सिरोबगड़ में दो स्थानों पर बदरीनाथ हाईवे बंद, अलकनंदा का जलस्तर बढ़ा; धारी देवी मंदिर अस्थायी रूप से बंद

लकनंदा उफान पर, श्रीनगर-रुद्रप्रयाग हाईवे बंद, मंदिर क्षेत्र में खतरा पौड़ी गढ़वाल: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन पर असर गहराता जा रहा है। जनपद पौड़ी के श्रीनगर क्षेत्र से गुजरने वाले बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) पर सिरोबगड़ के पास दो स्थानों पर भूस्खलन और मलबा आने के कारण यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है। प्रशासन द्वारा श्रीनगर से रुद्रप्रयाग की ओर जा रहे वाहनों को फरासू के पास सुरक्षित स्थानों पर रोका जा रहा है, जबकि कुछ वाहनों को कालियासौड़ पुलिस चौकी पर भी खड़ा किया गया है। गोवा बीच पर अलकनंदा का पानी हाईवे तक पहुंचा श्रीनगर के पास स्थित गोवा बीच क्षेत्र में स्थिति और भी गंभीर हो गई है। लगातार बारिश के कारण अलकनंदा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पानी बदरीनाथ हाईवे तक पहुंच गया है। सड़क का हिस्सा जलमग्न हो गया है, जिससे आवागमन अस्थायी रूप से ठप हो गया है। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। धारी देवी मंदिर क्षेत्र में भी खतरे के संकेत, मंदिर अस्थायी रूप से बंद अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने का असर धारी देवी मंदिर क्षेत्र में भी देखा जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनज़र मंदिर को फिलहाल बंद करवा दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मंदिर परिसर के आसपास स्थित प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकानें जलभराव के कारण बंद कर दी गई हैं। पानी दुकानों के भीतर तक घुस चुका है। स्थानीय पुलिस और जल पुलिस की टीमें क्षेत्र में मौजूद हैं, और लाउडस्पीकरों के माध्यम से लगातार सतर्कता संबंधी घोषणाएं की जा रही हैं। प्रशासन की अपील: पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से बचें जिला प्रशासन ने यात्रियों और श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम सामान्य होने तक पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से परहेज करें, खासकर बदरीनाथ मार्ग और नदी किनारे क्षेत्रों में अनावश्यक आवाजाही से बचें। आपदा की स्थिति को देखते हुए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। निष्कर्ष: बारिश से उपजे हालात फिलहाल चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। प्रशासन की ओर से राहत एवं सुरक्षा के सभी जरूरी इंतज़ाम किए जा रहे हैं, लेकिन लोगों की जागरूकता और सहयोग भी उतना ही जरूरी है। ऐसे समय में संयम और सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है। देश अपडेट न्यूज़
रुद्रप्रयाग व चमोली में बादल फटने से हाहाकार, सीएम धामी ने अधिकारियों को दिए राहत-बचाव के सख्त निर्देश!

देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटने की घटनाओं ने तबाही मचाई है। जनपद रुद्रप्रयाग की तहसील बसुकेदार क्षेत्र के बड़ेथ डुंगर तोक और चमोली जनपद के देवाल क्षेत्र में बादल फटने से भारी मलबा आने की खबर है। इस आपदा में कई परिवार प्रभावित हुए हैं और कुछ लोग मलबे में फंसे होने की सूचना मिली है। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुःख व्यक्त किया और प्रशासन को युद्धस्तर पर राहत-बचाव कार्य चलाने के निर्देश दिए। सीएम धामी का बयान मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। मैं निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। आपदा सचिव और दोनों जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। बाबा केदार से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं।” मौके पर राहत-बचाव अभियान प्रभावित क्षेत्रों में SDRF, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें तैनात की गई हैं। फंसे परिवारों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मलबे के कारण बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
नेपाल बॉर्डर से बिहार में दाखिल हुए जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी, पुलिस मुख्यालय ने किया हाई अलर्ट जारी

Jaish-e-Mohammed Aatanki Bihar: नेपाल बॉर्डर से घुसे जैश के तीन आतंकी, बिहार पुलिस ने जारी किया हाई अलर्ट पूर्णिया (बिहार)। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के तीन आतंकी बिहार में नेपाल सीमा के रास्ते घुस चुके हैं, जिसे लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय ने बड़ा अलर्ट जारी किया है। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो चुकी हैं और सीमावर्ती इलाकों में चौकसी कड़ी कर दी गई है। कौन हैं ये तीन Jaish-e-Mohammed Aatanki Bihar में? पुलिस की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करने वाले इन तीन आतंकियों की पहचान इस प्रकार हुई है: तीनों आतंकियों की तस्वीरें और पासपोर्ट डिटेल्स भी सार्वजनिक कर दी गई हैं। यह भी बताया गया है कि ये आतंकी अगस्त के दूसरे हफ्ते में काठमांडू पहुंचे और तीसरे हफ्ते में नेपाल बॉर्डर के जरिए बिहार में दाखिल हुए। सीमावर्ती जिलों में कड़ी सुरक्षा, CCTV की निगरानी बढ़ी Jaish-e-Mohammed aatanki Bihar में घुसने की खबर मिलते ही राज्य पुलिस मुख्यालय ने सीमावर्ती जिलों के एसपी को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। जिन जिलों में चौकसी बढ़ाई गई है, वे हैं: सीमा से सटे क्षेत्रों में CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। बड़ी साजिश की आशंका, सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप पुलिस को आशंका है कि इन आतंकियों की मंशा किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की हो सकती है। इसलिए पूरे राज्य में सतर्कता बढ़ा दी गई है। पूर्णिया रेंज के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने कहा कि सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सीमा सुरक्षा बल (SSB) के साथ मिलकर संयुक्त तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है। जनता से अपील: सतर्क रहें, संदिग्ध दिखे तो तुरंत सूचना दें बिहार पुलिस ने आम नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। यदि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखाई दे, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें। ❓ FAQs Jaish-e-Mohammed Aatanki Bihar Q1. कौन हैं Jaish-e-Mohammed के ये आतंकी जो बिहार में घुसे हैं? इनकी पहचान हसनैन अली (रावलपिंडी), आदिल हुसैन (उमरकोट), और मोहम्मद उस्मान (बहावलपुर) के रूप में हुई है। ये सभी पाकिस्तान के निवासी हैं। Q2. Jaish-e-Mohammed Aatanki Bihar बिहार में कैसे घुसे? बताया गया है कि ये तीनों नेपाल की सीमा पार कर बिहार में दाखिल हुए हैं। वे अगस्त के दूसरे-तीसरे हफ्ते में काठमांडू से नेपाल बॉर्डर पहुंचे थे। Q3. कौन-कौन से जिले अलर्ट पर हैं? सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज, सुपौल, भागलपुर सहित सीमावर्ती और आस-पास के जिलों को सतर्क किया गया है। Q4. क्या इन आतंकियों की पहचान सार्वजनिक की गई है? हाँ, बिहार पुलिस ने इनके नाम, तस्वीरें और पासपोर्ट डिटेल्स सार्वजनिक की हैं। निष्कर्ष: Jaish-e-Mohammed aatanki Bihar में दाखिल होना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हो सकता है। बिहार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं। इस बीच, जनता से भी सतर्कता और सहयोग की अपील की गई है ताकि कोई अनहोनी न हो सके। देश अपडेट न्यूज़
ट्रंप के कॉल का जवाब नहीं देना PM मोदी की रणनीति या नाराजगी?

