फेसबुक फ्रेंडशिप से शुरू हुआ ठगी का खेल – पुलिस ने किया भंडाफोड़

नकली फौजी बनकर युवती से 1.25 लाख की ठगी कोटद्वार की एक युवती से फेसबुक फ्रेंडशिप कर शादी का झांसा देकर नकली फौजी ने 1.25 लाख रुपए की ठगी कर ली। पौड़ी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को रानीखेत से गिरफ्तार कर लिया है। ठगी का मामला दर्ज 07 जून 2025 को कोटद्वार निवासी ने कोतवाली कोटद्वार में तहरीर दी कि फेसबुक के माध्यम से एक युवक से उसकी दोस्ती हुई। युवक ने खुद को भारतीय सेना में कार्यरत बताते हुए शादी का वादा किया और विभिन्न बहानों से करीब 1.25 लाख रुपए की ठगी कर ली। मामले में पुलिस ने मु0अ0स0-149/25, धारा 318 (4) BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया। SSP ने दिए तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। क्षेत्राधिकारी कोटद्वार निहारिका सेमवाल के पर्यवेक्षण और प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार रमेश तनवार के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी जांच में पता चला कि आरोपी का असली नाम भानु प्रकाश वर्मा उर्फ कमल है, जो रानीखेत, अल्मोड़ा का निवासी है। आरोपी पूर्व में उदयपुर में होटल में काम करता था और फर्जी पहचान बनाकर युवती से ठगी कर रहा था। पुलिस ने उसे रानीखेत से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया। आरोपी का विवरण नाम : भानु प्रकाश वर्मा उर्फ कमल उम्र : 28 वर्ष निवासी : रानीखेत, अल्मोड़ा पुलिस टीम उपनिरीक्षक दीपक सिंह पंवार आरक्षी बलदेव (कोटद्वार) आरक्षी गंभीर (CIU) आरक्षी हरीश (CIU)

जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं रचना बुटोला, उपाध्यक्ष पद पर आरती नेगी विजयी

पौड़ी गढ़वाल में शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुए चुनाव, परिणाम घोषित मतगणना पूर्ण, विजेताओं को सौंपे गए प्रमाण पत्र जनपद गढ़वाल में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव की मतगणना पूर्ण होने के बाद परिणाम घोषित कर दिए गए। जिला निर्वाचन अधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि अध्यक्ष पद पर रचना बुटोला ने कुल 33 मत प्राप्त कर जीत दर्ज की, जबकि उनकी प्रतिद्वंदी दीपिका ईष्टवाल को 05 मत मिले। उपाध्यक्ष पद पर आरती नेगी ने 18 मत प्राप्त किए, वहीं महेंद्र राणा को 14 मत मिले। परिणाम घोषित होने के बाद विजयी प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। अध्यक्ष पद का प्रमाण पत्र रचना बुटोला की ओर से उनके प्रस्तावक भरत रावत ने ग्रहण किया, जबकि उपाध्यक्ष पद का प्रमाण पत्र आरती नेगी ने स्वयं प्राप्त किया। चुनाव प्रक्रिया रही शांतिपूर्ण और पारदर्शी जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जनपद के सभी विकासखंडों में चुनाव प्रक्रिया कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। मतगणना केंद्रों पर पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए। उन्होंने मतदाताओं, प्रत्याशियों, प्रशासनिक व पुलिस टीमों तथा चुनाव ड्यूटी में लगे सभी कार्मिकों का आभार व्यक्त किया। पर्यवेक्षक ने दी पारदर्शिता की पुष्टि चुनाव पर्यवेक्षक ललित मोहन रयाल ने कहा कि पौड़ी गढ़वाल में हुए जिला पंचायत अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के चुनाव लोकतांत्रिक मर्यादाओं के अनुरूप और पूर्णतः पारदर्शी तरीके से सम्पन्न हुए। मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या शिकायत दर्ज नहीं हुई।

