को मिला 72 लाख का ऑफर, जानिए कैसे कामयाब हुई Rituparna!

Rituparna

पढ़िए Rituparna Success Story: पढ़ाई करते हुए Rolls Royce से 72 लाख का ऑफर, कैसे बदली किस्मत? जानिए पूरी कहानी। कर्नाटक के छोटे से गांव कोडूर की रितुपर्णा केएस ने वह कर दिखाया जो बड़े शहरों के छात्र भी सोचते हैं। पढ़ाई के साथ ही दुनिया की जानी‑मानी कंपनी Rolls Royce से 72.3 लाख रुपये सालाना का प्री‑प्लेसमेंट ऑफर पाकर उन्होंने साबित कर दिया कि मेहनत और जुनून से कोई भी सपना हकीकत बन सकता है। यही है सच्ची Rituparna Success Story। 🚀 Rituparna Success Story: कैसे बदली किस्मत रितुपर्णा का सपना डॉक्टर बनने का था। लेकिन NEET में सरकारी सीट न मिलने पर उन्होंने कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) से इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। सह्याद्रि कॉलेज में रोबोटिक्स में गहरी दिलचस्पी ने उन्हें किसानों के लिए रोबोट बनाने और NITK सुरथकल में रोबोटिक सर्जरी जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स तक पहुंचा दिया। ✨ Rituparna Success Story: जब मेहनत रंग लाई Rolls Royce में इंटर्नशिप के लिए शुरुआत में कंपनी ने उनसे उम्मीद कम जताई थी। पर रितुपर्णा ने एक महीने का टास्क सिर्फ एक हफ्ते में पूरा कर दिया। लगातार आठ महीने की मेहनत के बाद दिसंबर 2024 में उन्हें Rolls Royce से जेट इंजन मैन्युफैक्चरिंग डिविजन में प्री‑प्लेसमेंट ऑफर मिला। जनवरी 2025 से वे रात में रिमोट काम और दिन में पढ़ाई करती रहीं। अप्रैल 2025 में उनकी सैलरी 39.6 लाख से बढ़कर 72.3 लाख रुपये सालाना कर दी गई। अब वह अमेरिका के टेक्सास स्थित Rolls Royce यूनिट में काम शुरू करेंगी। 🌱 Rituparna Success Story: क्यों है खास? रितुपर्णा की कहानी बताती है कि सिर्फ बड़े शहरों या नामी कॉलेज से ही नहीं, छोटे गांव से भी मेहनत और जुनून के दम पर इंटरनेशनल लेवल पर पहुंचा जा सकता है। 📌 FAQs about Rituparna Success Story Q1: रितुपर्णा को Rolls Royce से ऑफर कब मिला?👉 दिसंबर 2024 में जेट इंजन मैन्युफैक्चरिंग डिविजन के लिए प्री‑प्लेसमेंट ऑफर मिला। Q2: रितुपर्णा की पढ़ाई कहां से हुई?👉 सह्याद्रि कॉलेज से रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। Q3: रितुपर्णा का पैकेज कितना है?👉 अप्रैल 2025 में सैलरी बढ़कर 72.3 लाख रुपये सालाना हो गई। Q4: रितुपर्णा की सफलता खास क्यों है?👉 उन्होंने छोटे गांव से निकलकर मेहनत से Rolls Royce में जगह बनाई और इंटरनेशनल लेवल पर काम कर रही हैं। यह भी पढ़े…. ✅ Rolls Royce Careers – https://careers.rolls-royce.com

मासूम बच्चों समेत 8 की जान ले गया पिथौरागढ़ का जीप हादसा, जानिए कैसे ?