PM Modi did not pick up Trump call four times: क्या मोदी ने सच में चार बार ट्रंप के कॉल नहीं उठाए? PM Modi did not pick up Trump call four times – जर्मन रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा वॉशिंगटन: जर्मन अखबार FAZ की ताजा रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कम से कम चार बार फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इन कॉल्स का जवाब नहीं दिया। यह खबर ऐसे समय में आई है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, रणनीति और कूटनीति के मामले में कई अहम चर्चाएं जारी हैं। PM Modi did not pick up Trump call four times: क्या है वजह? रिपोर्ट में बताया गया है कि मोदी द्वारा ट्रंप के कॉल ना उठाने का मामला केवल नाराजगी का संकेत नहीं बल्कि एक सोचा-समझा कूटनीतिक कदम है। ट्रंप प्रशासन ने कई बार भारत की विदेश नीति और आर्थिक नीतियों पर आपत्ति जताई है। इसके अलावा, रूस से तेल आयात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए दबाव और भारत की स्वतंत्र विदेश नीति को लेकर भी दोनों देशों में मतभेद बने हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी ट्रंप की डील मेकिंग स्टाइल से बचना चाहते थे, जो अक्सर सार्वजनिक विवादों और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सामने आती है। ट्रंप की ऐसी आदतों ने कई बार द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित किया है। भारत-अमेरिका रिश्तों पर असर हालांकि भारत और अमेरिका ने रक्षा सहयोग, क्वाड समूह और 2+2 वार्ता जैसी महत्वपूर्ण पहलें जारी रखी हैं, लेकिन PM Modi did not pick up Trump call four times की खबर ने संबंधों में मौजूद जटिलता को उजागर किया है। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह अमेरिका के दबाव में नहीं आएगा और अपनी विदेश नीति स्वतंत्र रूप से संचालित करेगा। ट्रंप- मोदी की आखिरी बातचीत मोदी और ट्रंप के बीच आखिरी संवाद जून 2025 में हुआ था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान के साथ युद्धविराम पर किसी बाहरी मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करने का साफ संदेश दिया था। FAQ: PM Modi did not pick up Trump call four times Q1: क्या सच में PM Modi ने ट्रंप के चार कॉल रिसीव नहीं किए?FAZ की रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है, जबकि दोनों देशों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। Q2: मोदी ने कॉल नहीं उठाने का कारण क्या हो सकता है?यह रणनीतिक कूटनीतिक कदम माना जा रहा है, ताकि ट्रंप की सार्वजनिक बयानबाजी और डील मेकिंग से भारत को नुकसान न हो। Q3: क्या इस कारण भारत-अमेरिका के संबंध प्रभावित होंगे?तनाव जरूर है, लेकिन दोनों देशों के बीच सहयोग जारी है और यह दीर्घकालिक संबंधों पर ज्यादा असर नहीं डालेगा। Q4: भारत ने रूस से तेल खरीदना क्यों जारी रखा?भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा और किफायती जरूरतों को प्राथमिकता देता है, जिससे वह अमेरिकी दबाव के बावजूद रूस से तेल खरीद रहा है। deshupdatenews
हरिद्वार Pentagon Mall के स्पा सेंटर में SEX रैकेट का भंडाफोड़! शामली, बिजनौर और हरियाणा की 5 लड़कियां समेत 7 गिरफ्तार!

