शहीदों के नाम पर नामित होंगे गांव और स्कूल, उत्तराखंड ने दी देशभक्ति की नई परिभाषा

pushkar singh dhami

लैंसडाउन की धरती पर शहीदों को सलाम, सैन्य धाम की ओर बढ़ा एक और कदम

शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का भव्य समापन, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया वीरों को नमन


माटी में बसी अमरता, शहीदों को श्रद्धांजलि से सजी लैंसडाउन की धरती

पौड़ी गढ़वाल : लैंसडाउन की पावन धरती शनिवार को देशभक्ति के रंग में रंगी नजर आई, जब शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का समापन गौरवशाली और भावविभोर कर देने वाले माहौल में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के अमर वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा –

“सैन्य धाम केवल पत्थर नहीं, बल्कि अमर आत्माओं की स्मृति है।”

मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अमर शहीद गब्बर सिंह नेगी स्मारक पर पहुंचकर पुष्पचक्र अर्पित किया और उनकी प्रतिमा को नमन किया।


शहीदों की माटी से दीप प्रज्वलन, सैन्य धाम के लिए एकत्र की गई पवित्र मिट्टी

मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जनपदों से लायी गई शहीदों की आंगन की माटी से भरे ताम्र कलशों के सम्मुख दीप जलाकर पुष्पांजलि अर्पित की। यह मिट्टी आगामी दिनों में देहरादून में निर्माणाधीन सैन्य धाम में स्थापित की जाएगी।

गौरतलब है, यह सिर्फ एक धार्मिक रस्म नहीं बल्कि उन वीरों के प्रति राष्ट्र की सच्ची कृतज्ञता है, जिन्होंने अपना आज हमारे कल के लिए न्यौछावर कर दिया।


सम्मान, संकल्प और श्रद्धा के पल

कार्यक्रम के दौरान:

  • वीर नारियों एवं शहीद परिजनों को ताम्रपत्र व अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।
  • सेना की ओर से मुख्यमंत्री को गढ़वाल रेजिमेंट का रेजिमेंटल गीत स्मृति चिन्ह स्वरूप भेंट किया गया।
  • शहीद सम्मान यात्रा पर आधारित वीडियो क्लिप ने लोगों की आंखों को नम कर दिया।

मुख्यमंत्री का संबोधन: बलिदान की गूंज आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचेगी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने उद्बोधन में कहा:

“उत्तराखंड के लगभग हर घर से कोई न कोई जवान देश सेवा में लगा है।
हम उनके ऋणी हैं, और यह सैन्य धाम हमारी श्रद्धा, संकल्प और संस्कार का प्रतीक बनेगा।”

उन्होंने कई घोषणाएं भी कीं:

  • शहीदों के परिजनों को अनुग्रह राशि ₹50 लाख से बढ़ाकर ₹1 करोड़
  • शासकीय सेवा में अब तक 28 परिजनों को नियुक्ति, 13 प्रक्रियाधीन
  • सैनिक विश्राम गृह कोटद्वार का जीर्णोद्धार
  • सैनिक कल्याण कार्यालयों में पूर्व सैनिकों की नियुक्ति हेतु CSC की स्थापना
  • सभी WWII के पूर्व सैनिकों/विधवाओं को सम्मान राशि
  • शहीदों के नाम पर मार्गों, विद्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों का नामकरण

शहीदों के नाम पर घोषणाएं

मुख्यमंत्री ने निम्नलिखित नामकरण की घोषणाएं की:

  • कर्तिया इंटर कॉलेज – शहीद कमल सिंह रावत
  • डोबरियासार हाईस्कूल – शहीद अनुज सिंह नेगी
  • बरुआ-चिणबो मार्ग – शहीद केशवानंद ध्यानी
  • जयहरीखाल PHC – शहीद हरीश जोशी
  • जयहरीखाल-गुमखाल मार्ग – शहीद खुशाल सिंह नेगी

बैंड, श्रद्धा और श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री ने गढ़वाल राइफल्स आर्मी बैंड का निरीक्षण किया और उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की।
कार्यक्रम में देशभक्ति के स्वर, सैनिक अनुशासन और गर्व की अनुभूति हर क्षण महसूस की गई।


सैनिकों के लिए भावपूर्ण सहयोग की प्रतिबद्धता

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि 25 सितंबर से शुरू हुई शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का आज समापन लैंसडाउन में हुआ है।
71 शहीदों के आंगन से लाई गई पावन मिट्टी को अब सैन्य धाम में अमर जवान ज्योति के पास स्थापित किया जाएगा।


उपस्थित गणमान्य और राष्ट्रभक्त जनसमूह

इस आयोजन में प्रदेश की राजनीति, प्रशासन, सेना और आमजन – सभी एकजुट होकर शहीदों को श्रद्धा और सम्मान देने पहुँचे:

  • राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट
  • विधायक दिलीप सिंह रावत व राजकुमार पोरी
  • जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया
  • SSP लोकेश्वर सिंह
  • CVO गिरीश गुणवंत
  • ADMO अनिल सिंह गर्ब्याल
  • मेयर कोटद्वार शैलेन्द्र रावत,
  • सेनाधिकारीगण, भाजपा प्रतिनिधि, ग्रामीण, शहीद परिजन एवं आम नागरिक

निष्कर्ष: श्रद्धा से प्रेरणा तक

यह आयोजन केवल एक समारोह नहीं, बल्कि उन वीरों के बलिदान की जीती-जागती गाथा है, जो देश की सीमाओं पर डटे रहे ताकि हम सुरक्षित रहें।
लैंसडाउन की इस पुण्य धरती से उठी श्रद्धा की लौ भविष्य की पीढ़ियों को कर्तव्य और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देती रहेगी।