दिल्ली जाना अब पहले से आसान! वंदे भारत को लेकर कुमाऊंवासियों के लिए आई बड़ी अपडेट

हल्द्वानी/काठगोदाम:

कुमाऊं के यात्रियों के लिए लंबे इंतजार के बाद अब एक बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। रेलवे काठगोदाम से नई दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन शुरू करने की तैयारी में है। आधुनिक सुविधाओं और तेज रफ्तार वाली यह ट्रेन कुमाऊंवासियों को राजधानी से जोड़ने का एक नया और सुविधाजनक विकल्प देगी।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, इस वंदे भारत एक्सप्रेस को सप्ताह में छह दिन चलाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे जल्द ही अंतिम मंजूरी मिलने की उम्मीद है।

बदलाव की ओर एक कदम और: कई रूटों पर नई ट्रेनें प्रस्तावित

यह सिर्फ काठगोदाम ही नहीं, बल्कि पूरे कुमाऊं और तराई क्षेत्र के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे ने कुल 11 जोड़ी ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित किया है, जिनमें कई महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ने की योजना है। इनमें शामिल हैं:

🟦 इज्जतनगर-चंडीगढ़ वंदे भारत एक्सप्रेस (6 दिन/सप्ताह)

🟩 रामनगर-उदयपुर सिटी एक्सप्रेस (2 दिन/सप्ताह)

🟥 काठगोदाम-सूबेदारगंज एक्सप्रेस (प्रतिदिन)

🟨 लालकुआं-हरिद्वार एक्सप्रेस (1 दिन/सप्ताह)

🟧 लालकुआं-कानपुर एक्सप्रेस (1 दिन/सप्ताह)

🟫 लालकुआं-यशवंतरावपुर एक्सप्रेस (1 दिन/सप्ताह)

🟪 कासगंज-नई दिल्ली एक्सप्रेस (4 दिन/सप्ताह)

⬛ कासगंज-सिकंदराबाद एक्सप्रेस (प्रतिदिन)

🟦 कासगंज-वाराणसी एक्सप्रेस (3 दिन/सप्ताह)

🗣️ रेलवे की तरफ से क्या कहा गया?

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह ने जानकारी दी कि प्रस्तावों को जल्द अंतिम स्वीकृति मिल सकती है।

उन्होंने कहा:”स्वीकृति मिलते ही कुमाऊं और तराई के यात्रियों को दिल्ली, हरिद्वार, चंडीगढ़, उदयपुर, कटड़ा, वाराणसी और सिकंदराबाद जैसे प्रमुख शहरों के लिए तेज, आधुनिक और आरामदायक ट्रेन सेवा मिल सकेगी।”

🕰️ कुमाऊंवासियों का इंतजार अब खत्म होने को है

देहरादून से चलने वाली वंदे भारत ट्रेन की सफलता के बाद अब काठगोदाम वंदे भारत को लेकर लोगों में उत्साह है। लंबे समय से यहां के लोग इस हाई-टेक ट्रेन के इंतजार में थे। यह न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि पर्यटन और व्यवसाय को भी नई रफ्तार देगी।

🧳 आम जनता की प्रतिक्रिया

नीलम भट्ट (हल्द्वानी निवासी):”अगर वंदे भारत काठगोदाम से चलती है, तो दिल्ली जाना बहुत आसान हो जाएगा। बच्चों और बुजुर्गों के लिए ये एक वरदान साबित होगी।

“गिरीश पांडे (अल्मोड़ा के व्यापारी):”व्यापारिक काम से दिल्ली आना-जाना पड़ता है। वंदे भारत से समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।”

✅ अब आगे क्या?

रेल मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद इन ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो आगामी महीनों में कुमाऊं रेल यात्रा के एक नए युग में प्रवेश करेगा।