Pentagon Mall ke spa center mein sex racket ka bhandaaphod, 5 ladkiyan aur 2 ladke giraftaar हरिद्वार। शहर के Pentagon Mall ke spa center mein sex racket चलने की सूचना पर हरिद्वार पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुड एंड हैप्पी स्पा एंड सैलून में छापा मारा। छापेमारी में 5 युवतियां और 2 युवक गिरफ्तार किए गए। आपत्तिजनक स्थिति में मिलीं दो लड़कियां पुलिस टीम को स्पा के अंदर दो लड़कियां आपत्तिजनक हालत में मिलीं। पकड़ी गई लड़कियां शामली, बिजनौर, मुरादाबाद और हरियाणा की रहने वाली हैं। लड़के ऋषिकेश के हैं। मौके से पुलिस को यूज़्ड और अनयूज़्ड कंडोम, नगद राशि, और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई। मुख्य आरोपी फरार पुलिस के अनुसार, यह पूरा sex racket अनुभव और उसकी पत्नी चालू (बदला हुआ नाम) द्वारा चलाया जा रहा था, जो सिडकुल के आरके पुरम कॉलोनी में रहते हैं। दोनों फिलहाल फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। नौकरी की तलाश से देह व्यापार तक गिरफ्तार लड़कियों ने बताया कि वे सिडकुल में नौकरी की तलाश में आई थीं, लेकिन पैसों के लालच में spa center ke sex racket में शामिल हो गईं। हरिद्वार-देहरादून के युवाओं में चर्चित था स्पा स्थानीय लोगों ने बताया कि यह स्पा सेंटर Haridwar-Dehradun ke kai vyaktiyon mein popular था। लोग इसे relaxation service के नाम पर इस्तेमाल करते थे। पुलिस की कार्रवाई की सराहना स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे sex racket को बंद करना जरूरी है। उन्होंने मांग की कि Pentagon Mall ke spa center jaise anya sthanon की भी जांच की जाए। ❓ FAQs – Pentagon Mall ke spa center mein sex racket Q1. Pentagon Mall ke spa center mein kya hua? Pentagon Mall ke spa center mein sex racket chal raha tha, jiska police ne bhandaafod kiya aur 7 log giraftaar kiye. Q2. Kitni ladkiyon ko giraftaar kiya gaya? Total 5 ladkiyan giraftaar ki gayi hain, jo alag-alag shahron से हैं। Q3. Kya spa center illegal tha? Spa officially registered tha, lekin andar hi andar sex racket chalaya ja raha tha, jo illegal hai. Q4. Police ne kya saboot ikattha kiye? Police ne kaafi sankhya mein used aur unused condoms, cash, aur kuch documents baramad kiye hain. Q5. Is racket ka mastermind kaun hai? Racket ka mastermind Anubhav aur uski patni (naam badla gaya hai) hain, jo abhi farar hain. देश अपडेट न्यूज़
देहरादून में मेट्रो नहीं, अब चलेंगी बाई-आर्टिकुलेटेड इलेक्ट्रिक बसें…जानिए कैसे बदलेगा राजधानी का ट्रांसपोर्ट सिस्टम!

Bi-articulated Electric Buses: देहरादून के ट्रांजिट सिस्टम में नया बदलाव उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में अब मेट्रो या रोपवे की जगह Bi-articulated Electric Buses चलाने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UKMRC) ने स्विस कंपनी HESS के साथ समझौता कर लिया है, जो इस तकनीक की विशेषज्ञ है। क्या हैं Bi-articulated Electric Buses? Bi-articulated Electric Buses दो जुड़े हुए डिब्बों वाली इलेक्ट्रिक बसें होती हैं, जो बैटरी से चलती हैं और तेजी से चार्ज हो जाती हैं (फ्लैश चार्जिंग टेक्नोलॉजी)। इनकी गति 30–40 किमी/घंटा होती है और ये पर्यावरण के लिए अनुकूल हैं। क्यों लिया गया ये फैसला? UKMRC ने पहले मेट्रो लाइट (2019), रोपवे (2020) और नियो मेट्रो (2022) के लिए DPR तैयार