कोटद्वार में 7 पुलों पर LED स्ट्रीट लाइट्स का लोकार्पण

कोटद्वार, 13 अगस्त 2025 उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष एवं कोटद्वार विधायक श्रीमती ऋतु खण्डूड़ी भूषण ने बुधवार को ₹1 करोड़ 29 लाख की लागत से कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के सात प्रमुख पुलों पर स्थापित एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट्स का लोकार्पण किया। सुखरो नदी पुल से कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के तहत सुखरो नदी के पुल पर क्षेत्रीय जनता की उपस्थिति में स्ट्रीट लाइट का स्विच ऑन कर इन्हें औपचारिक रूप से जनसमर्पित किया गया। मुख्यमंत्री घोषणा के तहत स्वीकृत परियोजना श्रीमती खण्डूड़ी भूषण ने बताया कि मुख्यमंत्री घोषणा संख्या-337 के अंतर्गत, राज्य वित्त आयोग से स्वीकृत इस परियोजना को प्रशासनिक वर्ष में शासन से अनुमोदन प्राप्त कराया गया था। कार्य प्रारंभ होने के बाद अब यह सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का इस परियोजना की स्वीकृति और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। सातों पुल होंगे रोशन और सुरक्षित विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “कोटद्वार के सभी सातों पुल — मालन, सुखरो, सिद्धबली, ग्रस्टानगंज, बीएल, गुल्लर और गाड़ीघाट — अब रात्रि में भी सुरक्षित और प्रकाशमान रहेंगे। इसके अलावा प्रमुख चौराहों पर भी लाइटें लगाई गई हैं, जिससे यातायात और नागरिकों की सुविधा में उल्लेखनीय सुधार होगा।” जनप्रतिनिधियों और नागरिकों की उपस्थिति लोकार्पण कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष राज गौरव नौटियाल, महापौर शैलेंद्र सिंह रावत, नगर आयुक्त पी.एल. शाह, मण्डल अध्यक्ष श्रीमती प्रेमा खंतवाल, पार्षद प्रमोद केष्टवाल, कमल नेगी सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

ऋषिकेश-नीलकंठ मार्ग पर भयंकर हादसा! चट्टान गिरने से ट्रक नदी में गिरने की आशंका, दो लोग लापता

ऋषिकेश: बुधवार सुबह ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के पास गरुड़ चट्टी पुल से आगे नीलकंठ मार्ग पर बड़ा हादसा हो गया। पहाड़ी से भारी चट्टान गिरने के कारण लगभग 30 मीटर सड़क पूरी तरह से मलबे में दब गई है, जिससे यह प्रमुख मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, घटना के समय एक ट्रक वहां से गुजर रहा था, जो मलबे में दब गया या नदी में गिर गया हो, इसकी आशंका जताई जा रही है। हादसे में दो लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि दो अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। एसडीआरएफ इंस्पेक्टर कविन्द्र सजवान ने जानकारी दी कि राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। मौके पर जेसीबी मशीनें मलबा हटाने में जुटी हैं, जबकि एसडीआरएफ की टीम लापता लोगों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र नीलकंठ जाने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों से फिलहाल इस मार्ग से यात्रा न करने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि यह मार्ग भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है और मानसून के दौरान यहां अक्सर इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं।

बिजनौर: 8 दिन से लापता किसान की लाश बिजली के खंभे से लटकी मिली, गांव में मचा हड़कंप!

बिजनौर। बिजनौर जनपद के मंडावर थाना क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक खेत में बिजली के खंभे से लटका एक व्यक्ति का सड़ा-गला शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान रानीपुर गांव निवासी योगेन्द्र (45) पुत्र श्याम सिंह के रूप में हुई है…जो बीते 8 अगस्त से लापता था। परिजन लगातार उसकी तलाश कर रहे थे। मंगलवार देर शाम गांव के ही रिंकू के खेत में एक ग्रामीण ने शव को खंभे से लटका हुआ देखा और तुरंत इसकी सूचना पुलिस व ग्रामीणों को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया।पुलिस का कहना है कि शव कई दिन पुराना है और उसमें से तेज दुर्गंध आ रही थी। प्राथमिक जांच में मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है…जिससे मौत के कारणों की पुष्टि हो सके। बताया गया है कि मृतक किसान था और उसका छोटा भाई नमामि गंगे योजना में जिला संयोजक के पद पर कार्यरत है। परिजनों की ओर से गुमशुदगी की रिपोर्ट मंगलवार को ही थाने में दर्ज कराई गई थी।फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और हर पहलू को ध्यान में रखकर तफ्तीश की जा रही है। गांव में इस घटना को लेकर शोक और सन्नाटा पसरा हुआ है।

मुख्यमंत्री धामी पहुंचे सैंजी गांव, आपदा प्रभावितों को दी ढांढस – बोले, “पूरा राज्य आपके साथ है”