Pithoragarh jeep accident

Pithoragarh jeep accident में दर्दनाक हादसा, दो स्कूली बच्चों समेत 8 की मौत, 6 घायल। सीएम धामी ने जताया दुख, गांव में मातम। Pithoragarh Jeep Accident में दो स्कूली बच्चों समेत 8 की दर्दनाक मौत, सीएम धामी ने जताया शोक पिथौरागढ़: मंगलवार शाम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में दर्दनाक हादसा हो गया। मुवानी कस्बे से बोकटा जा रही जीप सुनी पुल के पास अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई। इस Pithoragarh jeep accident में आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें दो स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, छह लोग घायल हुए हैं, जिनका जिला अस्पताल में इलाज जारी है। हादसा जिला मुख्यालय से लगभग 52 किलोमीटर दूर शाम करीब पांच बजे हुआ। वाहन में कुल 14 लोग सवार थे। जीप के गिरते ही वहां चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। घायलों को नदी से निकालकर सड़क तक पहुंचाया गया और फिर जिला अस्पताल भेजा गया। मृतक सभी बोकटा गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। Pithoragarh Jeep Accident पर सीएम धामी ने जताया गहरा दुख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस Pithoragarh jeep accident पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, Pithoragarh Jeep Accident में मृतकों की सूची: Pithoragarh Jeep Accident में घायलों में शामिल: Pithoragarh Jeep Accident FAQ ❓ पिथौरागढ़ जीप हादसा कब हुआ? ✅ पिथौरागढ़ जीप हादसा मंगलवार शाम को हुआ, जब मुवानी कस्बे से बोकटा जा रही जीप सुनी पुल के पास नदी में गिर गई। ❓ पिथौरागढ़ जीप हादसे में कितने लोगों की मौत हुई? ✅ इस दर्दनाक हादसे में कुल 8 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो स्कूली बच्चे भी शामिल थे। ❓ पिथौरागढ़ जीप हादसे में कितने लोग घायल हुए? ✅ हादसे में 6 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। ❓ पिथौरागढ़ जीप हादसे की असली वजह क्या थी? ✅ शुरुआती जानकारी के अनुसार, जीप के अनियंत्रित होकर पुल के पास फिसलने से हादसा हुआ; पूरी जांच के बाद सही वजह सामने आएगी। ❓ हादसे पर मुख्यमंत्री धामी ने क्या कहा? ✅ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया, दिवंगतों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की और घायलों के उचित इलाज के निर्देश दिए। ❓ पिथौरागढ़ जीप हादसे में मृतकों के नाम क्या हैं? ✅ हादसे में सिमरन (8), तनुजा (14), विनीता (15), नरेंद्र सिंह (40), राजन सिंह (60), होशियार सिंह (65), शांति देवी (50) और दीक्षा (26) की मौत हुई है। यह भी पढ़े…… पिथौरागढ़ जिला प्रशासन

उत्तराखंड के इस जिले में युवाओं को मिलेगा 25 लाख तक का लोन, जानिए कैसे ?

cm Swarojgar Yojana

cm Swarojgar Yojana के तहत 725 लाभार्थियों को सब्सिडी युक्त लोन मिलेगा हल्द्वानी: अगर आप बेरोजगार हैं और खुद का व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो cm Swarojgar Yojana आपके लिए बेहतरीन अवसर लेकर आई है। नैनीताल जिले में इस योजना के तहत इस बार 725 लाभार्थियों को सब्सिडी के साथ लोन देने का लक्ष्य रखा गया है। जिला उद्योग केंद्र हल्द्वानी को 580 और जिला खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग को 145 लाभार्थियों का लक्ष्य मिला है। ऑनलाइन ऐसे करें आवेदन जिला उद्योग केंद्र हल्द्वानी की महाप्रबंधक पल्लवी गुप्ता के अनुसार, आवेदक https://msy.uk.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।अगर ऑनलाइन में कोई दिक्कत हो, तो सीधे जिला उद्योग केंद्र पहुंचकर भी आवेदन किया जा सकता है। सब्सिडी की पूरी जानकारी ऋण की राशि सब्सिडी (%) 2 लाख तक 25–30% 2–10 लाख 20–25% 10–25 लाख 15–20% महिला और पर्वतीय जिलों के आवेदकों को ऊपर दी गई सब्सिडी पर 5% अतिरिक्त छूट भी मिलेगी। 70 से ज़्यादा क्षेत्रों में अवसर आवेदक 70 से अधिक सेक्टर में आवेदन कर सकते हैं, जैसे: पिछले वित्तीय वर्ष में 750 के लक्ष्य के मुकाबले 831 लाभार्थियों को लोन दिया गया था। इस साल भी cm Swarojgar Yojana के तहत ज़्यादा युवाओं को स्वरोजगार का मौका मिलेगा। उत्तराखंड की खबरों को पढने के लिए यहाँ क्लिक करे

Tehri का दिल दहला देने वाला हादसा: जानिए कैसे तूफान ने छीनी 2 ज़िंदगियां!

