समाजसेवा की नई मिसाल, युवाओं को भी कर रहे प्रेरित
कोटद्वार, 02 अगस्त 2025
कोटद्वार प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार दिनेश पाल गुसाईं ने देहदान और अंगदान का संकल्प लेकर समाज के सामने एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके इस फैसले की चारों ओर सराहना हो रही है। न केवल उन्होंने खुद यह संकल्प लिया, बल्कि समाज में इस दिशा में जनजागरूकता अभियान भी शुरू किया है।
“शरीर नश्वर है, मगर सेवा अमर होती है”
अपने संकल्प के पीछे की सोच साझा करते हुए दिनेश पाल गुसाईं ने कहा, “यह शरीर एक दिन नष्ट हो जाएगा, लेकिन यदि इससे किसी ज़रूरतमंद को नया जीवन मिल सकता है, तो यही सबसे बड़ा पुण्य है।”
उन्होंने बताया कि कई बार ऐसी दुखद घटनाएं सामने आती हैं जब बुजुर्गों के अंतिम संस्कार तक में उनके परिजन उपस्थित नहीं हो पाते। ऐसे में मृत्यु के बाद इस शरीर को समाज के हित में उपयोग करना ही सच्ची मानव सेवा है।
देह को बना सकते हैं जीवनदायी
उन्होंने एक प्रेरणास्पद तुलना करते हुए कहा, “जब घर के पुराने बर्तन बेकार हो जाते हैं, तो उन्हें फेंकने से अच्छा है कि किसी ज़रूरतमंद को दे दिए जाएं। इसी तरह मृत्यु के बाद यह शरीर भी किसी को जीवन देने वाला बन सकता है।”
जनजागरूकता अभियान में निभा रहे सक्रिय भूमिका
गौरतलब है कि दिनेश पाल गुसाईं न सिर्फ स्वयं देहदान और अंगदान के लिए पंजीकृत हो चुके हैं, बल्कि ब्लड डोनेशन, अंगदान और देहदान जैसे संवेदनशील विषयों पर जागरूकता फैलाने में भी सक्रिय हैं। वे लगातार युवाओं को इस दिशा में प्रेरित कर रहे हैं।

जाते-जाते भी कर सकते हैं अमर कार्य
गुसाईं ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में समाज और प्रकृति से बहुत कुछ लेता है, ऐसे में उसे जीवन के अंतिम पड़ाव पर भी समाज के लिए कुछ करना चाहिए। “हम अपने सत्कर्मों, रक्तदान, अंगदान और देहदान के माध्यम से मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन में जीवित रह सकते हैं।”
समाजसेवियों और पत्रकारों ने की सराहना
उनके इस फैसले की समाजसेवियों, पत्रकारों और आम लोगों ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की है। इसे एक प्रेरणादायी कदम और समाज के लिए हितकारी बताया गया है।