24 घंटे के भीतर मौके पर पहुंचे मुख्यमंत्री पौड़ी गढ़वाल, 07 अगस्त 2025: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को पौड़ी जनपद के आपदाग्रस्त सैंजी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। बीते दिनों हुई अतिवृष्टि के कारण हुए जन-धन के नुकसान के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से मिलकर उनका हालचाल जाना और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद रहे। हवाई सर्वेक्षण के बाद सड़क और पैदल मार्ग से पहुंचे प्रभावित गांव मुख्यमंत्री धामी ने पहले थलीसैंण तहसील के बांकुड़ा और अन्य क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद भरसार हैलीपैड पर उतरकर सड़क मार्ग से नौठा और सैंजी गांव पहुंचे। वहां उन्होंने पैदल ही क्षतिग्रस्त रास्तों से होते हुए प्रभावित परिवारों के घर तक पहुंच बनाई। बुरांसी गांव में राहत राशि के चेक वितरित मुख्यमंत्री ने नौठा में बुरांसी के आपदा प्रभावित पांच परिवारों को राहत राशि के चेक सौंपे। इसके बाद सैंजी गांव में भी उन्होंने ग्रामीणों से सीधे संवाद कर क्षति का जायजा लिया। प्रभावित महिलाओं के आंसू पोछे, कहा – “कोई अकेला नहीं है” मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित महिलाओं को ढांढस बंधाते हुए कहा, “आपदा की इस घड़ी में कोई भी खुद को अकेला न समझे। पूरा उत्तराखंड आपके साथ खड़ा है।” उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि राहत, पुनर्वास और विस्थापन की प्रक्रिया में कोई देरी न हो। स्वास्थ्य सेवाओं की नियमित व्यवस्था के निर्देश मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीमार, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं और बच्चे विशेष प्राथमिकता में रहें। दवाइयों, प्राथमिक उपचार किट और चिकित्सकीय स्टाफ की उपलब्धता हर समय बनी रहनी चाहिए। पुनर्वास समिति के गठन की घोषणा कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि पुनर्वास की प्रक्रिया को व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए एक समिति गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनके लिए प्राथमिकता से मदद की जाएगी। प्रशासन पूरी तत्परता से जुटा, राहत सामग्री का वितरण जारी जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि प्रभावित परिवारों की सूची तैयार कर ली गई है और राहत सामग्री एवं धनराशि का वितरण तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की टीमें हर गांव तक पहुंच रही हैं ताकि कोई भी व्यक्ति राहत से वंचित न रहे। वाडिया संस्थान करेगा आपदा क्षेत्रों का भू-सर्वेक्षण मुख्यमंत्री ने कहा कि भूगर्भीय स्थिरता के अध्ययन हेतु वाडिया इंस्टीट्यूट से आपदा क्षेत्र का सर्वेक्षण करवाया जाएगा, ताकि भविष्य की रणनीति बेहतर तरीके से तैयार की जा सके।

उपनल कर्मचारी धनवीर सिंह नेगी के परिजनों को मिली 50 लाख की सहायता राशि

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कैम्प कार्यालय में सौंपा चैक देहरादून, 06 अगस्त। उत्तरकाशी के बड़कोट विद्युत वितरण खण्ड में उपनल के माध्यम से कार्यरत रहे स्व. धनवीर सिंह नेगी की आकस्मिक मृत्यु के उपरांत उनके परिजनों को सहायता राशि प्रदान की गई। बुधवार को देहरादून स्थित कैम्प कार्यालय में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मृतक के पिता बलवीर सिंह नेगी एवं पत्नी मंगीता नेगी को 50 लाख रुपये की सहायता राशि का चैक सौंपा। प्राकृतिक आपदा के दिवंगतजनों को दी श्रद्धांजलि इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने हाल ही में धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा में दिवंगत हुए लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। आर्थिक सहायता से मिल रहा परिजनों को संबल मंत्री गणेश जोशी ने कहा, “किसी की मृत्यु को वापस नहीं लाया जा सकता, लेकिन उनके परिजनों को आर्थिक सहायता देकर परिवार के भविष्य को सुरक्षित किया जा सकता है।” उन्होंने बताया कि यह सहायता पंजाब नेशनल बैंक और उपनल के बीच हुए करार के तहत दी गई है। इससे पूर्व उपनल द्वारा ₹1.50 लाख की सहायता राशि और ईपीएफ के माध्यम से मासिक पेंशन की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है।उन्होंने यह भी बताया कि कर्मकार प्रतिकर योजना के तहत लगभग 10 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता के लिए पत्राचार किया जा रहा है। सेवा करते हुए बलिदान धनवीर सिंह नेगी 28 मई 2015 से उपनल के माध्यम से टीजी-2 के पद पर कार्यरत थे। 17 अप्रैल 2025 को बाधित विद्युत आपूर्ति को ठीक करते समय वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उपचार के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। इस अवसर पर मृतक कर्मचारी के पिता बलवीर सिंह नेगी, पत्नी मंगीता नेगी, पुत्र आयुष नेगी के साथ उपनल चेयरमैन मेजर जनरल (सेनि) सम्मी सभरवाल, प्रबंध निदेशक बिग्रेडियर (सेनि) जेएनएस बिष्ट, सैनिक कल्याण निदेशक बिग्रेडियर (सेनि) अमृतलाल, पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक अनुपम, एजीएम अजीत उपाध्याय, डीजीएम उपनल राजेश नेगी सहित अनेक पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।

थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्र में गंगा घाटों पर विशेष निगरानी

मानसून सीजन में सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में पौड़ी, 6 अगस्त 2025 मानसून और बरसाती मौसम को देखते हुए पौड़ी पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। पुलिस कप्तान लोकेश्वर सिंह ने जनपद के सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट मोड में रहने और आवश्यक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। हर थाने में आपदा उपकरण तैयार, टीम स्टैंडबाय पर पुलिस कप्तान ने कहा है कि मौसम विभाग द्वारा लगातार अलर्ट जारी किए जा रहे हैं। ऐसे में सभी थानों में आवश्यक आपदा प्रबंधन उपकरणों को तैयार रखने और पुलिस बल को स्टैंडबाय मोड में रखने के निर्देश दिए गए हैं। गंगा नदी उफान पर, लक्ष्मणझूला क्षेत्र में विशेष सतर्कता पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते गंगा नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए थाना लक्ष्मणझूला क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गंगा घाटों और तटों पर आम जन की सुरक्षा के लिए विशेष सावधानी बरती जा रही है। प्रतिबंधित घाटों पर कड़ी निगरानी, चेतावनी के साथ हटाए जा रहे लोग थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला संतोष पैथवाल ने जानकारी दी कि गंगा तटों पर लगातार निगरानी के लिए विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें गंगा के जलस्तर पर पैनी नजर रख रही हैं और यात्रियों व पर्यटकों को प्रतिबंधित घाटों और तटों पर जाने से रोक रही हैं। वानप्रस्थ, गीता भवन गेट नंबर 3 घाट बंद सुरक्षा को देखते हुए वानप्रस्थ घाट और गीता भवन गेट नंबर 3 घाट को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। पुलिस द्वारा लाउडहेलर से लोगों को बार-बार चेतावनी देकर घाटों से हटाया जा रहा है। साथ ही, घाटों पर सुरक्षा फ्लेक्स भी लगाए गए हैं, जिनमें लोगों से ऐसे स्थानों से दूर रहने की अपील की गई है। थानाध्यक्ष की अपील – गंगा तटों से बनाएं दूरी थानाध्यक्ष संतोष पैथवाल ने स्थानीय नागरिकों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि बरसात के मौसम को देखते हुए अनावश्यक रूप से गंगा तटों पर न जाएं और पुलिस का सहयोग करें। विशेष निगरानी दल में शामिल जवान गठित विशेष टीम में हेड कांस्टेबल रितेश कुमार, सुवर्धन, महिपाल सिंह, राजीव कवि, राजबीर सिंह, गोताखोर भावानंद, तथा पीआरडी जवान रवि बडोनी और विमल शामिल हैं, जो लगातार गंगा तटों पर निगरानी का कार्य कर रहे हैं।