Tehri

उत्तराखंड के Tehri में तूफान के दौरान पेड़ गिरने से दो स्कूली छात्रों की दर्दनाक मौत, परिवारों में शोक, सुरक्षा के लिए मांग तेज़। धनौल्टी (Tehri): उत्तराखंड के टिहरी जिले में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। घनसाली तहसील के नेल गांव में दो स्कूली छात्र स्कूल से घर लौटते समय तूफान की चपेट में आ गए। रास्ते में अचानक एक भारी भरकम पेड़ गिर पड़ा और उसकी चपेट में आकर दोनों छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई। Tehri हादसे में जान गंवाने वाले छात्र-छात्रा की पहचान पूर्व ग्राम प्रधान दुर्गा प्रसाद नौटियाल ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों की पहचान 16 वर्षीय आरभ बिष्ट पुत्र दरमियान सिंह और 14 वर्षीय मानसी पुत्री ईश्वर सिंह के रूप में हुई है। दोनों छात्र घुमेटीधार स्थित राजकीय इंटर कॉलेज (GIC) में पढ़ते थे — आरभ 10वीं कक्षा का छात्र था और मानसी 9वीं कक्षा में पढ़ती थी। बारिश और तूफान के बीच हादसा, Tehri में गिरा मौत बनकर पेड़ स्थानीय लोगों के अनुसार, तेज़ बारिश और तूफान के दौरान दोनों छात्र पैदल ही स्कूल से घर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान अचानक एक पेड़ गिर गया और दोनों उसकी चपेट में आ गए। उनके साथ लौट रहे अन्य छात्रों ने तत्काल गांव जाकर ग्रामीणों को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और पेड़ हटाकर दोनों शवों को निकाला। Tehri हादसे के बाद परिवारों में कोहराम, गांव में शोक की लहर पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और जांच जारी है। आरभ अपने परिवार में दो भाइयों में बड़ा था, वहीं मानसी चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी। इस हादसे से दोनों परिवारों में कोहराम मच गया है। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई है। Tehri के स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बच्चों की सुरक्षा के लिए मांग की कि खराब मौसम के दौरान बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी इंतज़ाम किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके। यह भी देखे……

अक्टूबर में होगा बड़ा बैंक लोन मेला, बिना झंझट के मिलेगा लोन! Uttarakhand Loan Scheme 2025

Uttarakhand Loan Scheme 2025

Uttarakhand Loan Scheme 2025 देहरादून: राज्य सरकार ने Uttarakhand Loan Scheme 2025 के तहत आम जनता को सरल ऋण प्रदान करने के लिए एक नई पहल की है… केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ सीधे जनता तक पहुंचाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने लोनवितरण प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाने का निर्णय लिया है। विशेष रूप से सीमांत और पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को योजनाओं का पूरा लाभ मिले, इसके लिए अक्टूबर महीने में बड़े स्तर पर कैंप का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कृषि बीमा योजनाओं Uttarakhand Loan Scheme 2025 में क्लेम की प्रक्रिया को आसान बनाना जरूरी है ताकि किसानों को जल्द से जल्द मदद मिल सके। साथ ही, उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों में लोन जमा अनुपात बढ़ाने पर भी जोर दिया। Uttarakhand Loan Scheme 2025 वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य का ऋण जमा अनुपात 54 फीसदी से बढ़कर 54.26 फीसदी हुआ है। मुख्यमंत्री ने इसे 60 फीसदी तक बढ़ाने के लिए और प्रयासों की आवश्यकता जताई। खासकर पर्वतीय जिलों जैसे टिहरी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा में लोन प्रक्रिया को लेकर अलग-अलग Uttarakhand Loan Scheme 2025 कैंप लगाए जाएंगे… अक्टूबर में आयोजित होने वाले कैंप में बैंक Uttarakhand Loan Scheme 2025 और प्रशासन के अधिकारी एक ही स्थान पर उपस्थित रहेंगे, जिससे लोन आवेदन की सभी औपचारिकताएं मौके पर पूरी की जा सकेंगी। इससे लाभार्थियों को योजनाओं का सीधा और तेज लाभ मिलेगा। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना Uttarakhand Loan Scheme 2025 के तहत उत्तराखंड में प्रति लाख 48 हजार लोगों को बीमा कवर मिला है, जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 8 हजार अधिक है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत राज्य में प्रति व्यक्ति औसतन 93,900 रुपये का लोन दिया गया है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है। इन सभी योजनाओं को Uttarakhand Loan Scheme 2025 से जोड़ते हुए एक समेकित अभियान की तैयारी है… इसके अलावा, प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत अब तक राज्य में 39 लाख खाते खोले जा चुके हैं। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत भी पिछले तीन वर्षों में अच्छी प्रगति हुई है। राज्य में कुल 6 लाख 10 हजार से अधिक किसानों ने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) सुविधा का लाभ उठाया है, जिनमें 67 प्रतिशत छोटे और सीमांत किसान हैं। स्वयं सहायता समूहों की संख्या में भी पिछले तीन वर्षों में 21 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जिनमें से 70.23 प्रतिशत का क्रेडिट लिंकेज है। मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोन प्रक्रिया Uttarakhand Loan Scheme 2025 को सरल बनाया जाए ताकि हर हितग्राही को लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में राज्य भर में आयोजित होने वाले मेले में बैंक और प्रशासन के कर्मचारी मौजूद रहेंगे, जिससे लोन आवेदन की सभी औपचारिकताएं मौके पर पूरी हो सकेंगी। अधिक जानकारी के लिए देखें: उत्तराखंड सरकार आधिकारिक वेबसाइट प्रधानमंत्री मुद्रा योजना किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना

gairsain-session-2025: गैरसैंण में जुटेगी सत्ता की पंचायत, 19 अगस्त से बदलेगा सियासी मौसम!

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gairsain-session-2025 देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र 19 अगस्त से 22 अगस्त तक गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में आयोजित किया जाएगा। सत्र की तिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर तय की गई है। कैबिनेट द्वारा पूर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को gairsain-session-2025 सत्र की तिथि निर्धारण हेतु अधिकृत किया गया था। इसके बाद अब तय किया गया है कि चार दिवसीय सत्र गैरसैंण में आहूत होगा। राजनीतिक रूप से संवेदनशील माने जाने वाले गैरसैंण को लेकर यह निर्णय एक बार फिर से राज्य के ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में उसकी भूमिका को रेखांकित करता है।

देहरादून में जलसैलाब! CM Pushkar Singh dhami ने खुद संभाली कमान

CM Pushkar Singh dhami

CM Pushkar Singh dhami देहरादून: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने देहरादून के रायपुर क्षेत्र के अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों का बुधवार को स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किरसाली चौक, आईटी पार्क, ननूरखेड़ा, आमवाला, तपोवन और शांति विहार जैसे जलभराव वाले इलाकों में पहुंचकर स्थानीय लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएं जानीं। मुख्यमंत्री CM Pushkar Singh dhami ने कहा कि राज्य सरकार के लिए जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को हर संभव मदद तुरंत पहुंचाई जाए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ड्रेनेज व्यवस्था सुधारने और नालियों की नियमित सफाई करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री CM Pushkar Singh dhami ने जलभराव और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड लगाने की बात कही, ताकि लोग सतर्क रहें और किसी भी हादसे से बचा जा सके। साथ ही, स्थानीय पुलिस, आपदा प्रबंधन टीम और सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं। CM Pushkar Singh dhami ने स्पष्ट किया कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और राहत पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। रिस्पॉन्स टाइम को कम करने और जान-माल की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने पर ज़ोर दिया गया। निरीक्षण के दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रुहेला, विधायक उमेश शर्मा काऊ और जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे। CM Pushkar Singh dhami उत्तराखंड

पहाड़ पर उदय होने लगा है रिवर्स पलायन का ‘सूर्या’…..