की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने 2025 में नियो मेट्रो के प्रस्ताव को यह कहकर खारिज कर दिया कि यातायात को ई-बसों और BRTS से बेहतर ढंग से संभाला जा सकता है। इसके बाद स्विस कंपनी HESS ने UKMRC को Bi-articulated Electric Buses का प्रस्ताव दिया, जो कि कई यूरोपीय देशों और ऑस्ट्रेलिया में पहले से चल रही हैं। प्रस्तावित रूट और कवरेज फेज 1 – मुख्य कॉरिडोर 🔹 42 वार्ड कवर होंगे🔹 40% आबादी सीधे लाभान्वित🔹 विक्रम, मैजिक आदि को जोड़कर 75% तक सेवाएं फेज 2 – विस्तार कॉरिडोर लागत तुलना (प्रति किमी) सिस्टम लागत अनुमान (₹ करोड़/किमी) मेट्रो लाइट 91 – 110 रोपवे 103 – 126 मेट्रो नियो 40 – 50 Bi-articulated Electric Buses ~50 – 60* सटीक लागत DPR रिपोर्ट के बाद तय होगी, लेकिन संचालन खर्च मेट्रो और नियो मेट्रो से कम होगा। अंतरराष्ट्रीय अनुभव FAQ – Bi-articulated Electric Buses Q1. Bi-articulated Electric Buses क्या होती हैं? यह दो जुड़े हुए कोच वाली इलेक्ट्रिक बसें होती हैं, जो फ्लैश चार्जिंग से तेज़ी से चार्ज होती हैं और ज्यादा यात्रियों को ढोने की क्षमता रखती हैं। Q2. क्या ये मेट्रो से सस्ती होंगी? हां, अनुमानतः प्रति किलोमीटर लागत मेट्रो से कम और संचालन खर्च भी कम रहेगा। लेकिन यह रोपवे से थोड़ी महंगी हो सकती है। Q3. इसका लाभ देहरादून को कैसे मिलेगा? ये सिस्टम शहर के 75% तक आबादी को जोड़ सकता है, जिससे भीड़ कम होगी, प्रदूषण घटेगा और ट्रैफिक मैनेजमेंट बेहतर होगा। Q4. कब से शुरू हो सकती है योजना? शासन से मंजूरी मिलने के बाद प्रस्ताव केंद्र को जाएगा। 2026 तक योजना का कार्यान्वयन शुरू हो सकता है। 🔚 निष्कर्ष Bi-articulated Electric Buses देहरादून के लिए एक आधुनिक, किफायती और पर्यावरण-हितैषी विकल्प बनकर सामने आई हैं। यदि शासन और केंद्र से मंजूरी मिलती है, तो यह पहल राजधानी के ट्रांसपोर्ट सिस्टम में क्रांति ला सकती है। देश अपडेट न्यूज़
BSF में नौकरी का सुनहरा मौका, 81,100 तक सैलरी, ऐसे करें आवेदन

BSF Head Constable Recruitment 2025: 1121 पदों पर भर्ती शुरू, 81,100 रुपये तक मिलेगा वेतन BSF Head Constable Recruitment 2025: 1121 – सीमा सुरक्षा बल (BSF) में करियर बनाने का सपना देख रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी है। बीएसएफ ने हेड कॉन्स्टेबल (रेडियो ऑपरेटर और रेडियो मैकेनिक) के कुल 1121 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक अभ्यर्थी 23 सितंबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया बीएसएफ की आधिकारिक वेबसाइट rectt.bsf.gov.in पर शुरू हो गई है। कुल पदों का विवरण शैक्षणिक योग्यता आयु सीमा चयन प्रक्रिया – तीन चरणों में होगी भर्ती वेतनमान: 25,500 – 81,100 रुपये (Level-4) चयनित अभ्यर्थियों को 7वें वेतन आयोग के तहत पे-लेवल-4 के अनुसार वेतन मिलेगा। शुरुआती बेसिक सैलरी ₹25,500 होगी, जो भत्तों सहित बढ़कर ₹81,100 तक जा सकती है। आवेदन कैसे करें? महत्वपूर्ण तिथि: नोट: यह भर्ती BSF में तकनीकी पदों पर नौकरी पाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक शानदार अवसर है। इच्छुक अभ्यर्थी समय रहते आवेदन करें और चयन प्रक्रिया की तैयारी शुरू करें। BSF Head Constable Recruitment 2025 – FAQs ❓ Q1.BSF Head Constable Recruitment 2025 के लिए आवेदन कब से शुरू हुए हैं? उत्तर:आवेदन प्रक्रिया 25 अगस्त 2025 से शुरू हो चुकी है। ❓ Q2. BSF Head Constable Recruitment 2025 केआवेदन की अंतिम तिथि क्या है? उत्तर:इस भर्ती के लिए 23 सितंबर 2025 अंतिम तिथि है। ❓ Q3.BSF Head Constable Recruitment 2025 में कुल कितने पदों पर भर्ती हो रही है? उत्तर:इस भर्ती में कुल 1121 पद हैं — जिनमें ❓ Q4. BSF Head Constable Recruitment 2025 के आवेदन के लिए योग्यता क्या है? उत्तर:उम्मीदवार के पास 10वीं पास + 2 साल का ITI डिप्लोमा होना चाहिए।डिप्लोमा संबंधित ट्रेड्स जैसे — रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीविजन, COPA, फिटर, IT, मैकेट्रॉनिक्स आदि में मान्य होगा। ❓ Q5. BSF Head Constable Recruitment 2025 आयु सीमा क्या है? उत्तर:आवेदक की उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच होनी चाहिए (23 सितंबर 2025 को आधार मानकर)।आरक्षित वर्ग को नियमानुसार छूट मिलेगी। ❓ Q6. चयन प्रक्रिया में कौन-कौन से चरण होंगे? उत्तर:चयन तीन चरणों में होगा: ❓ Q7. वेतन कितना मिलेगा? उत्तर:चयनित उम्मीदवारों को पे लेवल-4 (₹25,500 – ₹81,100) के तहत वेतन मिलेगा। ❓ Q8. आवेदन कैसे करें? उत्तर: ❓ Q9. क्या महिला उम्मीदवार आवेदन कर सकती हैं? उत्तर:हां, यदि महिला उम्मीदवार निर्धारित शारीरिक मानकों और योग्यता को पूरा करती हैं तो आवेदन कर सकती हैं। ❓ Q10. भर्ती परीक्षा की तारीख कब घोषित होगी? उत्तर:CBT और अन्य चरणों की परीक्षा की तारीखें BSF की वेबसाइट पर जल्द घोषित की जाएंगी। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से वेबसाइट चेक करते रहें। देश अपडेट न्यूज़
विधवा माँ पर बेटों का क्रूर अत्याचार डीएम सविन बंसल ने तुरंत की कार्रवाई, जानिए पूरा मामला!

Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun: Gunda Act Ke Tahat Tez Karyavahi देहरादून: देहरादून जिले में Vidhwa mahila utpeedan Dehradun के मामले में जिलाधिकारी सविन बंसल ने तेजी से गुंडा अधिनियम 1970 के तहत कार्रवाई शुरू की है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के खिलाफ गंभीर है। Vidhwa Mahila Utpeedan Dehradun Ka Vivaran विधवा महिला विजय लक्ष्मी पंवार, निवासी भागीरथपुरम, बंजारावाला ने अपनी सुरक्षा के लिए Vidhwa mahila utpeedan Dehradun के तहत जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनके दोनों पुत्र नशे के आदी हैं और वे लगातार उन्हें मारते-पीटते हैं, जान से मारने की धमकी देते हैं और पैसे की मांग करते हैं। महिला ने बताया कि बेटे अक्सर अफीम, गांजा और शराब के नशे में रहते हैं। Jila Adhikari Ki Karyavahi जिलाधिकारी ने विधवा महिला (Vidhwa mahila utpeedan Dehradun) की शिकायत पर गोपनीय जांच कराई, जिसमें स्थानीय लोगों और पड़ोसियों ने भी उत्पीड़न की पुष्टि की। जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने दोनों बेटों को नोटिस जारी कर गुंडा अधिनियम के तहत तेज कार्रवाई शुरू की। बेटों को 26 अगस्त 2025 को न्यायालय में पेश होने के लिए कहा गया है। Gunda Act Aur Uska Mahatva गुंडा अधिनियम 1970 का उद्देश्य उन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना है जो समाज में आतंक फैलाते हैं। यह अधिनियम प्रशासन को विशेष शक्तियां देता है ताकि ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई हो सके। Vidhwa mahila utpeedan Dehradun जैसे मामलों में यह अधिनियम पीड़ित की सुरक्षा के लिए अहम साबित होता है। Samajik Aur Kanooni Prabhav (Vidhwa mahila utpeedan Dehradun) जिला प्कीरसाशन की इस त्वरित कार्रवाई से यह संदेश गया है कि प्रशासन घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के मामलों में कोई समझौता नहीं करता। इस प्रकार की कड़ी कार्रवाई पीड़ितों को न्याय दिलाने और समाज में शांति बनाए रखने में मदद करती है। Frequently Asked Questions (FAQs) Q1: Vidhwa mahila utpeedan Dehradun में क्या कदम उठाए जाते हैं?A: शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी या पुलिस प्रशासन त्वरित जांच कर गुंडा अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई करते हैं। Q2: विधवा महिला उत्पीड़न की शिकायत कहां दर्ज कर सकती है?A: महिला जिला प्रशासन कार्यालय या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवा सकती है। Q3: गुंडा एक्ट के तहत सुनवाई कितनी तेज होती है?A: गुंडा एक्ट के मामलों में फास्ट ट्रैक सुनवाई कर शीघ्र न्याय सुनिश्चित किया जाता है। Q4: अगर बेटा न्यायालय में पेश नहीं होता तो क्या होगा?A: निर्दिष्ट समय में उत्तर न देने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाती है। देश अपडेट न्यूज़
इस कारण CBI ने अनिल अंबानी के ठिकानों पर मारा छापा, सच जानकर दंग रह जाएंगे आप!

Anil Ambani पर CBI की बड़ी कार्रवाई: बैंक फ्रॉड केस में छापा नई दिल्ली में CBI का छापा: क्या है पूरा मामला? नई दिल्ली: शनिवार को CBI ने Reliance Communications (RCom) और उसके मालिक Anil Ambani से जुड़ी कई जगहों पर छापेमारी की। यह छापा एक बड़े बैंक फ्रॉड केस से जुड़ा है, जिसमें State Bank of India (SBI) को ₹2000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ बताया जा रहा है। CBI ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें “कुछ गड़बड़” नजर आ रही है, इसलिए यह सख्त कदम उठाया गया। 5 अगस्त को ED की पूछताछ: 10 घंटे की गवाही इससे पहले, 5 अगस्त को Enforcement Directorate (ED) ने Anil Ambani से लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी। मामला ₹17,000 करोड़ से भी अधिक के लोन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग का है। Anil Ambani ने दस्तावेज़ देने के लिए 10 दिन का समय मांगा था, लेकिन जांच एजेंसी इससे संतुष्ट नहीं हुई। शेल कंपनियों और यस बैंक लोन की जांच ED को संदेह है कि Yes Bank से लिए गए लोन को शेल कंपनियों के ज़रिए इधर-उधर किया गया।शेल कंपनियां ऐसी संस्थाएं होती हैं जिनका असल में कोई व्यवसाय नहीं होता, और उनका इस्तेमाल केवल पैसे की हेरफेर के लिए किया जाता है। अरबों रुपये का कर्ज: RCom, RHFL और RCFL पर भारी बकाया ED के अनुसार, नीचे दी गई कंपनियों पर भारी कर्ज है: कंपनी बकाया कर्ज रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) ₹5,901 करोड़ रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (RCFL) ₹8,226 करोड़ रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCom) ₹4,105 करोड़ ये कर्ज 20 से अधिक बैंकों से लिए गए हैं, जिनमें शामिल हैं: CBI ने कहा: “कुछ तो गड़बड़ है” CBI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा हमें इस पूरे मामले में कई अनियमितताएं दिखाई दे रही हैं, इसलिए हमने अनिल अंबानी और RCom से जुड़ी संपत्तियों पर छापा मारा है।” अब CBI भी इस मामले में पूरी तरह शामिल हो चुकी है, जिससे Anil Ambani की कानूनी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। FAQs — Anil Ambani केस से जुड़े सामान्य प्रश्न ❓ Anil Ambani पर CBI ने छापा क्यों मारा? CBI ने ₹2000 करोड़ के बैंक फ्रॉड की जांच के तहत RCom और अनिल अंबानी के ठिकानों पर छापेमारी की। ❓ क्या Anil Ambani को गिरफ्तार किया गया है? अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन CBI और ED दोनों एजेंसियां जांच में सक्रिय हैं। ❓ ED की जांच में क्या सामने आया है? ED को शक है कि Yes Bank लोन को शेल कंपनियों के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल किया गया। ❓ किन कंपनियों पर सबसे ज्यादा कर्ज है? RHFL, RCFL और RCom पर कुल ₹18,000 करोड़ से अधिक का कर्ज है। ❓ आगे क्या होगा? CBI की जांच के आधार पर गिरफ्तारी, संपत्ति जब्ती या कोर्ट केस की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। देश अपडेट न्यूज़
नवजात की मौत से मचा हड़कंप, पिता थैले में शव लेकर पहुंचा डीएम कार्यालय

नवजात की मौत (Navjaat ki Maut): पिता थैले में शव लेकर अधिकारियों के सामने पहुंचा, अस्पताल सील नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) से टूटे परिवार की दर्दभरी दास्तान, पिता ने अधिकारियों से की मदद की गुहार लखीमपुर/महेवागंज: नवजात की मौत ने विपिन के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। सात साल बाद खुशियां मनाने वाला परिवार अब अनजाने डर और पीड़ा के बीच भटक रहा है। नवजात बेटे की मौत के बाद पिता विपिन ने शव हाथ में टंगे थैले में लेकर कलक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के सामने अपना दर्द बयां किया। थैले में शव देखकर वहां मौजूद अधिकारी भी सहम गए। विपिन रो-रोकर अपनी व्यथा बयां करता रहा, “साहब, किसी तरह बच्चे को जिंदा कर दो। इसकी मां दूसरे अस्पताल में भर्ती है, लेकिन उसे बताया गया है कि बच्चे की हालत ठीक नहीं है। आप ही बताएं कि उसकी मां को क्या जवाब दूं।” पीड़ित पिता के दर्द को सुनकर अधिकारियों के भी आंखों में आंसू छलक आए। मामले की गंभीरता को समझते हुए डीएम कार्यालय के निर्देश पर अस्पताल को तुरंत सील कर दिया गया। नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) के बाद अस्पताल सील, जांच शुरू सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता और एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह अपनी टीम के साथ तुरंत गोलदार अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में मौजूद तीन मरीजों को जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया। अस्पताल में चल रही लापरवाही की जांच शुरू कर दी गई है। डीएम को मामले की जानकारी दे दी गई है और जांच में तेजी लाई जा रही है। विपिन के परिवार की दर्दभरी कहानी विपिन के घर में सात साल बाद खुशियां लौट रही थीं। उनका एक बेटा है जिसकी उम्र सात वर्ष है। नई संतान के आने की खुशी में परिवार पूरी तरह से मग्न था, लेकिन नवजात की मौत ने सब कुछ तहस-नहस कर दिया। नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) Q1: नवजात की मौत (Navjaat ki Maut) का मुख्य कारण क्या है?A: इस मामले में अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही और सिस्टम की खामियों को जांचा जा रहा है। Q2: अस्पताल को क्यों सील किया गया है?A: अस्पताल में हुई कथित लापरवाही की जांच के तहत अधिकारियों ने इसे सील कर दिया है ताकि जांच में बाधा न आए। Q3: नवजात की मां की क्या हालत है?A: नवजात की मां को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। Q4: पिता विपिन को क्या सहायता मिली है?A: प्रशासन ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी है और मामले की न्यायपूर्ण जांच का आश्वासन दिया है। Q5: भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?A: जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अस्पतालों की कार्यप्रणाली कड़ी की जाएगी ताकि पुनः ऐसी घटनाएं न हों। देश अपडेट न्यूज़