उत्तरकाशी में फटा क़हर का बादल! खीर गंगा गाड़ में तबाही, मकान बहे

Uttarkashi Cloud Burst: Kheer Ganga Gaad Mein Badh, Dharali Mein Tabahi उत्तरकाशी ज़िले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। मंगलवार सुबह Kheer Ganga Gaad क्षेत्र में cloud burst की घटना हुई, जिससे Dharali गांव में भारी तबाही मच गई है। तेज़ बारिश और मलबे के चलते कई मकान बहने की सूचना है। घटना के बाद Uttarkashi administration ने राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से शुरू कर दिए हैं। Dharali Flood News: Kayi Bhavan Bah Gaye, Kai Log Laapata स्थानीय लोगों के अनुसार सुबह तेज गर्जना के साथ अचानक बादल फटा और पानी का तेज़ बहाव गांव की ओर आ गया। इसके चलते कई भवन क्षतिग्रस्त हो गए और kai log laapata बताए जा रहे हैं। मलबे और पानी के बहाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। Rahat Bacchav Uttarkashi: NDRF Team Site Par Tainaath सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत NDRF और स्थानीय राहत एवं बचाव दल को मौके पर रवाना किया। हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है। ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा रहा है। Uttarkashi Breaking News: Administration Ne Jari Ki High Alert Advisory उत्तरकाशी प्रशासन ने पूरे इलाके में High Alert घोषित कर दिया है। लोगों से अपील की गई है कि वे नदी-नालों से दूर रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भारी वर्षा की संभावना जताई है। (FAQ)प्र.1: उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना कहां हुई? उ.1: यह घटना खीर गंगा गाड़ क्षेत्र में हुई, जिससे सबसे अधिक नुकसान धराली गांव में देखने को मिला। प्र.2: क्या इस हादसे में जान-माल का नुकसान हुआ है? उ.2: जी हां, कई भवन बह गए हैं और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। प्र.3: प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं? उ.3: प्रशासन ने NDRF, SDRF और अन्य राहत-बचाव दलों को मौके पर भेज दिया है। हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू की तैयारी भी की जा रही है। प्र.4: क्या मौसम विभाग ने कोई चेतावनी जारी की है? उ.4: जी हां, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश की चेतावनी दी है और लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्र.5: स्थानीय लोगों के लिए प्रशासन की क्या अपील है? उ.5: प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने, ऊंचाई वाले सुरक्षित स्थानों पर जाने और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

मानवता की मिसाल: वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाल गुसाईं ने लिया देहदान का संकल्प

समाजसेवा की नई मिसाल, युवाओं को भी कर रहे प्रेरित कोटद्वार, 02 अगस्त 2025 कोटद्वार प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाल गुसाईं ने देहदान और अंगदान का संकल्प लेकर समाज के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके इस फैसले की चारों ओर सराहना हो रही है। न केवल उन्होंने खुद यह संकल्प लिया, बल्कि समाज में इस दिशा में जनजागरूकता अभियान भी शुरू किया है। “शरीर नश्वर है, मगर सेवा अमर होती है” अपने संकल्प के पीछे की सोच साझा करते हुए दिनेश पाल गुसाईं ने कहा, “यह शरीर एक दिन नष्ट हो जाएगा, लेकिन यदि इससे किसी ज़रूरतमंद को नया जीवन मिल सकता है, तो यही सबसे बड़ा पुण्य है।” उन्होंने बताया कि कई बार ऐसी दुखद घटनाएं सामने आती हैं जब बुजुर्गों के अंतिम संस्कार तक में उनके परिजन उपस्थित नहीं हो पाते। ऐसे में मृत्यु के बाद इस शरीर को समाज के हित में उपयोग करना ही सच्ची मानव सेवा है। देह को बना सकते हैं जीवनदायी उन्होंने एक प्रेरणास्पद तुलना करते हुए कहा, “जब घर के पुराने बर्तन बेकार हो जाते हैं, तो उन्हें फेंकने से अच्छा है कि किसी ज़रूरतमंद को दे दिए जाएं। इसी तरह मृत्यु के बाद यह शरीर भी किसी को जीवन देने वाला बन सकता है।” जनजागरूकता अभियान में निभा रहे सक्रिय भूमिका गौरतलब है कि दिनेश पाल गुसाईं न सिर्फ स्वयं देहदान और अंगदान के लिए पंजीकृत हो चुके हैं, बल्कि ब्लड डोनेशन, अंगदान और देहदान जैसे संवेदनशील विषयों पर जागरूकता फैलाने में भी सक्रिय हैं। वे लगातार युवाओं को इस दिशा में प्रेरित कर रहे हैं। जाते-जाते भी कर सकते हैं अमर कार्य गुसाईं ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में समाज और प्रकृति से बहुत कुछ लेता है, ऐसे में उसे जीवन के अंतिम पड़ाव पर भी समाज के लिए कुछ करना चाहिए। “हम अपने सत्कर्मों, रक्तदान, अंगदान और देहदान के माध्यम से मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन में जीवित रह सकते हैं।” समाजसेवियों और पत्रकारों ने की सराहना उनके इस फैसले की समाजसेवियों, पत्रकारों और आम लोगों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। इसे एक प्रेरणादायी कदम और समाज के लिए हितकारी बताया गया है।