सूर्या

सूर्या की गांव वापसी की कहानी बनी प्रेरणा का स्रोत पहाड़ पर उदय होने लगा है रिवर्स पलायन का ‘सूर्या’, बदल रहे हैं जीवन के रंग सूर्या पेशे से पत्रकार,चला गांव की ओर… ग्राम पाली तल्ली से हैं सूर्या गजेंद्र बड़थ्वाल नोएडा में नौकरी छोड़ सूर्या लौटे गांव की ओर टीवी जर्नलिस्ट हैं सूर्या गजेंद्र बड़थ्वाल रिवर्स पलायन में पर्यटन विभाग की बड़ी भूमिका स्वरोजगार में पर्यटन विभाग ने की मदद सूर्या का अनुभव — ‘लाख कोशिशें हुईं लेकिन शहर मेरे भीतर के गांव को मार नहीं पाया लाख कोशिशें हुईं लेकिन शहर मेरे भीतर के गांव को मार नहीं पाया और जब फैसले की घड़ी आई तो सोचा- भले की कम कमाएंगे, लेकिन पहाड़ में रहेंगे. अपने गांव में. अपने माता-पिता के साथ, अपने लोगों के बीच, नए सपने-नए संघर्ष और ढेर सारे संतोष के साथ’ यही सोच साल 2021 में पूरी तरह से नोएडा के हो चुके सूर्या गजेंद्र बड़थ्वाल को वापस अपने गांव पाली तल्ली ले आई. “सूर्या का मानना – इच्छाशक्ति चाहिए, पैसा नहींसूर्या कहते हैं कि साल 2018 के बाद से ऐसे कई मौके आए जब गांव लौटकर कुछ करने की इच्छा हुई. हम मीडिल क्लास लोगों की आर्थिक स्थिति इसमें बड़ा रोड़ा अटकाती है. मैं जब रिवर्स पलायन कर चुके लोगों की कहानी पढ़ता था तो अच्छा लगता था. घर वापसी की इच्छा होती थी. 2020 में आई कोरोना महामारी ने इस इच्छा में शक्ति को जोड़ दिया. और यही इच्छाशक्ति साल 2021 में मुझे घर लौटने के फैसले के लिए तैयार कर बैठी. बुजुर्ग माता-पिता के देखभाल की जिम्मेदारी भी कंधो पर थी. जैसे ही कोरोना खत्म हुआ. लॉकडाउन खुला तो गांव लौटे. मां-पिताजी ने भी आशीर्वाद दिया. गांव की पैतृक जमीन पर रोजगार करने की योजना बनाई. और फिर तैयार हुआ लैंसडोन में पाली होमस्टे. ‘लैंसडाउन के गांव पाली तल्ली से हैं सूर्या’सूर्या गजेंद्र बड़थ्वाल उत्तराखंड के पौड़ी जिले से हैं. लैंसडोन तहसील के पाली तल्ली गांव के रहने वाले हैं. सूर्या कहते हैं कि, “गांव लौटने के बाद गांव में रोजगार तलाशा. उत्तराखंड पर्यटन विभाग की गृह आवास होमस्टे योजना ने मदद की. फिर योजना की आर्थिक मदद से होमस्टे बनाया. अब सारा ध्यान उसके सफल संचालन की तरफ है. लंबी बीमारी के बाद इसी साल जून में माता जी का निधन हो गया. अब मैं और मेरे पिताजी, हम दोनों मिलकर इस होमस्टे को चलाते हैं. अभी शुरुआत भर है. अभी काफी काम बाकी हैं. हमारा मकसद होमस्टे के जरिए अपनी गढ़वाली संस्कृति को बढ़ावा देना है. पिताजी के मार्गदर्शन में सबकुछ अच्छे से कर पा रहा हूं. वो मेरे गुरू भी हैं और पाली होमस्टे के कल्पनाकार भी, हम मिलकर कुछ अच्छा करने के लिए मेहनत कर रहे हैं. सफलता-असफलता महादेव की इच्छा पर है” एक परिचय ! सूर्या गजेंद्र बड़थ्वाल… ‘सरकारी योजना का फायदा उठाओ, घर लौट आओ’सूर्या गजेंद्र बड़थ्वाल कहते हैं कि हमारे उत्तराखंड से जो लोग अच्छे रोजगार और अच्छे भविष्य के लिए शहरों की तरफ पलायन कर चुके हैं. उनको उत्तराखंड की सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी लेनी चाहिए. सरकार कई ऐसी योजनाएं चला रही हैं जिसके जरिए दूर दराज के गांवों में स्वरोजगार स्थापित किया जा रहा है. और आगे भी बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं. घर-गांव में ही अगर रोजगार मिल जाता है तो बाहर जाने की जरूरत ही नहीं है. बस सरकार की योजनाएं अच्छे अधिकारियों और कर्मचारियों के जरिए आम आदमी तक आसानी से पहुंच जाए. थोड़ा सिस्टम में भी सुधार की जरुरत है. ताकि लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके.